- – यह भजन खाटू श्याम बाबा के प्रति गहरे श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है, जिसमें भक्त अपने दुखों और कष्टों के निवारण के लिए उनकी शरण में आता है।
- – भक्त कहता है कि उसे धन-दौलत की नहीं, बल्कि बाबा श्याम का साथ और आशीर्वाद चाहिए, जो जीवन में सच्ची सुख-शांति प्रदान करता है।
- – भजन में बाबा श्याम को विशेष और खास बताया गया है, जो अपने भक्तों को बिना देर किए गले लगाकर उनकी सभी समस्याएं दूर कर देते हैं।
- – भक्त अपने जीवन में धर्म, देशभक्ति और सनातन परंपराओं का पालन करने की कामना करता है और बाबा श्याम की महिमा का गुणगान करता है।
- – यह गीत टीटू शर्मा निठारिया द्वारा गाया गया है, जो भक्ति रस से ओतप्रोत है और श्रोताओं को आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराता है।

ना मेरे धोरे बाबा किराया,
मैं पैदल खाटू आया,
मनै भरोसा रींगस पे,
मनै लेणे आवेगा,
ओ मेरा खाटू वाला श्याम,
जाते ही गले लगावेगा।।
मतलब की इस दुनिया में,
बस तुझसे आस है,
और मनै भला के चहिए,
मेरे श्याम पास है,
घट घट के म्ह रम्या हुया,
तेरी भक्ति रास है,
जिसे दुनिया ने ठुकरा दिया,
बाबा वो तेरा खास है,
बिना देर करें मेरा बाबा श्याम,
सब कष्ट मिटावेगा,
ओ मेरा खाटु वाला श्याम,
जाते ही गले लगावेगा।।
तेरे प्रसाद को बाबा श्याम,
ना मेरे धोरे खोटी पाई,
तेरे निर्धन भक्त पे बाबा,
श्याम घनी लाचारी छाई,
तेरी सुबह शाम घर ज्यौत जले,
मन से सेवा ठाई,
मेरे माँ बापू की उमर लगा,
कर दी जो भरपाई,
भक्त तेरा तनै बाबा श्याम,
सदा दिल से चाहेगा,
ओ मेरा खाटु वाला श्याम,
जाते ही गले लगावेगा।।
धन दौलत ना चहिए मनै,
सदा तेरा साथ मिलै,
मनै जितने जनम भी मिले,
श्याम बस यही माॅं बाप मिलै,
यही घर कुणवा बल्ले का वंश,
यही ब्राह्मण जात मिलै,
धर्म सनातन में जन्मू,
देश भक्ति की बात मिलै,
सदा टीटू शर्मा बाबा श्याम,
तेरी महिमा गावेगा,
ओ मेरा खाटु वाला श्याम,
जाते ही गले लगावेगा।।
ना मेरे धोरे बाबा किराया,
मैं पैदल खाटू आया,
मनै भरोसा रींगस पे,
मनै लेणे आवेगा,
ओ मेरा खाटू वाला श्याम,
जाते ही गले लगावेगा।।
गायक – टीटू शर्मा निठारिया।
