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धूमावती 108 नाम in Hindi/Sanskrit

ॐ धूमावत्यै नमः ।
ॐ धूम्रवर्णायै नमः ।
ॐ धूम्रपानपरायणायै नमः ।
ॐ धूम्राक्षमथिन्यै नमः ।
ॐ धन्यायै नमः ।
ॐ धन्यस्थाननिवासिन्यै नमः ।
ॐ अघोराचारसन्तुष्टायै नमः ।
ॐ अघोराचारमण्डितायै नमः ।
ॐ अघोरमन्त्रसम्प्रीतायै नमः ।
ॐ अघोरमन्त्रपूजितायै नमः ।10
ॐ अट्टाट्टहासनिरतायै नमः ।
ॐ मलिनाम्बरधारिण्यै नमः ।
ॐ वृद्धायै नमः ।
ॐ विरूपायै नमः ।
ॐ विधवायै नमः ।
ॐ विद्यायै नमः ।
ॐ विरलद्विजायै नमः ।
ॐ प्रवृद्धघोणायै नमः ।
ॐ कुमुख्यै नमः ।
ॐ कुटिलायै नमः ।20

ॐ कुटिलेक्षणायै नमः ।
ॐ कराल्यै नमः ।
ॐ करालास्यायै नमः ।
ॐ कङ्काल्यै नमः ।
ॐ शूर्पधारिण्यै नमः ।
ॐ काकध्वजरथारूढायै नमः ।
ॐ केवलायै नमः ।
ॐ कठिनायै नमः ।
ॐ कुह्वै नमः ।
ॐ क्षुत्पिपासार्दितायै नमः ।30

ॐ नित्यायै नमः ।
ॐ ललज्जिह्वायै नमः ।
ॐ दिगम्बर्यै नमः ।
ॐ दीर्घोदर्यै नमः ।
ॐ दीर्घरवायै नमः ।
ॐ दीर्घाङ्ग्यै नमः ।
ॐ दीर्घमस्तकायै नमः ।
ॐ विमुक्तकुन्तलायै नमः ।
ॐ कीर्त्यायै नमः ।
ॐ कैलासस्थानवासिन्यै नमः ।40

ॐ क्रूरायै नमः ।
ॐ कालस्वरूपायै नमः ।
ॐ कालचक्रप्रवर्तिन्यै नमः ।
ॐ विवर्णायै नमः ।
ॐ चञ्चलायै नमः ।
ॐ दुष्टायै नमः ।
ॐ दुष्टविध्वंसकारिण्यै नमः ।
ॐ चण्ड्यै नमः ।
ॐ चण्डस्वरूपायै नमः ।
ॐ चामुण्डायै नमः ।

ॐ चण्डनिःस्वनायै नमः ।
ॐ चण्डवेगायै नमः ।
ॐ चण्डगत्यै नमः ।
ॐ चण्डविनाशिन्यै नमः ।
ॐ मुण्डविनाशिन्यै नमः ।
ॐ चाण्डालिन्यै नमः ।
ॐ चित्ररेखायै नमः ।
ॐ चित्राङ्ग्यै नमः ।
ॐ चित्ररूपिण्यै नमः ।
ॐ कृष्णायै नमः ।60

ॐ कपर्दिन्यै नमः ।
ॐ कुल्लायै नमः ।
ॐ कृष्णरूपायै नमः ।
ॐ क्रियावत्यै नमः ।
ॐ कुम्भस्तन्यै नमः ।
ॐ महोन्मत्तायै नमः ।
ॐ मदिरापानविह्वलायै नमः ।
ॐ चतुर्भुजायै नमः ।
ॐ ललज्जिह्वायै नमः ।
ॐ शत्रुसंहारकारिण्यै नमः ।70

ॐ शवारूढायै नमः ।
ॐ शवगतायै नमः ।
ॐ श्मशानस्थानवासिन्यै नमः ।
ॐ दुराराध्यायै नमः ।
ॐ दुराचारायै नमः ।
ॐ दुर्जनप्रीतिदायिन्यै नमः ।
ॐ निर्मांसायै नमः ।
ॐ निराकारायै नमः ।
ॐ धूमहस्तायै नमः ।
ॐ वरान्वितायै नमः ।80

ॐ कलहायै नमः ।
ॐ कलिप्रीतायै नमः ।
ॐ कलिकल्मषनाशिन्यै नमः ।
ॐ महाकालस्वरूपायै नमः ।
ॐ महाकालप्रपूजितायै नमः ।
ॐ महादेवप्रियायै नमः ।
ॐ मेधायै नमः ।
ॐ महासङ्कटनाशिन्यै नमः ।
ॐ भक्तप्रियायै नमः ।
ॐ भक्तगत्यै नमः ।90

