- – यह गीत “ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे मैया जी का बसेरा है” मैया जी के आशीर्वाद और सहारे की महत्ता को दर्शाता है।
- – गीत में अंधे, कोढ़ी, निर्धन, बांझन, कन्या और भक्त जैसे विभिन्न पात्रों की मैया जी से मदद की प्रार्थना की गई है।
- – मैया जी को सभी दुखियों और जरूरतमंदों का सहारा बताया गया है जो ऊंचे पहाड़ों पर विराजमान हैं।
- – यह गीत भक्ति और विश्वास की भावना को उजागर करता है, जहाँ मैया जी की कृपा से सभी को राहत और समाधान मिलता है।
- – गीत का तर्ज “बाबुल का ये घर” है, जो पारंपरिक भावनाओं को जोड़ता है।
- – गायक ईशा पंचाल ने इस भक्ति गीत को प्रस्तुत किया है, जो श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायक है।

ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है,
निचे हम रहते,
ऊपर मैया जी का डेरा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
तर्ज – बाबुल का ये घर।
मैया जी के द्वारे पे,
अँधा पुकार रहा,
अंधे को आँखे दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
मैया जी के द्वारे पे,
कोढ़ी पुकार रहा,
कोढ़ी को काया दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
मैया जी के द्वारे पे,
निर्धन पुकार रहा,
निर्धन को माया दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
मैया जी के द्वारे पे,
बांझन पुकार रही,
बांझन को संतान दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
मैया जी के द्वारे पे,
कन्या पुकार रही,
कन्या को वर घर दो,
उसे तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
मैया जी के द्वारे पे,
भगत पुकार रहे,
भक्तो को दर्शन दो,
उन्हें तेरा ही सहारा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
ऊँचे ऊँचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है,
निचे हम रहते,
ऊपर मैया जी का डेरा है,
ऊंचे ऊंचे पहाड़ो पे,
मैया जी का बसेरा है।।
Singer – Isha Panchal
