- – सालासर के बालाजी के दर्शन करने की तीव्र इच्छा और श्रद्धा व्यक्त की गई है।
- – भक्तों से निश्चय और भक्ति के साथ बालाजी के दर्शन करने का आग्रह किया गया है।
- – बालाजी की ज्योत जलाने और सुमिरन करने वाले भक्तों को विशेष आशीर्वाद देने की बात कही गई है।
- – बालाजी की दया और धर्म की भावना को जन-जन में फैलाने का संदेश दिया गया है।
- – बालाजी के नाम की महिमा और उनके प्रभाव से दुनिया में धूम मचाने की बात कही गई है।
- – यदि दर्शन न हो सके तो भी बालाजी की चौखट पर मर जाने की भावना दर्शाई गई है, जो उनकी भक्ति की गहराई को दर्शाता है।

सालासर के बालाजी,
तेरा दर्शन करके जाएंगे,
दर्शन ना कर पाये तो,
दर्शन ना कर पाये तो,
तेरी चौखट पे मर जाएंगे,
सालासर के बालाजी।।
दर्शन देना उन भक्तो को,
जो निश्चय के पक्के है,
निश्चय से मिलते बालाजी,
सबको ये समझायेगे,
सालासर कें बाला जी,
तेरा दर्शन करके जाएंगे।।
दर्शन देना उन भक्तो को,
जो तेरी ज्योत जगाते है,
जोत जगाने से मिलते है,
सबको ये समझायेगे,
सालासर कें बाला जी,
तेरा दर्शन करके जाएंगे।।
दर्शन देना उन भक्तो को,
दया धर्म जिनके मन में,
भाव के भूखे बजरंगी,
जन जन में भाव जगायेगे,
सालासर कें बाला जी,
तेरा दर्शन करके जाएंगे।।
दर्शन देना उन भक्तो को,
तेरा सुमिरन करते है,
कहे ‘फिरंगी’ तेरे नाम की,
जग में धूम मचायेगे,
सालासर कें बाला जी,
तेरा दर्शन करके जाएंगे।।
सालासर के बालाजी,
तेरा दर्शन करके जाएंगे,
दर्शन ना कर पाये तो,
दर्शन ना कर पाये तो,
तेरी चौखट पे मर जाएंगे,
सालासर के बालाजी।।
