- – राम नाम की महिमा अत्यंत महान है, जो इसे ध्यान में रखता है वह सुख और मोक्ष प्राप्त करता है।
- – माता-पिता की सेवा करना धर्म का महत्वपूर्ण हिस्सा है और इसे कभी भी छोड़ना नहीं चाहिए।
- – सेवा को अपना धर्म समझकर निरंतर करते रहना चाहिए, जिससे राम की कृपा प्राप्त होती है।
- – भजन में संत ग्रंथ के अनुसार राम के बिना जीवन अधूरा है और राम भक्ति से जीवन सफल होता है।
- – सभी को प्रेम और अपनत्व के साथ स्वीकार करना चाहिए, चाहे कोई कितना भी दोषी क्यों न हो।
राम भजो सिया राम भजो रे,
राम बिना नही रहना,
मै नही कहता हूँ भाई,
यह सँत ग्रँथ का कहना,
बोलो हैना हैना हैना।।
तर्ज – एक डाल पर तोता बोले।
राम नाम की महिमा ऐसी,
जो ध्याए सुख पाए,
राम नाम मे जो रम जाए,
भव से वो तर जाए,
राम नाम जो ध्याए,
भव से वो तर जाए,
राम बिना न बीते,
तेरे दिन हो चाहै रैना,
बोलो हैना हैना हैना।।
मात पिता की सेवा करना,
सेवा से न घबराना,
लाख बुरा हो चाहे कोई,
उसको भी अपनाना,
लाख बुरा हो कोई,
उसको भी अपनाना,
मात पिता मे रहते भगवन,
इनको दुख न देना,
बोलो हैना हैना हैना।।
सेवा अपना धर्म समझ कर,
सेवा करते जाना,
राम कृपा से जो मिल जाए,
उसमे खुशी मनाना,
धर्म सदा अपनाना,
सेवा करते जाना,
राम कृपा जिस पर हो जाए,
उसका फिर क्या कहना,
बोलो हैना हैना हैना।।
राम भजो सिया राम भजो रे,
राम बिना नही रहना,
मै नही कहता हूँ भाई,
यह सँत ग्रँथ का कहना,
बोलो हैना हैना हैना।।
– भजन लेखक एवं प्रेषक –
श्री शिवनारायण वर्मा,
मोबा.न.8818932923
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