- – यह गीत श्याम धणी (भगवान कृष्ण) के प्रति भक्ति और आस्था को व्यक्त करता है।
- – भक्त अपने जीवन के सभी संघर्षों और दुखों में श्याम धणी के नाम से आश्रय और सहारा पाते हैं।
- – गीत में बताया गया है कि बिना मार्गदर्शक के जीवन की नैया मुश्किलों में फंस जाती है, लेकिन श्याम धणी संकटों से निकालते हैं।
- – स्वार्थ और परेशानियों से घिरे जीवन में श्याम धणी की शरण पाकर शांति और सुख की प्राप्ति होती है।
- – भक्तों का विश्वास है कि श्याम धणी की कृपा सदैव बनी रहेगी और वे हमेशा उनके सिर पर हाथ रखकर रक्षा करेंगे।
- – यह गीत जनम जनम के साथ और अटूट भक्ति के भाव को दर्शाता है।

श्याम धणी तेरे नाम से,
गुजारा हमारा गुजारा हमारा,
रहे हमेशा हम भक्तो के,
सिर पर हाथ तुम्हारा,
श्याम धणी तेरे नाम से,
गुजारा हमारा गुजारा हमारा।।
तर्ज – जनम जनम का साथ है।
बिन माँझी के नैया,
चलती दम पे तेरे,
बिन बोले तू बाबा,
हरता दुखड़े मेरे,
बींच भँवर अटके नैया तो,
देता श्याम किनारा।
श्यामधणी तेरे नाम से,
गुजारा हमारा गुजारा हमारा।।
स्वार्थ के संसार ने,
इतना मुझे सताया,
शरण तुम्हारी जो पड़ा,
तूने गले लगाया,
उतर गया प्यासे जीवन मे,
बन के जल की धारा।
श्यामधणी तेरे नाम से,
गुजारा हमारा गुजारा हमारा।।
‘हर्ष’ तेरे चरणों में,
हरदम रहे ठिकाना,
भूल अगर हो जाये,
दिल से उसे भुलाना,
तेरी किरपा बनी रहेगी,
ये विश्वास हमारा।
श्यामधणी तेरे नाम से,
गुजारा हमारा गुजारा हमारा।।
श्याम धणी तेरे नाम से,
गुजारा हमारा गुजारा हमारा,
रहे हमेशा हम भक्तो के,
सिर पर हाथ तुम्हारा,
श्याम धणी तेरे नाम से,
गुजारा हमारा गुजारा हमारा।।
