- – यह गीत भगवान श्रीकृष्ण (सांवरिया) के प्रति गहरा प्रेम और भक्ति व्यक्त करता है।
- – गीत में प्रेमी अपने दिल की भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहते हैं कि उन्होंने लाखों शब्द सहन किए हैं सिर्फ अपने सांवरिया के लिए।
- – गीत में कृष्ण की सांवली सूरत, मुरली और मथुरा की यादों का उल्लेख है, जो प्रेम और भक्ति की गहराई को दर्शाता है।
- – प्रेमी अपने सांवरिया के दर्शन की तीव्र इच्छा जताते हैं और उनके बिना चैन नहीं मिलता।
- – यह गीत जन्म-जन्म की प्रेम कहानी और कृष्ण के प्रति अनन्य भक्ति की भावना को उजागर करता है।

मैने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए।
श्लोक – तेरी सांवली सूरत से,
हो ही गया है प्यार मुझे,
दुनिया के देखे यार बहुत,
एक तू ही मिला दिलदार मुझे।
मेरे उजड़े इस गुलशन की,
अब तक ना मिली है बहार मुझे,
रसिक बिहारी देर ना कर,
झट से दिखला दीदार मुझे।।
तर्ज – मैने लाखो के बोल सहे
मैने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए,
तेरे लिए श्याम तेरे लिए,
तेरे लिए श्याम तेरे लिए,
मैने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए।।
देखि जब से सूरत प्यारी,
दीवानी भई श्याम तुम्हारी,
दीवानी भई श्याम तुम्हारी,
मेरे नैनो से नीर बहे,
सांवरिया तेरे लिए,
मैंने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए।।
घर आँगन ना मोहे सुहावे,
तेरे दरश बिन चैन ना आवे,
तेरे दरश बिन चैन ना आवे,
मोहे पागल यूँ दुनिया कहे,
सांवरिया तेरे लिए,
मैंने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए।।
प्रीत लगा के भूल ना जाना,
मथुरा पूरी से जल्दी आना,
मथुरा पूरी से जल्दी आना,
तेरी याद में रोते रहे,
सांवरिया तेरे लिए,
मैने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए।।
दिल में बसे हो मुरली मनोहर,
जनम जनम की तोरी धरोहर,
जनम जनम की तोरी धरोहर,
तेरे चरणों में प्रीति रहे,
सांवरिया तेरे लिए,
मैंने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए।।
मैंने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए,
तेरे लिए श्याम तेरे लिए,
तेरे लिए श्याम तेरे लिए,
मैने लाखो के बोल सहे,
सांवरिया तेरे लिए।।
