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- – श्री राम और हनुमान एक-दूसरे के बिना अधूरे हैं, दोनों का साथ अनिवार्य है।
- – वेद और पुराणों में हनुमान को श्री राम का सच्चा साथी बताया गया है।
- – हनुमान को विश्व के उद्धारकर्ता और संकटमोचक के रूप में माना जाता है।
- – हनुमान की सिफारिश बिना किसी दाम के भी काम बनाती है।
- – जो हनुमान पर विश्वास रखते हैं, उनके सभी कार्य सफल होते हैं।
- – हनुमान के बिना राम का गुणगान और उनकी प्राप्ति संभव नहीं है।

पार ना लगोगे श्री राम के बिना,
राम ना मिलेगे हनुमान के बिना।
राम ना मिलेगे हनुमान के बिना,
श्री राम ना मिलेंगे हनुमान के बिना।।
वेदो ने पुराणो ने कह डाला,
राम जी का साथी बजरंग बाला।
जीये हनुमान नही राम के बिना,
राम भी रहे ना हनुमान के बिना।।
जग के जो तारण हारे है,
उन्हे हनुमान बड़े प्यारे है ।
कर लो सिफ़ारिश दाम के बिना,
रस्ता ना मिलेगा हनुमान के बिना।।
जिनका भरोसा वीर हनुमान,
उनका बिगड़ता नही कोई काम।
लक्खा कहे सुनो हनुमान के बिना,
कुछ ना मिलेगा गुणगान के बिना।।
पार ना लगोगे श्री राम के बिना,
राम ना मिलेगे हनुमान के बिना।
राम ना मिलेगे हनुमान के बिना,
श्री राम ना मिलेंगे हनुमान के बिना।।
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
