- – गीत में श्री कृष्ण (श्री जी) के प्रेम और भक्ति का भाव प्रमुख है, जो भक्तों को बरसाना जाने का आह्वान करता है।
- – बरसाना को पागल दीवानों का ठिकाना बताया गया है, जहां भक्त अपनी भक्ति और प्रेम के साथ जीवन बिताना चाहते हैं।
- – श्यामा (राधा) की बुलाहट और उनके प्रति गर्व का भाव गीत में स्पष्ट है, जो भक्तों को विशेष बनाता है।
- – बरसाना की गलियों और वहां के धार्मिक माहौल का वर्णन करते हुए, इसे स्वर्ग से भी बेहतर बताया गया है।
- – भक्तों को चिंता और डर से मुक्त रहने की प्रेरणा दी गई है, क्योंकि श्यामा की लाड़ली उनकी हर फिक्र दूर करती है।
- – गीत में भक्ति, प्रेम और समर्पण की भावना को सुंदरता से व्यक्त किया गया है, जो सुनने वालों को आध्यात्मिक आनंद प्रदान करता है।

श्री जी ने बुलाया है,
हमको तो जाना है,
हम पागल दीवानों का,
बरसाना ठिकाना है,
श्री जी ने बुलाया हैं,
हमको तो जाना है।।
मेरी श्यामा बुलाए जिसे,
वो लोग निराले है,
हम क्यूँ ना इतराए,
हम बरसाने वाले है,
बरसाने की गलियों में,
मैंने जीवन बिताना है,
श्री जी ने बुलाया हैं,
हमको तो जाना है।।
दुनिया में ना जन्नत में,
जो नजारा अटारी का,
तीनो लोको में फैले ध्वजा,
ऊँचे बरसाने वारी का,
बरसाने की रज में मुझे,
बस यूँ मिल जाना है,
श्री जी ने बुलाया हैं,
हमको तो जाना है।।
कोई चिंता सताए ना डर,
श्यामा के चहेतो को,
लाढ़ो करती है जिसकी फिकर,
लगती ना नजर उनको,
गोपाली को चौखट पे,
जीना मर जाना है,
श्री जी ने बुलाया हैं,
हमको तो जाना है।।
श्री जी ने बुलाया है,
हमको तो जाना है,
हम पागल दीवानों का,
बरसाना ठिकाना है,
श्री जी ने बुलाया हैं,
हमको तो जाना है।।
Singer : Poonam Didi