ॐ भक्तशत्रुविनाशिन्यै नमः ।
ॐ भैरव्यै नमः ।
ॐ भुवनायै नमः ।
ॐ भीमायै नमः ।
ॐ भारत्यै नमः ।
ॐ भुवनात्मिकायै नमः ।
ॐ भेरूण्डायै नमः ।
ॐ भीमनयनायै नमः ।
ॐ त्रिनेत्रायै नमः ।
ॐ बहुरूपिण्यै नमः ।100

ॐ त्रिलोकेश्यै नमः ।
ॐ त्रिकालज्ञायै नमः ।
ॐ त्रिस्वरूपायै नमः ।
ॐ त्रयीतनवे नमः ।
ॐ त्रिमूर्त्यै नमः ।
ॐ तन्व्यै नमः ।
ॐ त्रिशक्त्यै नमः ।
ॐ त्रिशूलिन्यै नमः ।108

Dhumavati 108 Name Namavali in English

Om Dhumavatyai Namah
Om Dhumravarnayai Namah
Om Dhumrapanaparayanayai Namah
Om Dhumrakshamathinyai Namah
Om Dhanyayai Namah
Om Dhanyasthanavasinyai Namah
Om Aghoracharasantushtayai Namah
Om Aghoracharamanditayai Namah
Om Aghoramantrasampritayai Namah
Om Aghoramantrapujitayai Namah

Om Attattahasaniratayai Namah
Om Malinambaradharinyai Namah
Om Vriddhayai Namah
Om Virupayai Namah
Om Vidhavayai Namah
Om Vidyayai Namah
Om Viraladvijayai Namah
Om Pravriddhaghonayai Namah
Om Kumukhyai Namah
Om Kutilayai Namah

Om Kutilakshanayai Namah
Om Karalayai Namah
Om Karalasyayai Namah
Om Kankalayai Namah
Om Shurpadharinyai Namah
Om Kakadhvajaratharudhayai Namah
Om Kevalayai Namah
Om Kathinayai Namah
Om Kuhvai Namah
Om Kshutpipasaraditayai Namah

Om Nityayai Namah
Om Lalajjihvayai Namah
Om Digambaryai Namah
Om Dirghodaryai Namah
Om Dirgharavayai Namah
Om Dirghangyai Namah
Om Dirghamastakayai Namah
Om Vimuktakuntalayai Namah
Om Kirtyai Namah
Om Kailasasthanavasinyai Namah

Om Krurayai Namah
Om Kalasvarupayai Namah
Om Kalachakrapravartinyai Namah
Om Vivarnayai Namah
Om Chanchalayai Namah
Om Dushtayai Namah
Om Dushtavidhvamsakarinyai Namah
Om Chandayai Namah
Om Chandasvarupayai Namah
Om Chamundayai Namah

Om Chandanihsvanayai Namah
Om Chandavegayai Namah
Om Chandagatyai Namah
Om Chandavinashinyai Namah
Om Mundavinashinyai Namah
Om Chandalinyai Namah
Om Chitrarekhayai Namah
Om Chitrangyai Namah
Om Chitrarupinyai Namah
Om Krishnayai Namah

Om Kapardinyai Namah
Om Kullayai Namah
Om Krishnarupayai Namah
Om Kriyavatyai Namah
Om Kumbhastanyai Namah
Om Mahonmattayai Namah
Om Madirapanavihvalayai Namah
Om Chaturbhujayai Namah
Om Lalajjihvayai Namah
Om Shatrusamharakarinyai Namah

Om Shavarudhayai Namah
Om Shavagatayai Namah
Om Smashanasthanavasinyai Namah
Om Duraradhyayai Namah
Om Duracharayi Namah
Om Durjanapritidayinyai Namah
Om Nirmamsayai Namah
Om Nirakarayai Namah
Om Dhumahastayai Namah
Om Varanvitayai Namah

Om Kalahayai Namah
Om Kalipritayai Namah
Om Kalikalmashanashinyai Namah
Om Mahakalasvarupayai Namah
Om Mahakalaprapujitayai Namah
Om Mahadevapriyayai Namah
Om Medhayai Namah
Om Mahasankatanashinyai Namah
Om Bhaktapriyayai Namah
Om Bhaktagatyai Namah

Om Bhaktashatruvinashinyai Namah
Om Bhairavyai Namah
Om Bhuvanayai Namah
Om Bhimayai Namah
Om Bharatayi Namah
Om Bhuvanatmikayai Namah
Om Bherundayai Namah
Om Bhimanayanayai Namah
Om Trinetrayai Namah
Om Bahurupinyai Namah

Om Trilokeshyai Namah
Om Trikalajnayai Namah
Om Trisvarupayai Namah
Om Trayitanave Namah
Om Trimurtyai Namah
Om Tanvyai Namah
Om Trishaktyai Namah
Om Trishulinyai Namah

धूमावती अष्टोत्तरशतनामावलिः PDF Download

धूमावती अष्टोत्तरशतनामावलिः का अर्थ

1. ॐ धूमावत्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो धुएं के रूप में प्रकट होती हैं।

