- – श्याम की कृपा से जीवन सुखमय और सुंदर होता है, जिसमें खुशियाँ और दुःख दोनों अनजाने रूप में मिलते हैं।
- – जब जरूरत के समय सभी छोड़ देते हैं, तब श्याम का साथ पकड़कर जीवन में स्थिरता मिलती है।
- – श्याम की संगति से जीवन के हर मौसम में आनंद और उत्साह बना रहता है।
- – जो श्याम पर भरोसा रखते हैं, वे किसी भी कठिनाई या विपत्ति से डरते नहीं और जीवन में सफलता पाते हैं।
- – श्याम अंधकार में उजाला लाते हैं और भक्तों की रक्षा करते हैं, जिससे जीवन में आशा और विश्वास बढ़ता है।
- – श्याम की कृपा से जीवन में सुख-दुख दोनों का सामना सहजता से होता है और जीवन सुहाना बन जाता है।

श्याम कृपा से जीवन ये,
सुहाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।।
तर्ज – प्यार दीवाना होता है।
जब थी जरुरत जिसकी,
छोड़ा उसने साथ,
तभी आके मेरा पकड़ा,
सांवरे ने हाथ,
ये जाने रिश्ता कैसे,
निभाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।
श्याम कृपा से जीवन यें,
सुहाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।।
सुनी थी बगिया मेरी,
बिखरी थी धूल,
जाने कब सिचा इसने,
खिल गए फूल,
ये संग है तो हर मौसम,
मस्ताना लगता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।
श्याम कृपा से जीवन यें,
सुहाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।।
जिन्हे है भरोसा मेरे,
बाबा श्याम पे,
डरते नहीं वो किसी भी,
अंजाम से,
इनके आगे तूफा को,
हट जाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।
श्याम कृपा से जीवन यें,
सुहाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।।
किया अंधेरो में सवेरा,
दिया भरपूर,
‘निर्मल’ का बना बाबा,
अँखियों का नूर,
भक्तो की खातिर तो इनको,
आना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।
श्याम कृपा से जीवन यें,
सुहाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।।
श्याम कृपा से जीवन ये,
सुहाना होता है,
खुशियां मिलती है और गम,
अंजाना होता है।।
