- – गीत में बाबा की सांवली सूरत की खूबसूरती और आकर्षण का वर्णन किया गया है जो दीवाना बना देती है।
- – कजरारे नैना और नजरों के जादू से प्रेमी का मन मोह लिया जाता है।
- – बाबा की भोली भाली सूरत से प्रेमी का दिल चुर जाता है और उनकी यादें बेचैनी पैदा करती हैं।
- – बाबा की दया से प्रेमी के सारे काम सफल होते हैं और उनका विश्वास बाबा पर गहरा है।
- – गीत में बाबा की लीला और उनकी अनोखी शक्ति का भी उल्लेख है जो सब पर प्रभाव डालती है।
- – लेखक और गायक अरुण चौहान ‘राही’ ने इस भावपूर्ण गीत के माध्यम से बाबा के प्रति अपनी भक्ति और प्रेम व्यक्त किया है।

तेरी सांवली सूरत बाबा,
दीवाना बनाती है,
किसी और को कैसे देखूं,
नजरों में सूरत तेरी है,
तेरी सांवरी सूरत बाबा,
दीवाना बनाती है।।
तेरे कजरारे दो नैना,
नजरों के बाण चलाते,
तेरी नजरों का ये जादू,
हमें लूट लेता पल में,
सुध बुध सब बिसराई,
सुध बुध सब बिसराई,
नजरें मिला के तुमसे,
तेरी सांवरी सूरत बाबा,
दीवाना बनाती है।।
तेरी सूरत भोली भाली,
मेरा जिगर चुरा लेती है,
जब ना देखूं तुमको,
बेचैनी सी होती है,
तेरी दया से बाबा,
तेरी दया से बाबा,
बनते हैं काम मेरे,
तेरी सांवरी सूरत बाबा,
दीवाना बनाती है।।
मेरे श्याम धणी सांवरिया,
तेरी लीला सबसे निराली,
कब किसको क्या तू दे दे,
यह तुमने ही जानी,
‘राही’ का विश्वास सांवरे,
‘राही’ का विश्वास सांवरे,
तुझ पे सबसे ज्यादा,
तेरी सांवरी सूरत बाबा,
दीवाना बनाती है।।
तेरी सांवली सूरत बाबा,
दीवाना बनाती है,
किसी और को कैसे देखूं,
नजरों में सूरत तेरी है,
तेरी सांवरी सूरत बाबा,
दीवाना बनाती है।।
Singer & Writer – Arun Chauhan ‘Raahi’
