- – यह गीत भगवान श्री कृष्ण (श्याम धणी) की महिमा और उनके अद्भुत खेलों का वर्णन करता है, जिन्हें “नीले घोड़े वाले” और “खाटू वाले” के रूप में संबोधित किया गया है।
- – श्याम धणी को दाता और सभी की सहायता करने वाला बताया गया है, जो कभी किसी की मनोकामना पूरी करने से इंकार नहीं करते।
- – गीत में श्री कृष्ण के अद्भुत कार्यों और उनकी अमर कहानी का उल्लेख है, जो सभी ज्ञानी और सेठ भी दंग रह जाते हैं।
- – श्याम की शरण में आने वाले सभी प्राणियों को वे अपनत्व और स्नेह देते हैं, चाहे वह राजा हो या भिखारी।
- – गीत में भगवान कृष्ण को कलयुग के अवतारी और हारे हुए लोगों के सहारा के रूप में पूजा गया है।
- – गायक प्रशांत सूर्यवंशी द्वारा प्रस्तुत यह भजन भक्तिमय भावनाओं से भरपूर है और श्याम की महिमा का गुणगान करता है।
ओ नीले घोड़े वाले,
तेरे खेल है निराले,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
तर्ज – हम प्यार करने वाले।
श्याम के जैसा इस दुनिया में,
और कोई दातार नही,
जो मांगे वो मिल जाता है,
करे कभी इंकार नही,
हार के द्वारे जो भी आया,
खाली नही कोई लौटाया,
जिस की पकड़ ले बांह सांवरिया,
उसकी नैया पार लगी,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
एक तीर से श्याम आपने,
अद्भुत खेल दिखाया था,
बिन सोचे ही श्री कृष्ण को,
तूने शीश चढ़ाया था,
देख के तेरी अमर कहानी,
दंग रह गए बड़े बड़े ज्ञानी,
सेठों का तू सेठ कहाए,
ओ कलयुग के अवतारी,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
भूलें से भी जो कोई प्राणी,
श्याम शरण में आता है,
श्याम लगाता उसे गले,
ये कभी नही ठुकराता है,
राजा हो या कोई भिखारी,
साथ सभी के लखदातारी,
‘अर्णव माधव’ महिमा गाए,
लहरा दे थारी मोरछड़ी,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
ओ नीले घोड़े वाले,
तेरे खेल है निराले,
खाटू वाले तेरा तो जवाब नही,
हारे का सहारा मेरा श्याम धणी।।
गायक – प्रशांत सूर्यवंशी।
https://youtu.be/lSJ_NPuj7_U
