- – यह कविता/कव्वाली रामदेव बाबा की महिमा और भक्ति में रची गई है, जो उनके प्रति श्रद्धा और विश्वास को दर्शाती है।
- – कव्वाली में रामदेव बाबा को कलयुग के अवतार और भक्तों के संकटों के समाधानकर्ता के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
- – कविता में रामदेव बाबा की दया, करुणा और भक्तों की सुनवाई करने की शक्ति का वर्णन है।
- – यह भक्ति गीत भक्तों के मन की पीड़ा, आशा और विश्वास को व्यक्त करता है, जो रामदेव बाबा के दर पर आते हैं।
- – गायक प्रकाश माली जी द्वारा प्रस्तुत इस कव्वाली में राजस्थान के पाली जिले की सांस्कृतिक छवि भी झलकती है।

तारीफ तेरी निकलीं है दिल से,
तारीफ तेरी निकली है दिल से,
आयी है लब पे बनके कव्वाली,
रूणिचा वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली,
रूनीचे वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली,
लब पे दुआ है आँखों में आँसू,
दिल में उम्मीदें पर झोली खाली,
रूनीचे वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली।।
तर्ज – शिरडी वाले साई बाबा।
ओ मेरे रामदेवा,
तेरा सब नाम लेवा,
ओ अजमलजी के प्यारे,
भक्त तुझको पुकारे,
ओ कलयुग के अवतारी,
तेरी लीला है न्यारी,
आया मै शरन तिहारी,
भरोसा मुझको भारी,
ओ मैणादे के लाले,
तू सुनले मेरे नाले,
सागर है फैला नैया डुबने वाली,
रूनीचे वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली।।
जो तेरे दर पे आता,
नही वो खाली जाता,
बडा़ हो कोई छोटा,
नहीं यु मायुस लौटा,
तुझे है याद सबकी,
सुनो फरीयाद सबकी,
तू सुनले मेरे मन की,
मिटादे आस तन की,
जिसे सबने मिटाया,
उसे तूने बनाया,
राते है काली इनको,
बना दे दिवाली,
रूनीचे वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली।।
तू कण कण में समाया,
जगत में तेरी छाया,
खुदा की शान तुझ मे,
दिखे भगवान तुझमें,
तू बिछडो को मिलाये,
तू मन के दीप जलाएं,
भक्त पे भीड़ पडे जद,
तू आए बिन बुलाए,
तू रहमत का करिशमा,
तुझसे है जोडा रिशता,
तेरी महिमा सारे जग में निराली,
रूनीचे वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली।।
तारीफ तेरी निकलीं है दिल से,
तारीफ तेरी निकली है दिल से,
आयी है लब पे बनके कव्वाली,
रूणिचा वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली,
रूनीचे वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली,
लब पे दुआ है आँखों में आँसू,
दिल में उम्मीदें पर झोली खाली,
रूनीचे वाले रामदेव बाबा,
आया है तेरे दर पे सवाली।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818
