- – यह गीत बजरंगी (हनुमान जी) के जन्मोत्सव की खुशी में लिखा गया है, जिसमें भक्तों को झूमने, नाचने और गाने के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
- – चैत्र सुदी पूनम के दिन बजरंगी का जन्म हुआ, जिसे अंजनी माता ने लाल रंग से सजाया।
- – भक्तों द्वारा बजरंगी को भोग और सिंदूर चढ़ाकर उनकी पूजा की जाती है।
- – बजरंगी की माया पूरे जग में फैली हुई है और वे सभी भक्तों पर अपनी कृपा बरसाते हैं।
- – इस दिन सभी भक्त मिलकर ढोल बजाकर और जयकारा लगाकर मंगल गान करते हैं।
बजरंगी आज है जन्मे भक्तो,
सब झूमो नाचो गाओ,
मिलजुल के ढोल बजाओ,
बजरंगी आज है जन्मे भक्तो,
मिलके मंगल गाओ।।
तर्ज – मेरा यार बना है दूल्हा।
आज का दिन है कितना प्यारा,
खुशियां इतनी लाया,
चैत्र सुदी पूनम के दिन,
अंजनी ने लाल है जाया,
आ जाओ बाबा के द्वारे,
जय जयकार बुलाओ।
सब झूमो नाचो गाओ,
मिलजुल के ढोल बजाओ,
बजरंगी आज हैं जन्मे भक्तो,
मिलके मंगल गाओ।।
भक्त तुम्हारे भोग सवामणी,
तुमको आज चढ़ाए,
बाबा को सिंदूर लगा के,
बाबा को है सजाए,
बाला मेरे प्यारे लागे
नजरो से इनको बचाओ,
सब झूमो नाचो गाओ,
मिलजुल के ढोल बजाओ,
बजरंगी आज हैं जन्मे भक्तो,
मिलके मंगल गाओ।।
सारे जग में बरसी मेरे,
बजरंगी की माया,
सब भक्तो पे बाबा करना,
किरपा की तुम छाया,
बजरंगी के दर पे आके,
रंग इनके रंग जाओ।
सब झूमो नाचो गाओ,
मिलजुल के ढोल बजाओ,
बजरंगी आज हैं जन्मे भक्तो,
मिलके मंगल गाओ।।
सब झूमो नाचो गाओ,
मिलजुल के ढोल बजाओ,
बजरंगी आज है जन्मे भक्तो,
मिलके मंगल गाओ।।