॥ शतानीक उवाच ॥महामते महाप्राज्ञसर्वशास्त्रविशारद।अक्षीणकर्मबन्धस्तुपुरुषो द्विजसत्तम॥1॥मरणे यज्जोपेज्जाप्यंयं च भावमनुस्मरन्।परं पदमवाप्नोतितन्मे ब्रूहि महामुने॥2॥ ॥ शौनक उवाच ॥इदमेव महाराजपृष्टवांस्ते पितामहः।भीष्मं धर्मविदां श्रेष्ठंधर्मपुत्रो युधिष्ठिरः॥3॥ ॥ युधिष्ठिर उवाच ॥पितामह महाप्राज्ञसर्वशास्त्रविशारदः।बृहस्पतिस्तुता देवीवागीशेन महात्मना।आत्मायं दर्शयामासंसूर्य कोटिसमप्रभम्॥4॥ ॥ सरस्वत्युवाच ॥वरं वृणीष्व भद्रंते यत्ते मनसि विद्यते। ॥ बृहस्पतिरूवाच…
॥ श्री सरस्वती स्तोत्रम् | वाणी स्तवनं ॥॥ याज्ञवल्क्य उवाच ॥कृपां कुरु जगन्मातर्मामेवंहततेजसम्।गुरुशापात्स्मृतिभ्रष्टं विद्याहीनंच दुःखितम्॥1॥ ज्ञानं देहि स्मृतिं देहिविद्यां देहि देवते।प्रतिष्ठां कवितां देहिशाक्तं शिष्यप्रबोधिकाम्॥2॥ ग्रन्थनिर्मितिशक्तिं चसच्छिष्यं सुप्रतिष्ठितम्।प्रतिभां सत्सभायां चविचारक्षमतां शुभाम्॥3॥ लुप्तां सर्वां दैववशान्नवंकुरु पुनः पुनः।यथाऽङ्कुरं जनयतिभगवान्योगमायया॥4॥ ब्रह्मस्वरूपा परमाज्योतिरूपा सनातनी।सर्वविद्याधिदेवी यातस्यै…
जय दुर्गे जय दुर्गे,महिषविमर्दिनी जय दुर्गे ।जय दुर्गे जय दुर्गे,महिषविमर्दिनी जय दुर्गे ।मंगलकारिणी जय दुर्गे,जगज्जननी जय जय दुर्गे ।मंगलकारिणी जय दुर्गे,जगज्जननी जय जय दुर्गे ॥ वीणापाणिनी पुस्तकधारिणी,अम्बा जय जय वाणी ।जगदम्बा जय जय वाणी ॥ वीणापाणिनी पुस्तकधारिणी,अम्बा जय जय वाणी…
अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुतेगिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते ।भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृतेजय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ १ ॥ सुरवरवर्षिणि दुर्धरधर्षिणि दुर्मुखमर्षिणि हर्षरतेत्रिभुवनपोषिणि शङ्करतोषिणि किल्बिषमोषिणि घोषरतेदनुजनिरोषिणि दितिसुतरोषिणि दुर्मदशोषिणि सिन्धुसुतेजय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ २ ॥ अयि जगदम्ब…
देवी के विभिन्न नामों का विस्तृत हिंदी अर्थ देवी के अनेक नामों का उल्लेख शास्त्रों में मिलता है, और प्रत्येक नाम देवी के विभिन्न स्वरूपों और गुणों को दर्शाता है। यहाँ देवी के निम्नलिखित नामों का अर्थ और उनका विस्तृत…
आमलकी एकादशी के फल आमलकी एकादशी, जो फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष में आती है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ को समर्पित है। धार्मिक फल सांसारिक फल आमलकी…
पापमोचनी एकादशी के फल धार्मिक फल सांसारिक फल विशेष फल पापमोचनी एकादशी व्रत का महत्त्व पापमोचनी एकादशी, जो माघ मास के कृष्ण पक्ष में आती है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु को…
कामदा एकादशी के फल धार्मिक फल सामाजिक फल ध्यान देने योग्य बातें कामदा एकादशी व्रत का महत्त्व धार्मिक महत्व सामाजिक महत्व अन्य महत्व कामदा एकादशी कथा पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान श्रीकृष्ण ने धर्मराज युधिष्ठिर को कामदा एकादशी के व्रत…
षटतिला एकादशी के फल पापों का नाश: षटतिला एकादशी को पापहारिणी एकादशी भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत, पूजा और दान करने से समस्त पापों का नाश होता है। मोक्ष की प्राप्ति: षटतिला एकादशी का व्रत…
विजया एकादशी के फल धार्मिक फल: सांसारिक फल विजया एकादशी व्रत की विधि विजया एकादशी व्रत का महत्त्व विजया एकादशी, जो फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में आती है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत…