भजन

श्री सीता जी की आरती Shri Sita Ji Ki Aarti – Hinduism FAQ

धर्म दर्शन वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें Join Now

Video thumbnail

श्री सीता जी की आरती 

आरती श्री जनक दुलारी की ,
सीता जी रघुवर प्यारी की  ||

जगत जननी जग की विस्तारिणी,
नित्य सत्य साकेत विहारिणी ,
परम दयामयी दिनोधारिणी,
सीता मैय्या भक्तन हितकारी की ||

आरती श्री जनक दुलारी की ||

श्री शिरोमणि पति हित कारिणी ,
पति सेवा वित्र वन वन चारिणी,
पति हित पति वियोग स्वीकारिणी ,
त्याग धर्म मूर्ति धरी की

आरती श्री जनक दुलारी की ||

विमल कीर्ति सब लोकन छाई ,
नाम लेत पवन मति आई ,
सुमिरत काटत कष्ट दुःख दाई ,
शरणागत जन भय हरी की ,

आरती श्री जनक दुलारी की ||

यह भी जानें:  मैं तो आरती उतारूँ रे श्री राधा रसिक बिहारी की लिरिक्स - Main To Aarti Utaaroon Re Shri Radha Rasik Bihari Ki Lyrics - Hinduism FAQ
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

You may also like