भजन

पार्वती के तुम हो लाला राजस्थानी भजन लिरिक्स – Parvati Ke Tum Ho Lala Rajasthani Bhajan Lyrics – Hinduism FAQ

धर्म दर्शन वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें Join Now
  • – यह भक्ति गीत भगवान गणेश की स्तुति में लिखा गया है, जिसमें उन्हें पार्वती के लाल और विघ्नहर्ता के रूप में पूजा गया है।
  • – गीत में भगवान गणेश से ज्ञान, सुख, समृद्धि और विघ्नों को दूर करने की प्रार्थना की गई है।
  • – पार्वती, शिव, हनुमान और रघुवर जैसे देवताओं का भी उल्लेख है, जो भक्त के कष्टों को दूर करने में सहायक माने गए हैं।
  • – गीत में तीर्थ स्थलों और सतगुरु की महत्ता का वर्णन है, जो जीवन में मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
  • – यह भजन श्रद्धा और भक्ति के माध्यम से भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करने की भावना को दर्शाता है।
  • – “श्रवण सिंह राजपुरोहित” द्वारा प्रस्तुत यह भजन भक्तों के लिए आध्यात्मिक प्रेरणा का स्रोत है।

पार्वती के तुम हो लाला,
में जप्ता हुँ तेरी माला।।

श्लोक – पारवती के लाल कोमल कर,
मोदक वसे तो मंगल रूप विसार,
सरस्वती शिमरू शारदा,
धरु गुणपत को ध्यान,
घट का ताला खोल दो,
मैं हूँ मुर्ख अंजान।

पार्वती के तुम हो लाला,
में जप्ता हुँ तेरी माला,
खोल मेरे हिर्दय का ताला,
ग्यान बतावा आयके,
मेरा गुण से पेट भरो रे,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुख सम्पत दीजो आयके,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुंडाला मेहर करो रे।।



मात गवरजा सियासती को,

में शिमरू कैलाश पति को,
बलवंता हनुमान जती को,
लायो सजीवन जायके,
रघुवर काज हरो रे,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुख सम्पत दीजो आयके,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुंडाला मेहर करो रे।।



रिद्धि शिद्धि सेज सकल घनकारा,

अड़सठ तीर्थ गंगा नित धारा,
पुष्कर तीर्थ राज से प्यारा,
नया डूबे मजधार में,
सतगुरु जी पार करो रे,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुख सम्पत दीजो आयके,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुंडाला मेहर करो रे।।

यह भी जानें:  जमो जगायो गुरु देव रो गुरूजी हो राज भजन लिरिक्स - Jamo Jagayo Guru Dev Ro Guruji Ho Raj Bhajan Liriks - Hinduism FAQ


मात पिता गुरुदेव पिसाई,

जन्म दियो जन ग्यान बताये,
‘धनसुख’ लाल शरण तेरी आये,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुख सम्पत दीजो आयके,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुंडाला मेहर करो रे।।



पार्वती के तुम हो लाला,

में जप्ता हुँ तेरी माला,
खोल मेरे हिर्दय का ताला,
ग्यान बतावा आयके,
मेरा गुण से पेट भरो रे,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुख सम्पत दीजो आयके,
गणनायक विघ्नं हरो रे,
सुंडाला मेहर करो रे।।

“श्रवण सिंह राजपुरोहित द्वारा प्रेषित”
सम्पर्क : +91 9096558244


वीडियो अभी उपलब्ध नहीं।

अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

You may also like