  • धूमावती देवी को धुएं के प्रतीक रूप में माना जाता है। यह धुएं का स्वरूप दुःख, पीड़ा और विपरीत परिस्थितियों का प्रतिनिधित्व करता है, जिनका सामना व्यक्ति को जीवन में करना पड़ता है।

2. ॐ धूम्रवर्णायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका वर्ण धूम्र (धुएं के समान) है।

  • यह नाम देवी की धूम्रवर्ण की आकृति का वर्णन करता है, जो उनकी क्रोधित और भयानक रूप की प्रतीक है।

3. ॐ धूम्रपानपरायणायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो धूम्रपान में संलग्न रहती हैं।

  • धूम्रपान यहां प्रतीकात्मक रूप से उस ज्वाला को दर्शाता है जो नकारात्मकता और अज्ञानता को जलाकर नष्ट कर देती है।

4. ॐ धूम्राक्षमथिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो धूम्र वर्ण के अक्षम का नाश करती हैं।

  • यह देवी की शक्ति का प्रतीक है, जो अज्ञान और बुराई का नाश करती हैं।

5. ॐ धन्यायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो धन्य हैं।

  • यह नाम उनके सम्मान और आदर को दर्शाता है, जो विशेष रूप से साधकों द्वारा उनकी साधना के दौरान पाया जाता है।

6. ॐ धन्यस्थाननिवासिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो धन्य स्थानों में निवास करती हैं।

  • यह देवी की उपस्थिति को पवित्र स्थानों में दर्शाता है, जहां ध्यान और साधना द्वारा उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है।

7. ॐ अघोराचारसन्तुष्टायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो अघोरी आचरण से संतुष्ट होती हैं।

  • यह नाम धूमावती की अघोरी साधना और तपस्या से जुड़े आचरण को दर्शाता है, जिससे देवी प्रसन्न होती हैं।

8. ॐ अघोराचारमण्डितायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो अघोरी आचरण से मण्डित हैं।

  • अघोरी साधक उन पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जो उनके अघोरी स्वरूप और अनुष्ठानों से सुशोभित होती हैं।

9. ॐ अघोरमन्त्रसम्प्रीतायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो अघोरी मंत्रों से प्रसन्न होती हैं।

  • यह नाम अघोरी मंत्रों के महत्व को दर्शाता है, जो धूमावती की उपासना में मुख्य भूमिका निभाते हैं।

10. ॐ अघोरमन्त्रपूजितायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो अघोरी मंत्रों द्वारा पूजित हैं।

  • यह दर्शाता है कि देवी की पूजा विशेष अघोरी मंत्रों द्वारा की जाती है, जो उन्हें प्रसन्न करते हैं।

11. ॐ अट्टाट्टहासनिरतायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो अट्टहास में संलग्न हैं।

  • अट्टहास उनके विकराल रूप का प्रतीक है, जो संसार की असारता और विनाश का संकेत है।

12. ॐ मलिनाम्बरधारिण्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो मलिन वस्त्र धारण करती हैं।

  • यह दर्शाता है कि धूमावती साधारण और धूलयुक्त वस्त्रों में प्रकट होती हैं, जो उनकी निराशा और त्याग का प्रतीक है।

13. ॐ वृद्धायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो वृद्धा हैं।

  • यह देवी के बुजुर्ग रूप का वर्णन करता है, जो संसार के नाश और परिवर्तन का संकेत है।

14. ॐ विरूपायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो विरूप (असामान्य) रूप में हैं।

  • उनका विरूप रूप संसार के विकारों और अपूर्णताओं का प्रतीक है।

15. ॐ विधवायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो विधवा हैं।

  • विधवा रूप देवी के त्याग और संसारिक मोह-माया से विमुक्त होने का प्रतीक है।

16. ॐ विद्यायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो विद्या स्वरूप हैं।

  • वह ज्ञान और ज्ञान प्राप्ति का प्रतीक हैं, जो संसार के अंधकार को नष्ट करती हैं।

17. ॐ विरलद्विजायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो विरल दांतों वाली हैं।

  • विरल दांत देवी के भयानक और विकराल रूप का प्रतीक हैं, जो संसार के विनाश की ओर संकेत करते हैं।

18. ॐ प्रवृद्धघोणायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी नाक बड़ी है।

  • यह उनके विशेष रूप का प्रतीक है, जो विकरालता और असाधारणता का संकेत देता है।

19. ॐ कुमुख्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका मुख कपटपूर्ण है।

  • यह देवी के कपट और भयानक रूप का प्रतीक है, जो माया और भ्रम का प्रतिनिधित्व करता है।

20. ॐ कुटिलायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कुटिल हैं।

  • कुटिलता देवी के रहस्यमय और अप्रत्याशित स्वभाव का प्रतीक है।

21. ॐ कुटिलेक्षणायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी दृष्टि कुटिल (टेढ़ी) है।

