- – यह गीत प्रभु श्याम के प्रति गहरी भक्ति और प्रेम को दर्शाता है, जिसमें उनकी कृपा और नजदीकी का अनुभव होता है।
- – नैनों के रास्ते प्रभु दिल में समाने का भाव बार-बार दोहराया गया है, जो आत्मिक जुड़ाव को दर्शाता है।
- – गीत में प्रभु की मस्ती, जादू और उनकी अदाओं की प्रशंसा की गई है, जो भक्त को दीवाना बना देती हैं।
- – भक्त अपने प्रभु को सच्चा मीत मानता है और उनकी कृपा से सभी कार्य सहजता से पूर्ण होते हैं।
- – श्याम के बिना जीवन की कल्पना नहीं है, और उनकी उपस्थिति से ही सब कुछ संभव होता है।
- – अंत में, भक्त प्रभु से निवेदन करता है कि वे उसके घर आएं, क्योंकि उसकी तमन्ना पूरी तरह प्रभु का दर्शन करने की है।

होने लगी है अब कृपा,
नज़दीक आ रहे हो,
नैनो के रास्ते प्रभु,
दिल मे समा रहे हो।।
नैनो के रास्ते प्रभु,
दिल मे समा रहे हो
नैनो के रास्ते प्रभु,
दिल मे समा रहे हो ।।
चढ़ने लगा खुमार मुझे मस्ती मे क्या कहूँ,
चढ़ने लगा खुमार मुझे मस्ती मे क्या कहूँ,
चरणों मे आपके सदा बैठा यूही रहूँ,
चरणों मे आपके सदा बैठा यूही रहूँ,
साँवरे बैठा यूही रहु,
संवारे बैठा यूही रहु,
दीवाना हो गया हू मैं,
दीवाना हो गया हू में,
तेरा दीवाना हो गया हू,
तुम मुस्कुरा रहे हो,
नैनो के रास्ते प्रभु दिल मे समा रहे हो
नैनो के रास्ते प्रभु दिल मे समा रहे हो।।
जादू तुम्हारी हर अदा,
आय हाय क्या बांकपन,
अधरों पे झूमती हुई,
बंसी पे नाचे मन,
कभी पास आ रहे हो,
कभी दुरी बढ़ा रहे हो,
नैनो के रास्ते प्रभु दिल मे समा रहे हो
नैनो के रास्ते प्रभु दिल मे समा रहे हो।।
सबको भुला चूका हूँ मैं,
‘लहरी’ के श्याम तुम,
अब और कुछ काम ना,
मेरे चारो धाम तुम,
स्वीकार कर रहा हूँ मैं,
तुम कहीं छुपा रहे हो,
नैनो के रास्ते प्रभु दिल मे समा रहे हो
नैनो के रास्ते प्रभु दिल मे समा रहे हो।।
पतवार के बिना ही,
मेरी नाव चल रही है,
ए श्याम बिन ही माँगे,
हर चीज़ मिल रही है।
करता नही मैं कुछ भी,
सब काम हो रहा है,
करते हो तुम कन्हैया,
मेरा नाम हो रहा है।
मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है,
करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है।।
मेरी लगी श्याम से प्रीत,
ये दुनिया क्या जाने,
क्या जाने भाई क्या जाने,
क्या जाने भाई क्या जाने,
मुझे मिल गया सच्चा मीत,
ये दुनिया क्या जाने,
मुझे मिल गया सच्चा मीत
ये दुनिया क्या जाने।
मेरी लगी श्याम से प्रीत दुनिया क्या जाने
मेरी लगी श्याम से प्रीत दुनिया क्या जाने।
मेरे घर आओ श्याम,
मेरे घर आओ श्याम तमन्ना यही है,
मेरे घर आओ श्याम तमन्ना यही है,
अभी मेने जी भर के देखा नही है।
मेरी लगी श्याम से प्रीत दुनिया क्या जाने
मेरी लगी श्याम से प्रीत दुनिया क्या जाने।
