मुख्य बिंदु
- – यह भजन भगवान शिव की महिमा और उनकी अनोखी शान का गुणगान करता है।
- – जीवन के दुःखों के बीच भगवान शिव ही एकमात्र सहारा और सुख का स्रोत हैं।
- – समस्त जगत भोलेनाथ की माया में है और मानव जीवन नश्वर है, इसलिए जीवन शिव के नाम समर्पित करना चाहिए।
- – गंगा की धारा और सभी जीवों की भलाई के लिए भोलेनाथ की पूजा की जाती है, जो संकट में सहायता करते हैं।
- – भजन में भोलेनाथ की शरण में जाने और उनका आशीर्वाद पाने की विनती की गई है।
- – भोलेनाथ की महानता और उनके प्रति श्रद्धा व्यक्त करते हुए उनका कोई मुकाबला नहीं बताया गया है।

भजन के बोल
भोले तेरी निराली शान,
करे जगत का तू कल्याण,
सबको शरण में रखले अपनी,
तुझसा नहीं महान,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥
दुःख का है सागर जीवन,
मानव का सारा,
सुख का है एक ही कतरा,
तेरा सहारा,
उसी एक कतरे को,
पीना मैं चाहूँ,
तेरे दरश में बीते,
जीवन ये सारा,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥
सारा जगत है भोले,
तेरी ही माया,
मानव हूँ मैं मेरी,
नश्वर है काया,
तेरे नाम पे अपना,
जीवन लुटा दूँ,
रहे मेरे सर पे,
सदा तेरा साया,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥
सारे जगत के हित में,
गंगा को धारा,
जिसने भी तुझे पुकारा,
उसको उबारा,
मेरी भी सुनले विनती,
ओ मेरे भोले,
मैं कर दूँ अर्पण,
अपना तन मन ये सारा,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥
भोले तेरी निराली शान,
करे जगत का तू कल्याण,
सबको शरण में रखले अपनी,
तुझसा नहीं महान,
ओ भोले तेरा जवाब कहाँ,
भोलें तेरी निराली शान ॥