  • उनकी कुटिल दृष्टि संसारिक मोह-माया को भेदने की क्षमता का प्रतीक है।

22. ॐ कराल्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका रूप कराल (भयानक) है।

  • कराल रूप देवी की शक्ति और संसार के विनाश की क्षमता का प्रतीक है।

23. ॐ करालास्यायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका मुख कराल (भयानक) है।

  • यह नाम देवी के विकराल मुख और उनकी भयानक शक्ति को दर्शाता है।

24. ॐ कङ्काल्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कंकाल स्वरूप हैं।

  • कंकाल रूप देवी के संसार के नश्वरता और मृत्यु के सत्य को दर्शाता है, जो जीवन के असारता की ओर संकेत करता है।

25. ॐ शूर्पधारिण्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो शूर्प (सूप) धारण करती हैं।

  • शूर्प वह उपकरण है जो अनाज से भूसे को अलग करता है, यह प्रतीक है कि देवी अज्ञानता और माया से सत्य को अलग करती हैं।

26. ॐ काकध्वजरथारूढायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो काकध्वज (कौआ प्रतीक ध्वजा) के साथ रथ पर आरूढ़ हैं।

  • कौआ यम का प्रतीक है, जो मृत्यु और परिवर्तन का संदेशवाहक है। यह देवी के रौद्र रूप और मृत्यु के स्वामी की ओर संकेत करता है।

27. ॐ केवलायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो अकेली (केवल) हैं।

  • यह नाम उनके विधवा रूप और संसारिक मोह-माया से मुक्त होने का प्रतीक है।

28. ॐ कठिनायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कठोर हैं।

  • यह देवी के कठोर स्वभाव और उनके अनुयायियों के लिए कठोर साधना के महत्व को दर्शाता है।

29. ॐ कुह्वै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो रहस्यमयी हैं।

  • कुहू का अर्थ है गुप्त या रहस्यमयी, जो देवी के अज्ञेय और रहस्यमय स्वरूप को दर्शाता है।

30. ॐ क्षुत्पिपासार्दितायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भूख और प्यास से व्याकुल हैं।

  • यह नाम उनकी तपस्या और त्याग को दर्शाता है, जो भौतिक इच्छाओं से मुक्त होने का प्रतीक है।

31. ॐ नित्यायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो नित्य (सदा) हैं।

  • देवी धूमावती सदा रहने वाली और अमरता की प्रतीक हैं, जो संसारिक चक्र से मुक्त हैं।

32. ॐ ललज्जिह्वायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी जीभ ललज्जित है।

  • यह देवी के क्रोधित और भयानक रूप का एक और पहलू है, जो उनकी अदम्य शक्ति को दर्शाता है।

33. ॐ दिगम्बर्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो दिगम्बर (वस्त्र रहित) हैं।

  • दिगम्बर रूप देवी के समस्त मोह-माया और बंधनों से विमुक्त होने का प्रतीक है, जो उनके असार संसार को त्यागने का रूप दर्शाता है।

34. ॐ दीर्घोदर्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका उदर (पेट) विशाल है।

  • यह देवी की विशालता और उनकी शक्ति का प्रतीक है, जो सभी को समाहित करने की क्षमता रखती हैं।

35. ॐ दीर्घरवायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी ध्वनि (रव) विशाल है।

  • यह देवी के क्रोधित और भयानक गर्जना की ओर संकेत करता है, जो संसार को चौंका देती है।

36. ॐ दीर्घाङ्ग्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका शरीर दीर्घ (लंबा) है।

  • यह देवी के विराट और अप्रतिम स्वरूप को दर्शाता है, जो संपूर्ण ब्रह्मांड को घेरता है।

37. ॐ दीर्घमस्तकायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका मस्तक (सिर) दीर्घ (लंबा) है।

  • यह देवी की ज्ञान और बुद्धि की विशालता का प्रतीक है, जो समस्त विश्व को प्रभावित करता है।

38. ॐ विमुक्तकुन्तलायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनके केश बिखरे हुए हैं।

  • बिखरे हुए बाल देवी के उग्र और असंयमित रूप का प्रतीक हैं, जो उनकी विकरालता को दर्शाते हैं।

39. ॐ कीर्त्यायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कीर्ति (यश) स्वरूप हैं।

  • देवी की कीर्ति सर्वत्र व्याप्त है, जो साधकों को उनके आशीर्वाद के द्वारा प्राप्त होती है।

40. ॐ कैलासस्थानवासिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कैलास पर्वत पर निवास करती हैं।

  • कैलास पर्वत शिवजी का निवास स्थान है, और धूमावती देवी वहां रहने वाली मानी जाती हैं, जो उनके महादेव से संबंध को दर्शाता है।

41. ॐ क्रूरायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो क्रूर हैं।

  • यह नाम देवी के कठोर और भयानक रूप का प्रतीक है, जो संसार की बुराइयों का नाश करती हैं।

