- – यह गीत खेतेश्वर दाता और उनके गुरु गोविंद के प्रति श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है।
- – खेतेश्वर दाता का जन्म बीजरोल खेड़ा में हुआ और वे ब्रह्म सांई दाता के अवतार माने जाते हैं।
- – ब्रह्मा लोक से धरती पर आए गुरुवर जी ने ब्रह्मधाम की स्थापना की और लोगों के लिए आध्यात्मिक मार्ग प्रशस्त किया।
- – खेतेश्वर दाता के दर्शन के लिए लाखों भक्त आते हैं और उनकी भक्ति में आंसू बहाते हैं।
- – पूनम के मेलों और मोकला मंदिर में खेतेश्वर दाता की पूजा-अर्चना बड़े उत्साह से की जाती है।
- – गीत के लेखक महेन्द्र सिंह बावतरा हैं और इसे गायक रमेश देवासी ने प्रस्तुत किया है।

खेतेश्वर दाता म्हाने दर्शन री आस,
हिंडो लगवायो गेहरा,
बाग में वो गुरूजी,
गावे वों हालरिया मीठी,
राग में खेतेश्वर दाता,
गुरु गोविंद रे संग में आवो,
हो खेतेश्वर दाता,
म्हाने दर्शन री घणी,
आश हा हाँ हो।।
ब्रह्मा लोक सु धरणि,
आविया गुरुवर जी,
पुरोहित कुल परिवार,
ओ खेतेश्वर म्हारा,
उदेश घराने अवतार हा हाँ।
अरे गांव खेड़ा में जामो,
पावियो खेतेश्वर दाता,
बीजरोल खेड़ा में जन्म,
धरावियो ब्रह्म सांई दाता,
शेर सिंह जी पिता श्रंगारो मात,
वो भक्तों रा भीडू,
दुनिया मे रेह गई,
अमर वात हा हाँ।।
आसोतरा में ब्रह्मधाम,
बनावीया वो गुरुजी,
ब्रह्मा संग सावंतरी री,
बिठाविया गुरू जी,
सदियों रा रूसना मिटाय,
वो खेतेश्वर दाता,
केशर बूँदों री बरसात हा हाँ।
ब्रह्म धाम प्रतिष्ठा,
किनी आप ने वो गुरुवर,
ब्रह्मा री ज्योत में ज्योत,
समाविया खेतेश्वर दाता,
लाखों लोग दर्शन ने,
आये वो खेतेश्वर म्हारा,
अंखियों में झूर झूर,
नीर बहाय हा हा हाँ।।
तुलसा रामजी मनरी,
मौज में हो सद्गुरु,
आठों पोहर सिमरणा,
आप री वो गुरुवर,
बैकुण्ठ धाम बनवाय,
वो खेतेश्वर दाता,
गुरु शरणो चित रे,
लगाय हा हा हाँ।
पूनम रो मेलो लागे,
जोररो सुन लिजो बीरा,
आठवो अजूबो मरूधर,
देश में जोय लिजो बीरा,
बैकुण्ठ धाम सब ने भाय रे,
सतगुरु जी म्हारा,
गुरु शरणा धोक लगाय हा हाँ।।
मेवा मिठायों चाढे,
मोकला मन्दिर में दाता,
मेवा मिश्री प्रसादो,
आप रे खेतेश्वर दाता,
सत्त मन सु परिक्रमा,
लगाय वो ए भक्त घेणेरा,
गुरु चरणा धोक लगाय हा हाँ।
लिखे वो जोरावर भजन,
भाव सु खेतेश्वर दाता,
महेन्द्र सिंह बावतरा लिखावे,
चाहाव खेतेश्वर दाता,
‘रमेश देवासी’ यश गाये,
वो ब्रह्म सांई म्हारा,
बैकुण्ठ धाम री परम,
पावडी आय हा हा हाँ।।
Singer – Ramesh Dewasi
प्रेषक – महेन्द्र सिंह राजपुरोहित बावतरा।
8503831005
