जब मन मेरा घबराए,कोई राह नज़र ना आये,ये हाथ पकड़ कर मेरा,मुझे मंज़िल तक ले जाये,ये बाबा तो मेरा रखवाला है,मुझे पल पल संभाला हैं ॥ कोई भी पास नहीं था,तब ये ही साथ खड़ा थामुझ दीन हीन कि खातिर,दीनो का नाथ लड़ा था,मेरे सिर पे हाथ फिराया,मुझे अपने गले लगाया,मैं हर दम साथ हूँ …