42. ॐ कालस्वरूपायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो काल (समय) की स्वरूपा हैं।

  • काल देवी का एक और रूप है, जो समय की अनन्तता और परिवर्तनशीलता का प्रतीक है।

43. ॐ कालचक्रप्रवर्तिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कालचक्र (समय का चक्र) चलाने वाली हैं।

  • यह देवी के समय को नियंत्रित करने और संसार को सतत परिवर्तनशील बनाए रखने की शक्ति का प्रतीक है। वे कालचक्र की गति द्वारा संसार को चलाती हैं।

44. ॐ विवर्णायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो विवर्ण (रंगहीन) हैं।

  • यह देवी के त्याग और संसारिक रंगों से मुक्त होने का प्रतीक है। वे माया और भ्रम से परे हैं, इसलिए उनका कोई निश्चित रंग नहीं है।

45. ॐ चञ्चलायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो चञ्चल (अस्थिर) हैं।

  • यह नाम देवी की उस स्वभाव को दर्शाता है, जिसमें वे निरंतर गतिशील और अस्थिर होती हैं। उनका यह रूप संसार के अस्थिर स्वभाव का प्रतीक है।

46. ॐ दुष्टायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो दुष्ट (दुष्टतापूर्ण) हैं।

  • यह नाम देवी की कठोरता और उनके उस रूप को दर्शाता है, जिसमें वे संसार के दुष्ट और अनैतिक कार्यों का विनाश करती हैं।

47. ॐ दुष्टविध्वंसकारिण्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो दुष्टों का विध्वंस करती हैं।

  • यह नाम उनके विनाशकारी रूप का प्रतीक है, जिसमें वे सभी बुराइयों, अज्ञान और दुष्टता का नाश करती हैं।

48. ॐ चण्ड्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो चण्ड (भयानक) हैं।

  • यह देवी के उग्र और विकराल रूप का प्रतीक है, जो संसार के दोषों और पापों का नाश करने के लिए प्रकट होता है।

49. ॐ चण्डस्वरूपायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो चण्ड का स्वरूप हैं।

  • देवी चण्डस्वरूप हैं, जो उनकी तेजस्विता और संसार के विनाशकारी शक्तियों के प्रतीक रूप में प्रकट होती हैं।

50. ॐ चामुण्डायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो चामुण्डा (राक्षसी का संहार करने वाली) हैं।

  • चामुण्डा देवी का वह रूप है, जिसमें उन्होंने चण्ड और मुण्ड नामक राक्षसों का संहार किया। यह नाम देवी की अपार शक्ति और बुराइयों को नष्ट करने की क्षमता को दर्शाता है।

51. ॐ चण्डनिःस्वनायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी आवाज चण्ड (भयानक) गर्जना जैसी है।

  • उनकी आवाज उनके भयानक रूप और शक्ति का प्रतीक है, जो संसार की बुराइयों का अंत करने वाली होती है।

52. ॐ चण्डवेगायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका वेग (गति) चण्ड (तेज) है।

  • यह नाम देवी के तीव्र और शक्तिशाली गति का प्रतीक है, जो हर अवरोध को नष्ट कर सकती है।

53. ॐ चण्डगत्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी गति भयानक है।

  • यह देवी के अदम्य शक्ति और तीव्र गति को दर्शाता है, जो संसार के दोषों को दूर करने के लिए आवश्यक होती है।

54. ॐ चण्डविनाशिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो चण्ड (दुष्ट) का विनाश करती हैं।

  • यह नाम उनके दुष्ट शक्तियों के नाशक रूप का प्रतीक है, जो संसार को संतुलन में रखने के लिए अनिवार्य है।

55. ॐ मुण्डविनाशिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो मुण्ड (राक्षस) का विनाश करती हैं।

  • यह नाम चण्डमुण्ड राक्षसों के संहार का प्रतीक है, जो देवी के विकराल रूप में हुआ था।

56. ॐ चाण्डालिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो चाण्डाल (समाज से बाहर का व्यक्ति) स्वरूप हैं।

  • यह नाम देवी की उस शक्ति को दर्शाता है, जो सीमाओं और सामाजिक परंपराओं से परे होती है। उनका रूप समाज के नियमों और सीमाओं से मुक्त है।

57. ॐ चित्ररेखायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो विचित्र रेखाओं वाली हैं।

  • यह देवी के अनूठे और असाधारण स्वरूप का प्रतीक है, जो साधारण से परे है और साधकों के लिए रहस्यमय है।

58. ॐ चित्राङ्ग्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका शरीर विचित्र (अद्वितीय) है।

  • उनका यह रूप साधकों के लिए अद्भुत और असामान्य है, जो देवी के रहस्यमय और अपरंपरागत स्वरूप को दर्शाता है।

59. ॐ चित्ररूपिण्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो विचित्र रूपा हैं।

