- – यह भजन भगवान हनुमान जी की महिमा का वर्णन करता है, जिन्हें बजरंगी बलधार और बालाजी के नाम से पुकारा गया है।
- – भजन में हनुमान जी की वीरता, भक्ति और उनके अद्भुत कार्यों जैसे पर्वत उठाना, राम-लखन की रक्षा करना बताया गया है।
- – हनुमान जी को राम और सीता के आज्ञाकारी भक्त के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो सभी भक्तों का संकट हरते हैं।
- – भजन में हनुमान जी की दया और उदारता का भी उल्लेख है, जो हर किसी को अपनाते हैं, चाहे वह समाज में ठुकराया गया हो।
- – गीत में भक्तों से हनुमान जी की स्तुति और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का आग्रह किया गया है।
- – यह भजन शालिनी श्रीवास्तव द्वारा गाया गया है और इसका तर्ज “थारी महिमा अपरम्पार” है।

करते सबका बेड़ा पार,
बाबा बजरंगी बलधार,
सीताराम के आज्ञाकारी,
मेरे बालाजी,
ओ बजरंग बालाजी,
करते सबका बेडा पार,
बाबा बजरंगी बलधार।bd।
तर्ज – थारी महिमा अपरम्पार।
पर्वत हाथ में उठा के लाए,
बजरंगी बलदायी,
राम को धीर बंधाई,
भाई लखन की जान बचाई,
भोले बाबा के अवतारी,
मेरे बालाजी,
ओ बजरंग बालाजी,
करते सबका बेडा पार,
बाबा बजरंगी बलधार।bd।
राम भक्त हनुमान के जैसा,
होगा भक्त कोई ना,
राम सिया का दरश कराया,
इसने चिर के सीना,
जय हो बजरंगी बलधारी,
मेरे बालाजी,
ओ बजरंग बालाजी,
करते सबका बेडा पार,
बाबा बजरंगी बलधार।bd।
वीर बलि के द्वार से कोई,
खाली हाथ ना जाए,
उसको भी अपनाते बाबा,
जिसको जग ठुकराए,
ऐसे दानी है उपकारी,
Bhajan Diary Lyrics,
मेरे बालाजी,
ओ बजरंग बालाजी,
करते सबका बेडा पार,
बाबा बजरंगी बलधार।bd।
करते सबका बेड़ा पार,
बाबा बजरंगी बलधार,
सीताराम के आज्ञाकारी,
मेरे बालाजी,
ओ बजरंग बालाजी,
करते सबका बेडा पार,
बाबा बजरंगी बलधार।bd।
Singer – Shalini Shrivastava
