- – यह भजन श्री श्याम भगवान के प्रति समर्पण और भक्ति का भाव व्यक्त करता है, जिसमें भक्त अपने नाम को उनके खाते में लिखने की विनती करता है।
- – भजन में सेवा, पूजा, भक्ति और प्रभु की कृपा के महत्व को बताया गया है, और यह माना गया है कि प्रभु की कृपा से ही भक्तों का लगाव संभव होता है।
- – भक्तों की भक्ति और उनके चरणों में स्थान पाने की इच्छा प्रकट की गई है, साथ ही श्री श्याम के दर्शन की लालसा व्यक्त की गई है।
- – जीवन की डोर प्रभु के हाथ में होने का उल्लेख करते हुए, उनकी दया और कृपा की प्रार्थना की गई है।
- – भजन में विनम्रता और श्रद्धा के साथ प्रभु से अपने गुणों की स्वीकृति और उनकी दया पाने की गुहार लगाई गई है।
- – संजय मित्तल द्वारा गाया गया यह भजन भक्तों के मन की गहराई से निकली प्रार्थना और विश्वास को दर्शाता है।

श्याम तुम्हारे खाते में,
नाम हमारा लिख लेना,
चरण चाकरी दे देना,
अपनी शरण में ले लेना,
श्याम तुम्हारे खाते मे,
नाम हमारा लिख लेना।।
ना जाने सेवा और पूजा,
ना भक्ति ना भाव प्रभु,
तेरी ही कृपा से हमको,
तुमसे हुआ है लगाव प्रभु,
धन्यवाद तुम्हे किया याद हमे,
फरियाद ये मेरी सुन लेना,
श्याम तुम्हारे खाते मे,
नाम हमारा लिख लेना।।
जाने वो कैसे लोग थे जिनको,
चरणों मे अस्थान मिला,
कैसे कैसे भक्त थे जिनसे,
खुद आकर श्री श्याम मिला,
मान मे है ललक,
दिखला के झलक,
एक बार हमे दर्शन देना,
श्याम तुम्हारे खाते मे,
नाम हमारा लिख लेना।।
तुम पर ज़ोर नही कोई मेरा,
हम पर ज़ोर तुम्हारा है,
जीवन डोरी हाथ है तेरे,
तू ही नचावन वाला है,
करो ऐसी महर,
जपू आठो पहर,
श्री श्याम दया बस कर देना,
श्याम तुम्हारे खाते मे,
नाम हमारा लिख लेना।।
‘बिन्नु’ ने अर्जी ये लिख दी,
इस पर श्याम विचार करो,
हम सब गुण गये प्रभु तेरा,
हमको ना इनकार करो,
दातार है तू दिलदार है तू,
स्वीकार ये विनती कर लेना,
श्याम तुम्हारे खाते मे,
नाम हमारा लिख लेना।।
श्याम तुम्हारे खाते में,
नाम हमारा लिख लेना,
चरण चाकरी दे देना,
अपनी शरण में ले लेना,
श्याम तुम्हारे खाते मे,
नाम हमारा लिख लेना।।
Singer : Sanjay Mittal
