भजन

मनवा राम सुमर मेरे भाई रे राजस्थानी भजन लिरिक्स – Manwa Ram Sumar Mere Bhai Re Rajasthani Bhajan Liriks – Hinduism FAQ

धर्म दर्शन वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें Join Now
  • – भजन में मन को राम का स्मरण करने और सुमिरन करने की प्रेरणा दी गई है, जिससे मुक्ति प्राप्त होती है।
  • – जीवन में माया और सांसारिक मोह में फंसने से दुख और नरक भुगतना पड़ता है।
  • – गुरु और संतों के वचन मानकर, सांसारिक झगड़े छोड़कर प्रभु में ध्यान लगाना चाहिए।
  • – यह अवसर पुनः नहीं आता, इसलिए वर्तमान में ही भगवान का स्मरण करना आवश्यक है।
  • – भजन में देवाराम और गणपतराम जैसे संतों का उदाहरण देकर राम ज्ञान और गुण गाने की महत्ता बताई गई है।
  • – भवसागर में डूबने से बचने के लिए मन को राम का सुमिरन करना अनिवार्य है।

Thumbnail for manva-ram-sumir-mera-bhai-re-lyrics

मनवा राम सुमर मेरे भाई रे,
सुमरिया बिना मुक्ति नहीं होवे,
भवजल गोता खाई रे,
मनवा राम सुमर मेरे भाई।।



लक चौरासी में भटकत भटकत,

अब के मनुष्य तन पाई रे,
ऐसो अवसर फेर नहीं आवे,
ऐसो अवसर फेर नहीं आवे,
आखिर में पछताई,
मनवा राम सुमर मेरे भाई।।



विश्वासना माया चक्र में,

बार-बार भरनाई रे,
अंत समय जमडा ले जावे,
गणों नरक भुगताई रे,
मनवा राम सुमर मेरे भाई।।



गुरु संत रा वचन मानले,

छोड़ दे ठुकराई रे,
सारा झगड़ा छोड़ जगत रा,
प्रभु में ध्यान लगा ले,
मनवा राम सुमर मेरे भाई।।



देवाराम माने सतगुरु मिलिया,

सिमरन गति बताई रे,
गणपतराम कब्बू नहीं बीसरु,
राम ज्ञान गुण गाई रे,
मनवा राम सुमर मेरे भाई।।



मनवा राम सुमर मेरे भाई रे,

सुमरिया बिना मुक्ति नहीं होवे,
भवजल गोता खाई रे,
मनवा राम सुमर मेरे भाई।।

– भजन प्रेषक –
रतनपुरी गोस्वामी,
सांवलिया खेड़ा
8290907236

यह भी जानें:  मेरा शिव सन्यासी हो गया कावड़ियों के मेले में भजन लिरिक्स - Mera Shiv Sanyasi Ho Gaya Kawadiyon Ke Mele Mein Bhajan Lyrics - Hinduism FAQ

अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

You may also like