- – यह भजन देवी जगदम्बे और अम्बे की महिमा का वर्णन करता है, जिनकी जय-जयकार की जाती है।
- – देवी का पचरंग चोला और चुंदड़िया की झालर उनकी सुंदरता और दिव्यता को दर्शाती है।
- – ब्रह्मा, विष्णु, शिव और भैरव जैसे देवता भी देवी की पूजा और सम्मान करते हैं।
- – चौसठ जोगन देवी के सुमिरन में लगे रहते हैं और देवी अपने भक्तों के कष्ट दूर करती हैं।
- – माता काली, ममता की देवी मनसा जी, और अन्य रूपों में देवी की महिमा का वर्णन है।
- – भक्तों के दुःख हरने वाली, दाती और कल्याणी देवी के चरणों में आशीर्वाद पाने का आग्रह किया गया है।

तेरी जय जगदम्बे,
तेरी जय जय अम्बे,
तेरा पचरंग चोला मन भाये,
चुंदरिया की झालर,
करे झिलमिल झिलमिल,
तुझे देखके देवता हर्षाए,
तेरी जय जगदम्बे,
तेरी जय जय अम्बे।।
तर्ज – बिंदिया चमकेगी।
ब्रम्हा विष्णु मनाए,
तुझे मैया,
रिझावे तुझे शिव शंकर,
ब्रम्हा विष्णु मनाए,
तुझे मैया,
रिझावे तुझे शिव शंकर,
भैरव चवर ढ़ुलावे तुझको,
धूम है तेरी घर घर,
तू आदि शक्ति बड़ी है तू दाती,
तेरी ज्योति अखंड ना बुझ पाए,
तेरी जय जगदंबे,
तेरी जय जय अम्बे।।
चौसठ जोगन,
करे है तेरा सुमिरन,
तू आदि शक्ति रणचंडी,
चौसठ जोगन,
करे है तेरा सुमिरन,
तू आदि शक्ति रणचंडी,
दर्शन अपना देकर,
करदे मन की ज्वाला ठंडी,
दर पे बुलवा ले,
झलक इक दिखला दे,
मैया काहे मुझे तू तरसाए,
तेरी जय जगदंबे,
तेरी जय जय अम्बे।।
माता काली काली हो माता काली,
कलकत्ते वाली जय काली,
जामनगर की ज्वाला माई,
चंडीगढ़ की चंडी,
तू देवी ममता की,
ओ मेरी देवी मनसा जी,
तेरे तेज से सूरज शर्माए,
तेरी जय जगदंबे,
तेरी जय जय अम्बे।।
सोणी सोणी गुफा है तेरी सोणी,
राणी कल्याणी ओ दाती,
तेरी बाण गंगा में नहाने,
आती है भीड़ भारी,
तेरे चरणों में तेरे दर्शन से,
तेरे भक्त का हर दुःख मिट जाए,
तेरी जय जगदंबे,
तेरी जय जय अम्बे।।
तेरी जय जगदम्बे,
तेरी जय जय अम्बे,
तेरा पचरंग चोला मन भाये,
चुंदरिया की झालर,
करे झिलमिल झिलमिल,
तुझे देखके देवता हर्षाए,
तेरी जय जगदम्बे,
तेरी जय जय अम्बे।।
