- – यह गीत माजीसा देवी की आराधना और उनके नाम पर जागरण रखने की भावना को दर्शाता है।
- – गीत में शुभ घड़ी के आगमन का जश्न मनाया गया है और माजीसा के आंगन में आने का आग्रह किया गया है।
- – भक्ति और श्रद्धा के साथ माजीसा के नाम का पाठ पूरा किया गया और उनकी महिमा का गुणगान किया गया है।
- – गीत में लाल चुनरिया, बिंदिया और सोलह सिंगार जैसे पारंपरिक भक्ति वस्त्रों और आभूषणों का उल्लेख है।
- – भक्तों की विनती सुनने और उनके मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए माजीसा से प्रार्थना की गई है।
- – स्वर और लिरिक्स पिंकी गहलोत द्वारा रचित हैं, जो इस भक्ति गीत को प्रस्तुत करती हैं।

मैं तो जागरण रखायो,
माजीसा रे नाम को,
आई शुभ घड़ी आई,
म्हारे आंगणिये रे माय,
थे तो आओ नी पधारो,
म्हारे आंगणिये रे माय,
आई शुभ घड़ी आई,
म्हारे आंगणिये रे माय।।
तर्ज- मेहँदी राचन लागी हाथा।
पाठ पुरायो माजीसा रे नाम को,
जोत जगाई माजीसा रे नाम की,
पाठ पुरायो माजीसा रे नाम को,
जोत जगाई माजीसा रे नाम की,
मै तो भोग ने बनायो,
माजीसा रे नाम को,
आई शुभ घड़ी आई,
म्हारे आंगणिये रे माय।।
लाल चुनरिया लाया,
माजीसा रे नाम की,
बिंदिया रखड़ी लाया,
माजीसा रे नाम की,
लाल चुनरिया लाया,
माजीसा रे नाम की,
बिंदिया रखड़ी लाया,
माजीसा रे नाम की,
म्हे तो लाया लाया माजीसा रे,
सोलह सिंगार,
आई शुभ घड़ी आई,
म्हारे आंगणिये रे माय।।
भक्ता री विनती सुण बेगा पधारो,
मनडे रा पूरा कारज सारो,
भक्ता री विनती सुण बेगा पधारो,
मनडे रा पूरा कारज सारो,
थारी महिमा सुनावे माजीसा,
पिंकी गहलोत,
आई शुभ घड़ी आई,
म्हारे आंगणिये रे माय।।
मैं तो जागरण रखायो,
माजीसा रे नाम को,
आई शुभ घड़ी आई,
म्हारे आंगणिये रे माय,
थे तो आओ नी पधारो,
म्हारे आंगणिये रे माय,
आई शुभ घड़ी आई,
म्हारे आंगणिये रे माय।।
स्वर & लिरिक्स – पिंकी गहलोत।
Cont. – 9772021065
