- – गीत में सबल सिंह बोरी को बार-बार बुलाने और उनकी उपस्थिति की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
- – गायक अपने प्रियतम से मिलने की तीव्र इच्छा व्यक्त करता है और उनकी ज्योति की प्रशंसा करता है।
- – गीत में देसी घी, लड्डू और सिगरेट जैसी पारंपरिक और सांस्कृतिक वस्तुओं का उल्लेख है, जो प्रेम और सम्मान का प्रतीक हैं।
- – बाबा नागे गुरु के प्रति श्रद्धा और उनके चेला होने का गर्व व्यक्त किया गया है।
- – गायक अपने जीवन की डोरी सबल सिंह बोरी के हाथ में सौंपने की इच्छा जाहिर करता है, जो गहरे प्रेम और समर्पण को दर्शाता है।
- – यह गीत प्रेम, भक्ति और सांस्कृतिक जुड़ाव की भावनाओं से ओतप्रोत है।

तने याद करे स तेरी चर्चा होरी,
तने आना होगा सबल सिंह बोरी,
तने आना होगा सबलसिंह बोरी।।
क्यों देर करे से तेरी बाट निहारु,
तुम बोल पड़े से मैं रोके मारो,
तेरी ज्योत पर कैसी जगमग होरी,
तने आना होगा सबलसिंह बोरी।।
तेरे सिगरेट लादी क्यों करे बार से,
तेरे पांच लड्डू तेरा भोग तैयार से,
मने देसी घी की बाबा भरी रे कटोरी,
तने आना होगा सबलसिंह बोरी।।
बाबा नागे गुरु का तु चेला प्यारा,
तेरे कांधे दुनारी तेरा रूप है न्यारा,
तेरी कृपा के बिन मेरी किस्मत सोरी,
तने आना होगा सबलसिंह बोरी।।
इस मदन सिंह क्या बस एक मर्ज से,
मुकेश शर्मा करे दयालु अरज से,
तेरे हाथ में मैं सौंपूं जीवन डोरी जी,
तने आना होगा सबलसिंह बोरी।।
तने याद करे स तेरी चर्चा होरी,
तने आना होगा सबल सिंह बोरी,
तने आना होगा सबलसिंह बोरी।।
Singer – Sangi Nath & Party
Upload – Preet Nath