  • उनका रूप अत्यंत विचित्र और रहस्यमय है, जो साधारण दृष्टि से समझा नहीं जा सकता। यह उनका अनोखापन और अनन्तता को दर्शाता है।

60. ॐ कृष्णायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कृष्णवर्ण (काले) हैं।

  • काला रंग देवी के भयानक और विकराल स्वरूप का प्रतीक है, जो संसार की नकारात्मक शक्तियों को नियंत्रित करता है।

61. ॐ कपर्दिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो जटाधारी हैं।

  • यह देवी के शैव स्वरूप का प्रतीक है, जिनकी जटाएं शिवजी के साथ उनके संबंध को दर्शाती हैं।

62. ॐ कुल्लायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कुल्ला (असाधारण) हैं।

  • उनका असाधारण रूप साधकों के लिए रहस्यमय और विस्मयकारी है।

63. ॐ कृष्णरूपायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनका रूप कृष्णवर्ण का है।

  • उनका कृष्णवर्ण का रूप भयानकता और उनके शक्ति स्वरूप को दर्शाता है, जो अज्ञान और बुराइयों को नष्ट करता है।

64. ॐ क्रियावत्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो सक्रिय हैं।

  • यह नाम दर्शाता है कि देवी निरंतर संसार में क्रियाशील रहती हैं और उनके कार्य संसार के संचालन के लिए आवश्यक होते हैं।

65. ॐ कुम्भस्तन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनके स्तन कुम्भ (घड़े) जैसे हैं।

  • यह देवी की ममतामयी और पोषण देने वाली शक्ति का प्रतीक है, जो संसार का भरण-पोषण करती हैं।

66. ॐ महोन्मत्तायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो महा उन्मत्त (अत्यधिक उन्मत्त) हैं।

  • यह नाम देवी के विकराल और उत्तेजित रूप का प्रतीक है, जो उनकी अनन्त शक्ति और उत्साह को दर्शाता है।

67. ॐ मदिरापानविह्वलायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो मदिरा पान से विमोहित हैं।

  • मदिरा यहाँ प्रतीक रूप में देवी के भौतिक बंधनों से मुक्त और मानसिक विस्फोटक ऊर्जा का संकेत देती है।

68. ॐ चतुर्भुजायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो चतुर्भुजा (चार भुजाओं वाली) हैं।

  • उनकी चार भुजाएँ उनकी शक्ति और संतुलन का प्रतीक हैं, जो देवी के चारों ओर की विभिन्न शक्तियों को नियंत्रित करती हैं।

69. ॐ ललज्जिह्वायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी जीभ ललज्जित (लंबी) है।

  • देवी का यह स्वरूप उनकी उग्रता और विकरालता का प्रतीक है, जो उनके विकट रूप को दर्शाता है।

70. ॐ शत्रुसंहारकारिण्यै नमः

अर्थ: धूमावती को

प्रणाम, जो शत्रुओं का संहार करती हैं।

  • यह देवी के विनाशकारी रूप का प्रतीक है, जो उनके शत्रुओं और बुराइयों का नाश करता है।

71. ॐ शवारूढायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो शव (मृत शरीर) पर आरूढ़ हैं।

  • देवी का शव पर आरूढ़ होना उनके विनाशकारी और मृत्यु से संबंधित स्वरूप को दर्शाता है। यह संसार की असारता और नश्वरता का प्रतीक है।

72. ॐ शवगतायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो शव में निवास करती हैं।

  • यह दर्शाता है कि धूमावती देवी मृत्यु और अंतिम सत्य की अधिष्ठात्री हैं, जो शरीर की नश्वरता का संकेत देता है।

73. ॐ श्मशानस्थानवासिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो श्मशान में निवास करती हैं।

  • श्मशान देवी का निवास स्थान है, जो उनके जीवन और मृत्यु के पार जाने वाले स्वरूप को दर्शाता है। यह मृत्यु के बाद के जीवन और मोक्ष का प्रतीक है।

74. ॐ दुराराध्यायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कठिनाई से पूजित होती हैं।

  • धूमावती देवी की साधना कठिन मानी जाती है। उनकी पूजा और साधना विशेष तप और एकाग्रता की मांग करती है, जिससे वह साधकों को सिद्धि प्रदान करती हैं।

75. ॐ दुराचारायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो दुराचार का प्रतीक हैं।

  • यह नाम देवी की उस शक्ति को दर्शाता है, जिसमें वे दुष्ट आचरण और अनैतिकता का नाश करती हैं। यह उनके न्यायप्रिय और कठोर रूप का प्रतीक है।

76. ॐ दुर्जनप्रीतिदायिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो दुर्जनों को भी प्रिय हैं।

  • यह नाम दर्शाता है कि देवी धूमावती से डरने वाले दुर्जन भी उन्हें सम्मान देते हैं, क्योंकि वे उनकी शक्ति और भयानक रूप से परिचित होते हैं।

77. ॐ निर्मांसायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो मांस रहित (निर्मांस) हैं।

