- – यह भजन “राधा राधा नाम की” की महिमा का गुणगान करता है, जिसमें राधा नाम को जीवन की सबसे बड़ी भिक्षा बताया गया है।
- – भजन में बिहारी जी और किशोरी जी के नाम का भी उल्लेख है, जो भगवान कृष्ण और राधा के प्रतीक हैं।
- – भजन में सतगुरु द्वारा दी गई दीक्षा और कृपा का वर्णन है, जिसने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाया है।
- – वृंदावन की शिक्षा और राधा नाम के प्रति लगन को जीवन का आधार बताया गया है।
- – “चित्र विचित्र” जी महाराज द्वारा स्वरबद्ध यह भजन आध्यात्मिक भिक्षा और भक्ति की अनुभूति को दर्शाता है।
- – भजन में जीवन की सभी इच्छाओं की पूर्ति राधा नाम की भिक्षा से जुड़ी हुई बताई गई है।

मेरी झोली में डालो सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
राधा राधा नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
किशोरी जी के नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
राधा नाम की लगन लगा दी,
सोई किस्मत मेरी जगा दी,
मेरे सतगुरु ने दी मुझे दीक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
राधा नाम सर्वस्व हमारा,
राधा नाम बिन ना ही गुजारा,
जीवन भर करेंगे प्रतिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
राधा नाम जो हमको सुनाएं,
उन चरणों में हम बिक जाएं,
वृंदावन में पाई यही शिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
‘चित्र विचित्र’ की झोली भर दी,
ऐसी कृपा पागल ने कर दी,
ऐसी कृपा गुरुवर ने कर दी,
पूरी हो गई मेरे मन की इच्छा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
मेरी झोली में डालो सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की,
राधा राधा नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
बिहारी जी के नाम की,
किशोरी जी के नाम की,
मेरी झोली में डालों सब भिक्षा,
राधा राधा नाम की।।
स्वर – श्री चित्र विचित्र जी महाराज।
प्रेषक – शेखर चौधरी मो – 9074110618
