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- – यह गीत “मोहिनी मूरत प्यारी” में भगवान श्रीकृष्ण की सुंदरता और आकर्षण का वर्णन किया गया है।
- – गीत में कृष्ण के रत्न जड़े कान, मोर मुकुट और रंगीन रूप की प्रशंसा की गई है।
- – कृष्ण के शरीर को केसरिया रंग के वस्त्रों से सजाया गया है और वे नीली सवारी पर सवार हैं।
- – कृष्ण की रसीली और मोहक आँखों का जिक्र है जो प्रेम में डूबा हुआ है।
- – खाटू के मंदिर में भगवान कृष्ण की भव्यता और उनकी दिव्यता का वर्णन किया गया है।
- – यह गीत हरजीत सिंह द्वारा गाया गया है और इसका तर्ज सुन बरसाने वारी ने लिखा है।

मोहिनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी।।
तर्ज – सुन बरसाने वारी।
रत्न जड़े कुण्डल कानों में,
रत्न जड़े कुण्डल कानों में,
मोर मुकुट सिर धारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी।।
तन केसरियो बागो साजे,
तन केसरियो बागो साजे,
नीले री असवारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी।।
नैन रसीला जुलम करे है,
नैन रसीला जुलम करे है,
लेउँ नज़र उतारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी।।
खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,
खाटू में मंदिर रवि सन्मुख,
जा की शोभा भारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी।।
मोहिनी मूरत प्यारी,
रंगीलो मेरो बनवारी,
मोहनी मूरत प्यारी।।
Singer – Harjeet Singh
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