  • यह देवी के विरक्त और तपस्वी रूप का प्रतीक है, जो सभी भौतिक इच्छाओं और शरीर की सीमाओं से मुक्त हैं।

78. ॐ निराकारायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो निराकार (रूपहीन) हैं।

  • यह नाम देवी की अनंत और असीम शक्ति का प्रतीक है, जो किसी भी रूप में बंधी नहीं है। उनका अस्तित्व निराकार और व्यापक है।

79. ॐ धूमहस्तायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनके हाथ में धुआं है।

  • धूम्र हस्त देवी का प्रतीक है कि वे धुएं जैसी रहस्यमय और अस्थायी होती हैं, जो संसार के अज्ञान को दूर करने की शक्ति रखती हैं।

80. ॐ वरान्वितायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो वरदान देने वाली हैं।

  • यह दर्शाता है कि देवी अपने भक्तों को आशीर्वाद और वरदान प्रदान करती हैं, जिससे उनके जीवन में सुख और शांति आती है।

81. ॐ कलहायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कलह (झगड़े) की देवी हैं।

  • यह नाम दर्शाता है कि देवी संसार के संघर्षों और विवादों का प्रतिनिधित्व करती हैं, जो जीवन का एक अपरिहार्य हिस्सा हैं।

82. ॐ कलिप्रीतायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कलियुग में प्रिय हैं।

  • देवी का यह स्वरूप कलियुग से जुड़ा हुआ है, जिसमें वे विशेष रूप से पूजित और प्रासंगिक मानी जाती हैं।

83. ॐ कलिकल्मषनाशिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो कलियुग के पापों का नाश करती हैं।

  • यह नाम उनके उस रूप का प्रतीक है, जिसमें वे कलियुग के दोषों और पापों का नाश करती हैं और साधकों को पवित्रता प्रदान करती हैं।

84. ॐ महाकालस्वरूपायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो महाकाल (काल के स्वामी) की स्वरूपा हैं।

  • महाकाल शिव का रूप है, जो समय और मृत्यु के स्वामी हैं। धूमावती देवी महाकाल की संगिनी और उनका स्वरूप हैं।

85. ॐ महाकालप्रपूजितायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिन्हें महाकाल द्वारा पूजित किया गया है।

  • यह दर्शाता है कि महाकाल स्वयं भी धूमावती देवी की पूजा करते हैं, जो उनकी महिमा और शक्ति को दर्शाता है।

86. ॐ महादेवप्रियायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो महादेव (शिव) की प्रिय हैं।

  • धूमावती देवी शिव की प्रिय हैं, जो उनके शैव स्वरूप और शिव के साथ उनके संबंध को दर्शाता है।

87. ॐ मेधायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो मेधा (बुद्धि) स्वरूपा हैं।

  • यह देवी की ज्ञान और बुद्धि की शक्ति को दर्शाता है, जो साधकों को जीवन में सही मार्ग दिखाने में सहायक होती हैं।

88. ॐ महासङ्कटनाशिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो महासंकटों का नाश करती हैं।

  • देवी अपने भक्तों के जीवन में आने वाले बड़े संकटों और परेशानियों का नाश करती हैं और उन्हें सुरक्षित मार्ग प्रदान करती हैं।

89. ॐ भक्तप्रियायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भक्तों को प्रिय हैं।

  • यह दर्शाता है कि देवी अपने भक्तों के प्रति स्नेहशील और दयालु हैं, जो उनकी पूजा और श्रद्धा के द्वारा उनका सानिध्य प्राप्त करते हैं।

90. ॐ भक्तगत्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भक्तों की गति (आश्रय) हैं।

  • भक्तगति का अर्थ है कि देवी अपने भक्तों की रक्षा और मार्गदर्शन करती हैं, उन्हें सभी विपत्तियों से बचाती हैं।

91. ॐ भक्तशत्रुविनाशिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भक्तों के शत्रुओं का नाश करती हैं।

  • देवी अपने भक्तों की रक्षा करती हैं और उनके शत्रुओं का विनाश करती हैं, जिससे भक्त निडर होकर उनके शरण में रह सकें।

92. ॐ भैरव्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भैरवी स्वरूपा हैं।

  • भैरवी देवी का भयानक और उग्र रूप है, जो संसार की बुराइयों और अज्ञानता का नाश करता है।

93. ॐ भुवनायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो सम्पूर्ण भुवन (विश्व) की अधिष्ठात्री हैं।

  • देवी धूमावती सम्पूर्ण ब्रह्मांड की शक्ति और संचालन का प्रतीक हैं, जो उनके सार्वभौमिक रूप को दर्शाता है।

94. ॐ भीमायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भीम (भयानक) रूपा हैं।

  • उनका भीम रूप अत्यधिक भयानक और विनाशकारी है, जो संसार की बुराइयों का अंत करता है।

95. ॐ भारत्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भारती (ज्ञान) स्वरूप हैं।

