- – यह गीत “मारी डगमग डोले नाव” राजस्थान की लोक संस्कृति और भक्ति भावना को दर्शाता है, जिसमें सावरिया (भगवान) से प्रार्थना की गई है।
- – गीत में भक्त अपने जीवन की कठिनाइयों और परदेश में कमाए धन के बावजूद भगवान की भक्ति और आशीर्वाद की महत्ता को व्यक्त करता है।
- – भगवान रामदेवजी की महिमा का वर्णन है, जो भक्तों के संकटों में सहायता करते हैं और जीवन की नाव को डगमगाने से बचाते हैं।
- – गीत में भक्त की निष्ठा और समर्पण दिखाया गया है, जो दिन-रात भगवान की पूजा और स्मरण करता है।
- – यह गीत राजस्थान के लोकगायक प्रकाश माली जी द्वारा गाया गया है और मनीष सीरवी द्वारा प्रेषित किया गया है।
- – गीत में भगवान से जीवन की नाव को सुरक्षित रखने और संकटों से उबारने की विनती की गई है, जो भक्तों के लिए आशा और विश्वास का स्रोत है।
म्हारी डगमग डोले नाव,
सुनलो रूनीचे रा नाथ,
सुनलो रूनीचे रा नाथ,
वेगा पधारो मारा सावरिया,
ओ हो वेगा पधारो मारा सावरिया,
मारी डगमग डोले नाव ओ हो।।
बानीयो बोयतो नाम हमारो,
जनम जनम सु चाकर थारो,
बानीयो बोयतो नाम हमारो,
जनम जनम सु चाकर थारो,
सिमरू दिन ने रात,
बाबा सुनलो मारी बात,
नोकर चाकर मारे साथ,
नोकर चाकर मारे साथ,
वेगा पधारो मारा सावरिया,
ओ हो वेगा पधारो मारा सावरिया,
मारी डगमग डोले नाव ओ हो।।
परदेशा धन खूब कमायो,
माल खजानो मै भर लायो,
हिरा लायो पन्ना लायो,
भेंट आपरे हार मै लायो,
थाने सिमरू दिन ने रात,
बाबा आप बडा दातार,
माने थारो है आधार,
वेगा पधारो मारा सावरिया,
ओ हो वेगा पधारो मारा सावरिया,
मारी डगमग डोले नाव ओ हो।।
परचो बाबा आप दिखावो,
नैया डूबे प्राण बचावो,
प्राण बचावो लाज बचावो,
लीले असवारी आप पधारो,
ध्यावु दिन ओर रात,
मै तो थाने करू पुकार,
लेवो नैया आप ऊबार,
लेवो नैया आप ऊबार,
वेगा पधारो मारा सावरिया,
ओ हो वेगा पधारो मारा सावरिया,
मारी डगमग डोले नाव ओ हो।।
अरज सुनी रामो अवतारी,
चौपड रमता भुजा पसारी,
भुजा पसारी नाव ऊबारी,
बानीयो बोयतो जावे बलिहारी,
परचो जाने सब संसार,
थेतो लीले रा असवार,
करदो भगता पर उपकार,
करदो भगता पर उपकार,
वेगा पधारो मारा सावरिया,
ओ हो वेगा पधारो मारा सावरिया,
मारी डगमग डोले नाव ओ हो।।
दास अशोक जुगत सु गावे,
रामदेवजी ने शिश निमावे,
शिश निमावे अरज सुनावे,
साचो थारो है दरबार,
दर्शन आवे नर ओर नारी,
थारी गूंजे जय जयकार,
वेगा पधारो मारा सावरिया,
ओ हो वेगा पधारो मारा सावरिया,
मारी डगमग डोले नाव ओ हो।।
म्हारी डगमग डोले नाव,
सुनलो रूनीचे रा नाथ,
सुनलो रूनीचे रा नाथ,
वेगा पधारो मारा सावरिया,
ओ हो वेगा पधारो मारा सावरिया,
मारी डगमग डोले नाव ओ हो।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818
https://youtu.be/JekVKHWQDUs
