- – यह गीत श्याम बाबा की शरण में आने और उनकी सहायता मांगने का भाव व्यक्त करता है।
- – गीत में भक्त अपने दुखों और कठिनाइयों से मुक्ति के लिए श्याम बाबा से प्रार्थना करता है।
- – श्याम बाबा को दयालु और सहारा देने वाला बताया गया है जो जीवन की नैया पार कराने में मदद करते हैं।
- – भक्त अपनी तकदीर सुधारने और संकटों से उबरने के लिए बाबा की कृपा और आशीर्वाद की कामना करता है।
- – गीत में श्याम बाबा की छड़ी को शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक माना गया है, जिसे लहराने का आग्रह किया गया है।
- – यह भक्ति गीत श्रद्धा और विश्वास के माध्यम से जीवन में आशा और समाधान पाने की भावना को दर्शाता है।
शरणागत की श्याम बाबा,
लाज बचाओ जी,
थारी मोर छड़ी लहराओ जी,
थारी मोर छड़ी लहराओ जी।।
मजधार में बाबा,
अटकी पड़ी नैया,
थे बेड़ो पार करो,
लाखा ने तारया हो,
बेटे ने भूलयो क्यों,
प्रभु उपकार करो,
भटक्योड़ा ने श्याम आके,
राह दिखोओ जी,
थारी मोर छड़ी लहराओं जी,
थारी मोर छड़ी लहराओ जी।।
बर साँस बंद है,
तकदीर को तालो,
दयालु खोल दयो,
चरणा बिठाकर के,
दो बोल मीठा सा,
मुख स्यु बोल दयो,
टाबरिया के श्याम सिर पे,
हाथ फिराओ जी,
थारी मोर छड़ी लहराओं जी,
थारी मोर छड़ी लहराओ जी।।
हालात को मारयो,
दुखाड़ा सु मैं हारयो,
मेरा उद्धार करो,
थारो सहारो है,
थारे ‘हर्ष’ ने इब तो,
धणी स्वीकार करो,
हारोड़या की श्याम थे ही,
जीत करोओ जी,
थारी मोर छड़ी लहराओं जी,
थारी मोर छड़ी लहराओ जी।।
शरणागत की श्याम बाबा,
लाज बचाओ जी,
थारी मोर छड़ी लहराओ जी,
थारी मोर छड़ी लहराओ जी।।
Singer : Sanjay Mittal