  • देवी धूमावती भारती यानी ज्ञान और विद्या की अधिष्ठात्री हैं, जो अपने भक्तों को आत्मज्ञान प्रदान करती हैं।

96. ॐ भुवनात्मिकायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो सम्पूर्ण भुवन की आत्मा हैं।

  • यह नाम दर्शाता है कि धूमावती सम्पूर्ण ब्रह्मांड की आत्मा हैं और सभी प्राणियों में उनकी शक्ति विद्यमान है।

97. ॐ भेरूण्डायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो भेरुण्ड (विकराल) रूपा हैं।

  • उनका भेरुण्ड रूप अत्यधिक विकराल और शक्ति से भरपूर है, जो संसार की बुराइयों को नष्ट करता है।

98. ॐ भीमनयनायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जिनकी आंखें भीम (भयानक) हैं।

  • भीमनयन का अर्थ है उनकी आँख

ों से प्रकट होने वाली भयानक दृष्टि, जो सभी बुराइयों को नष्ट करने वाली होती है।

99. ॐ त्रिनेत्रायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो त्रिनेत्र (तीन नेत्रों वाली) हैं।

  • तीन नेत्र ज्ञान, शक्ति और नष्ट करने की क्षमता का प्रतीक हैं, जो देवी के व्यापक रूप को दर्शाता है।

100. ॐ बहुरूपिण्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो अनेक रूप धारण करती हैं।

  • देवी धूमावती अनेक रूपों में प्रकट होती हैं, जो उनकी अनंत और असीमित शक्ति का प्रतीक है।

101. ॐ त्रिलोकेश्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो तीनों लोकों की ईश्वरी हैं।

  • देवी तीनों लोकों की अधिपति हैं, जो उनका व्यापक और सार्वभौमिक रूप दर्शाता है।

102. ॐ त्रिकालज्ञायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो त्रिकाल (भूत, वर्तमान, और भविष्य) की ज्ञाता हैं।

  • यह नाम देवी के सर्वज्ञ रूप का प्रतीक है, जो भूत, वर्तमान और भविष्य—सभी कालों को जानती हैं। वे समय से परे हैं और हर चीज का ज्ञान रखती हैं।

103. ॐ त्रिस्वरूपायै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो त्रिस्वरूपा (तीन रूपों वाली) हैं।

  • यह नाम देवी के तीन रूपों का संकेत देता है: सृजन, पालन, और संहार। वे इन तीनों कार्यों को संचालित करती हैं।

104. ॐ त्रयीतनवे नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो तीनों वेदों की तनया (संतान) हैं।

  • यह देवी के वेदों से जुड़े होने और धर्म, सत्य और ज्ञान की संरक्षक होने का प्रतीक है। वे त्रयी अर्थात तीनों वेदों (ऋग्वेद, यजुर्वेद, और सामवेद) से उत्पन्न मानी जाती हैं।

105. ॐ त्रिमूर्त्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो त्रिमूर्ति (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) स्वरूपा हैं।

  • यह नाम दर्शाता है कि देवी त्रिमूर्ति की शक्ति हैं, जो सृष्टि, पालन और विनाश की प्रक्रियाओं को नियंत्रित करती हैं। वे ब्रह्मा, विष्णु, और महेश—तीनों देवताओं की शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं।

106. ॐ तन्व्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो तन्वी (कोमल और सुडौल) हैं।

  • यह नाम देवी के सूक्ष्म और कोमल स्वरूप को दर्शाता है। उनके इस रूप में वे साधकों को अपनी ममता और करुणा से लाभान्वित करती हैं।

107. ॐ त्रिशक्त्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो त्रिशक्ति (तीन शक्तियों वाली) हैं।

  • त्रिशक्ति का अर्थ है देवी की तीन प्रमुख शक्तियाँ: इच्छा शक्ति, क्रिया शक्ति, और ज्ञान शक्ति। वे इन तीनों शक्तियों को धारण करती हैं और सम्पूर्ण सृष्टि को संचालित करती हैं।

108. ॐ त्रिशूलिन्यै नमः

अर्थ: धूमावती को प्रणाम, जो त्रिशूल धारण करती हैं।

  • त्रिशूल देवी के विकराल रूप का प्रतीक है, जो तीन प्रमुख शक्तियों (सृजन, पालन, और संहार) का प्रतिनिधित्व करता है। यह उनके संहारकारी रूप और बुराइयों को नष्ट करने की शक्ति का प्रतीक है।

यह धूमावती अष्टोत्तरशतनामावलि 108 पवित्र नामों का संग्रह है, जिसमें धूमावती देवी के विभिन्न स्वरूपों, शक्तियों, और गुणों का वर्णन किया गया है। प्रत्येक नाम देवी के किसी विशेष रूप, गुण, या शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है, जो साधकों के जीवन में सुरक्षा, मार्गदर्शन और मोक्ष का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

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