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- – यह भजन शनि देव की आराधना और सेवा की भावना व्यक्त करता है।
- – शनि देव को न्यायकारी और सभी भक्तों की रक्षा करने वाला माना गया है।
- – भजन में शनि देव से प्रार्थना की गई है कि वे भक्तों की लाज और सम्मान बनाए रखें।
- – शनि देव को सूर्य और छाया के साथ एक दिव्य सत्ता के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
- – भक्त शनि देव के चरणों में सिर झुकाकर उनकी कृपा और पीड़ा हराने की विनती करते हैं।
- – भजन में शनि देव की सवारी और उनके न्यायप्रिय स्वभाव का भी उल्लेख है।

शनि देवा पधारो मेरे घर आना,
शनि देवा करूँ सेवा,
शनि देवा जी भगतो की लाज रखना।।
सूरज पिता है तेरी माता छाया,
सब से निराले स्वामी शाम वर्ण पाया,
माया न्यारी तेरी सब प्यारे तेरे,
नाये करता समउ इक विनती मेरी,
जो चरणों में आये उसकी पीड़ हरना,
शनि देवा करूँ सेवा,
शनि देवा जी भगतो की लाज रखना।।
सब की है एक तेरी नो नो सवारी,
सारे जहां में बस तुम न्यायकारी,
‘रश्मी’ गाती रहे तुमको ध्याति रहे,
तेरे चरणों में सर को झुकाती रहे,
आके सिर पे ‘बिसारिया’ के हाथ रखना,
शनि देवा करूँ सेवा,
शनि देवा जी भगतो की लाज रखना।।
शनि देवा पधारो मेरे घर आना,
शनि देवा करूँ सेवा,
शनि देवा जी भगतो की लाज रखना।।
Singer – Rashmi Yogini
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
