- – यह गीत एक भक्तिमय प्रार्थना है जिसमें व्यक्ति अपने श्याम (भगवान) से सहारा और मदद मांग रहा है।
- – गीत में व्यक्ति अपनी जीवन की कठिनाइयों और तक़दीर की मार से जूझते हुए अपनी नैया (जीवन) को डूबने से बचाने की गुहार लगाता है।
- – वह भगवान की कृपा और साथ की उम्मीद करता है ताकि वह भयमुक्त होकर जीवन में आगे बढ़ सके।
- – गीत में सेवा करने की इच्छा और भगवान की शरण में आने का आग्रह भी व्यक्त किया गया है।
- – अंत में, व्यक्ति अपनी झोली खुशियों से भरने और दुनिया को सच्चाई बताने की कामना करता है।
- – यह गीत निष्ठा और विश्वास की भावना से भरा हुआ है, जो सुनने वाले को आध्यात्मिक शांति और प्रेरणा देता है।
मुझे मेरे श्याम सहारा दे दो,
मेरी डूबी हुई नैया को किनारा दे दो,
मेरी नैया ना डूब पाएगी,
अपनी नजरो का मुझे एक इशारा दे दो,
मुझे मेरे श्याम सहारा दे दो।।
तर्ज – मेरे मेहबूब क़यामत।
सारे ज़माने में चर्चा तेरी,
सब पे रहे बाबा किरपा तेरी,
छूटे कभी ना चौखट तेरी,
तू अगर साथ है,
डर की क्या बात है,
कहीं मुझसे रूठ ना जाना,
करूँ सेवा ये इजाजत दे दो,
मेरी डूबी हुई नैया को किनारा दे दो,
मुझे मेरे श्याम सहारा दे दो।।
सारे ज़माने से हारा हूँ मैं,
तक़दीर का बाबा मारा हूँ मैं,
देख मुझे बेसहारा हूँ मैं,
तेरा साथ मिले मेरी नाव चले,
कहीं तू भी छोड़ ना जाना,
मुझे तेरे नाम की दौलत दे दो,
मेरी डूबी हुई नैया को किनारा दे दो,
मुझे मेरे श्याम सहारा दे दो।।
खुशियों से भर दो झोली मेरी,
देखेगी दुनिया किरपा तेरी,
बोलूंगी सबको बात खरी,
जो भी हार गया वो ही पार गया,
तेरे ‘गोविन्द’ ने है माना,
कहे ‘निशा’ हमें शरण ले लो,
मेरी डूबी हुई नैया को किनारा दे दो,
मुझे मेरे श्याम सहारा दे दो।।
मुझे मेरे श्याम सहारा दे दो,
मेरी डूबी हुई नैया को किनारा दे दो,
मेरी नैया ना डूब पाएगी,
अपनी नजरो का मुझे एक इशारा दे दो,
मुझे मेरे श्याम सहारा दे दो।।
Singer – Nisha Dutt Sharma
https://youtu.be/fcehbDxOwVE
