मित्र – ॐ मित्राय नमः।
रवि – ॐ रवये नमः।
सूर्य – ॐ सूर्याय नमः।
भानु – ॐ भानवे नमः।
खग – ॐ खगाय नमः।
पूषन् – ॐ पूष्णे नमः।
हिरण्यगर्भ – ॐ हिरण्यगर्भाय नमः।
मरीच – ॐ मरीचये नमः।
आदित्य – ॐ आदित्याय नमः।
सवित्र – ॐ सवित्रे नमः।
अर्क – ॐ अर्काय नमः।
भास्कर – ॐ भास्कराय नमः।
सूर्य के 12 नामों का महत्व
हिंदू धर्म में सूर्य देवता को अद्वितीय स्थान प्राप्त है। सूर्य को वेदों में ‘सविता’ के नाम से भी पुकारा गया है। यह माना जाता है कि सूर्य देवता के विभिन्न नामों का जप करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य, समृद्धि और मानसिक शांति मिलती है। यहां सूर्य के 12 प्रमुख नामों का विस्तृत विवरण दिया गया है:
मित्र – ॐ मित्राय नमः
मित्र का अर्थ है ‘मित्रवत, सबका मित्र’। सूर्य को मित्र कहा जाता है क्योंकि वे समस्त जीवों के लिए जीवनदायिनी ऊर्जा का स्रोत हैं। इनका ध्यान करने से मनुष्य को शांति, मैत्री और सामाजिकता की भावना प्राप्त होती है।
रवि – ॐ रवये नमः
रवि का अर्थ है ‘देदीप्यमान’। सूर्य की चमक और उसकी उज्ज्वलता को दर्शाने के लिए यह नाम प्रयोग किया जाता है। इस नाम का जप करने से व्यक्ति के जीवन में तेजस्विता और आत्मविश्वास की वृद्धि होती है।
सूर्य – ॐ सूर्याय नमः
सूर्य का शाब्दिक अर्थ है ‘स्वयं प्रकाशित होने वाला’। यह नाम सूर्य के आत्मप्रकाशित होने की क्षमता को दर्शाता है। इसका जाप करने से आंतरिक शक्ति और सच्चाई का विकास होता है।
भानु – ॐ भानवे नमः
भानु का अर्थ है ‘प्रकाश’। सूर्य का यह नाम उसकी जीवनदायिनी ऊर्जा और प्रकाश को प्रदर्शित करता है। इस नाम का स्मरण करने से जीवन में प्रकाश और सफलता का संचार होता है।
खग – ॐ खगाय नमः
खग का अर्थ है ‘आकाश में गमन करने वाला’। यह सूर्य की आकाश में चलायमान स्थिति को इंगित करता है। इस नाम का जप करने से मानसिक और शारीरिक गतिशीलता में वृद्धि होती है।
पूषन् – ॐ पूष्णे नमः
पूषन् का अर्थ है ‘पालनहार’। यह नाम सूर्य की पोषण करने वाली शक्ति को दर्शाता है। इसका जाप करने से मनुष्य को जीवन में सुरक्षा, स्वास्थ्य और समृद्धि प्राप्त होती है।
हिरण्यगर्भ – ॐ हिरण्यगर्भाय नमः
हिरण्यगर्भ का अर्थ है ‘स्वर्णिम गर्भ वाला’। यह नाम सूर्य की सृजनात्मक शक्ति को दर्शाता है। इसका ध्यान करने से सृजनात्मकता और रचनात्मकता की वृद्धि होती है।
मरीच – ॐ मरीचये नमः
मरीच का अर्थ है ‘किरण’। यह सूर्य की प्रकाश किरणों को दर्शाता है। इस नाम का जप करने से ज्ञान की किरणों का संचार होता है।
आदित्य – ॐ आदित्याय नमः
आदित्य का अर्थ है ‘अदिति का पुत्र’। यह नाम सूर्य की दिव्यता और अनंतता को इंगित करता है। इसका स्मरण करने से व्यक्ति को दिव्यता और सकारात्मकता की प्राप्ति होती है।
सवित्र – ॐ सवित्रे नमः
सवित्र का अर्थ है ‘सृजनकर्ता’। यह नाम सूर्य की सृजनात्मक शक्ति को दर्शाता है। इस नाम का जप करने से जीवन में नए सृजन और विकास की संभावनाएं बढ़ती हैं।
अर्क – ॐ अर्काय नमः
अर्क का अर्थ है ‘ऊर्जा का स्रोत’। यह सूर्य की ऊर्जादायी प्रकृति को इंगित करता है। इस नाम का जप करने से ऊर्जा और शक्ति में वृद्धि होती है।
भास्कर – ॐ भास्कराय नमः
भास्कर का अर्थ है ‘प्रकाश फैलाने वाला’। यह सूर्य की तेजस्विता और उसकी उज्ज्वलता को दर्शाता है। इसका ध्यान करने से जीवन में प्रकाश और प्रगति की राहें खुलती हैं।
निष्कर्ष
सूर्य के इन 12 नामों का जप करने से व्यक्ति के जीवन में न केवल आध्यात्मिक उन्नति होती है, बल्कि शारीरिक, मानसिक और सामाजिक जीवन में भी सकारात्मक परिवर्तन आता है। प्रतिदिन इन नामों का उच्चारण करने से व्यक्ति के जीवन में ज्ञान, शक्ति और समृद्धि का संचार होता है।