- – भजन और राम नाम का जाप जीवन में निरंतर करना चाहिए, जिससे मन को शांति और मोक्ष की प्राप्ति हो सके।
- – माया के जाल में फंसने से जीवन व्यर्थ हो जाता है, इसलिए सत्संग और भजन में लीन रहना आवश्यक है।
- – जीवन के विभिन्न चरणों जैसे जवानी से बुढ़ापे तक माया के मोह में फंसना दुखद है।
- – कबीर जी का संदेश है कि संसार की माया में फंसकर आत्मा का नाश होता है, इसलिए भजन और सत्संग का महत्व समझना चाहिए।
- – माला की मणियों के समान भजन की डोरी जीवन को सही मार्ग पर ले जाती है और माया के भ्रम से बचाती है।

माला रो मणियों भजन वाली डोरी,
श्लोक – राम नाम रटते रहो,
जब तक घट में प्राण,
कभी तो दिन दयाल के,
भनक पड़ेगी कान।
माला रो मणियों भजन वाली डोरी,
आचा घरो में पोयो जमारो,
माया जाल में खोयो,
माला रो मणियों भजन वाली डोरी।।
सत री संगत में कद ही न आयो,
हरी रे भजन में कद ही न आयो,
ऊपर वाड़ी जोयो जमारो,
माया जाल में खोयो,
माला रो मणियों भजन वाली डोरी।।
अलिये गलिये फिरे रे भटकतो,
मुंडो काच में जोयो जमारो,
माया जाल में खोयो,
माला रो मणियों भजन वाली डोरी।।
गई रे जवानी आयो रे बुढ़ापो,
धोला देख ने रोयो जमारो,
माया जाल में खोयो,
माला रो मणियों भजन वाली डोरी।।
कहत कबीर सुणो भई साधो,
कई संसार में मोयो जमारो,
माया जाल में खोयो,
माला रो मणियों भजन वाली डोरी।।
माला रो मणियों भजन वाली डोरी,
आचा घरो में पोयो जमारो,
माया जाल में खोयो,
माला रो मणियों भजन वाली डोरी।।
Singer : Prakash Mali
