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- – गीत में प्रेमी अपने प्रिय श्याम सुन्दर से अपने दर्द और तन्हाई का इज़हार कर रहा है।
- – वह पूछता है कि श्याम ने उसे अपना बनाकर क्यों भुला दिया।
- – प्रेमी की आँखों में आँसू हैं और दिल के जख्म अभी भी ताज़ा हैं।
- – वह श्याम के बिना अपने दिल की तड़प को व्यक्त करता है और रिश्ते में धोखे की पीड़ा महसूस करता है।
- – गीत में प्रेमी की भावनाएँ और विरह की वेदना गहराई से व्यक्त की गई हैं।

कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके,
भुला क्युँ दिया हमें, अपना बना के।
अभी मैंने तुमको निहारा नहीं है,
तुम्हारे सिवा कोई हमारा नहीं है,
चले क्युँ गए श्याम दीवाना बना के,
भुला क्युँ दिया हमें, अपना बना के।
अभी मेरी आखों मे आसूँ भरे है,
जखम मेरे दिल के अभी भी हरे हैं ,
चले क्युँ गए श्याम बंसी बजा के,
भुला क्युँ दिया हमें, अपना बना के।
अगर तुम ना आये तो दिल क्या करेगा ,
तुम्हारे लिए ही तड़पता रहेगा ,
निभाना नहीं था तो पहले ही कहते,
बुझाते हो क्युँ आग दिल मे लगा के।
कोई श्याम सुन्दर से कह दो ये जाके,
भुला क्युँ दिया हमें, अपना बना के।
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
