- – यह भजन “लीला घोड़े वाला ओ” भगवान के कलयुग अवतार का गुणगान करता है और उनसे आशीर्वाद की प्रार्थना करता है।
- – भजन में विभिन्न पात्रों जैसे अजमल जी, मैणादे, रूपा दर्जी, विन्जारा, बालिनाथजी, बाई सुगना आदि के माध्यम से भगवान की महिमा और उनके चमत्कारों का वर्णन है।
- – हर पात्र भगवान के संरक्षण, सहायता और उनके द्वारा किए गए कार्यों का उल्लेख करता है, जो भक्तों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।
- – भजन में भगवान को धोलकी और घोड़े वाले के रूप में चित्रित किया गया है, जो कलयुग के संकटों में शरण देने वाले हैं।
- – यह भजन राजस्थान की लोक संस्कृति और भक्ति संगीत की झलक प्रस्तुत करता है, जिसे किशोर पालीवाल जी ने गाया है।
- – भजन के माध्यम से भक्तों को भगवान के प्रति श्रद्धा और भक्ति की प्रेरणा मिलती है, साथ ही कलयुग के कठिन समय में उनकी सहायता की कामना की जाती है।
लीला घोड़े वाला ओ,
दोहा – रामा शामा आवजो,
और कलयुग वे गरूर,
अर्ज करू अजमाल रा पीरा,
ओ हैला सांभलजो रे हजूर।
लीला घोड़े वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे,
कलयुग रा अवतारी,
थोने जाने दुनिया सारी,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
अजमल जी रे आया,
कंकु रा शरण मंडाया,
कंकु रा शरण मंडाया,
दीयोड़ा वचन निभाया,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
मैणादे रे आया,
उफनतो दूध ढबाया,
उफनतो दूध ढबाया,
थोने पालनिये पौढ़ाया,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
रूपा दर्जी जी रे आया,
कपडे रो घोड़ो उड़ाया,
कपडे रो घोड़ो उड़ाया,
दर्जी ने परचो वताया,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
विन्जारा रे आया,
मिश्री रो लुंन वनाया,
मिश्री रो लुंन वनाया,
विन्जारा रो भर्म मिटाया,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
बालिनाथजी रे आया,
भैरुडा ने मार भगाया
भैरुडा ने मार भगाया,
बाबा गांव रनुजो वचाया,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
बाई सुगना रे आया,
मरियोड़ा भानु जीवाया,
मरियोड़ा भानु जीवाया,
बाई सुगना री लाज बचाया,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
हरजी भाटी गाया,
शरणों में शीस निवाया,
शरणों में शीस निवाया,
थे गुण बाबे रा गाया,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
लीला घोड़े वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे,
कलयुग रा अवतारी,
थोने जाने दुनिया सारी,
लीला घोड़ा वाला ओ,
धोलकी धजा वाला ओ,
म्हारे घर पधारो रे।।
गायक – किशोर पालीवाल जी।
भजन प्रेषक – श्रवण सिंह राजपुरोहित।
सम्पर्क – +91 90965 58244