श्री नंगली निवासी सतगुरु आरती in Hindi/Sanskrit आरती श्री गुरुदेव जी की गाऊँ ।बार-बार चरणन सिर नाऊँ ॥त्रिभुवन महिमा गुरु जी की भारी ।ब्रह्मा विष्णु जपे त्रिपुरारी ॥ राम कृष्ण भी बने पुजारी ।आशीर्वाद में गुरु जी को पाऊं ॥ भव निधि तारण हार खिवैया ।भक्तों के प्रभु पार लगैया ॥ भंवर बीच घूमे मेरी …









