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- – यह कविता भगवान कृष्ण (नंदलाला) और उनकी माता यशोमती मईया के बीच संवाद को दर्शाती है।
- – कृष्ण अपने रंग को लेकर पूछते हैं कि राधा गोरी क्यों है और वे काले क्यों हैं।
- – यशोमती मईया मुस्कुराते हुए बताती हैं कि कृष्ण का रंग काला इसलिए है क्योंकि वे आधी रात में आए थे और उनकी “काली कमली” के कारण।
- – राधा के गोरे नैनों के जादू के कारण कृष्ण का रंग काला हुआ है।
- – राधा स्वयं कहती है कि उन्होंने कोई जादू नहीं डाला, बल्कि कृष्ण का रंग उनकी अनोखी और निराली पहचान है।
- – कविता में कृष्ण और राधा के प्रेम और उनकी विशेषता को सुंदरता से प्रस्तुत किया गया है।

यशोमती मईया से,
बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी,
मैं क्यूँ काला।
बोली मुस्काती मईया,
ललन को बताया,
काली अँधीयारी,
आधी रात में तू आया,
लाडला कन्हैया मेरा,
काली कमली वाला,
इसीलिए काला।।
बोली मुस्काती मईया,
सुन मेरे प्यारे,
गोरी गोरी राधिका के,
नैन कजरारे,
काले नैनो वाली ने,
ऐसा जादू डाला,
इसीलिए काला।।
इतने में राधा प्यारी,
आई बलखाती,
मैंने नहीं जादू डाला,
बोली इठलाती,
मईया कन्हैया तेरा,
जग से निराला,
इसीलिए काला।।
यशोमती मईया से,
बोले नंदलाला,
राधा क्यूँ गोरी,
मैं क्यूँ काला।
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
