- – यह गीत भगवान शिव (भोलेनाथ) की भक्ति और स्तुति में लिखा गया है, जिसमें उनके विभिन्न नामों और रूपों की जयकार की गई है।
- – गीत में भोलेनाथ को त्रिलोकीनाथ, कैलाशपति, और दीनानाथ जैसे विभिन्न नामों से पुकारा गया है, जो उनकी महिमा को दर्शाते हैं।
- – भक्त अपने मन को शिवालय बताते हुए, शिव की कृपा से जीवन में रंग और प्रकाश आने की बात करता है।
- – भक्ति की गंगा में डूबकर भगवान शिव से सहारा पाने और उनके दर के भिखारी बनने की इच्छा व्यक्त की गई है।
- – अंत में शिव के अनेक मंदिरों और रूपों का उल्लेख करते हुए “ॐ नमः शिवाय” का जाप किया गया है, जो शिव भक्ति का प्रमुख मंत्र है।

बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
भोले भंडारी मैं हूँ तेरा पुजारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी।।
तर्ज – आ माँ आ तुझे दिल ने पुकारा।
भोलेनाथ की जय,
हो ओ ओ दीनानाथ की जय,
जय शिवशंकर,
जय जय भोले,
जय हो बद्रीनाथ,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी।।
नैन मेरे पूजा के दीपक,
मन है मेरा शिवाला,
तूने अपने रंग में मेरे,
जीवन को रंग डाला,
नैन मेरे पूजा के दीपक,
मन है मेरा शिवाला,
तूने अपने रंग में मेरे,
जीवन को रंग डाला,
तेरे जैसा ना ही कोई,
तेरे जैसा ना ही कोई,
पर उपकारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी।।
शिव शंकर कैलाश पति,
तू है त्रिलोकी नाथ,
तेरी कृपा हुए तो देखी,
जीवन की प्रभात,
शिव शंकर कैलाश पति,
तू है त्रिलोकी नाथ,
तेरी कृपा हुए तो देखी,
जीवन की प्रभात,
अब ना मिलेगी कोई,
अब ना मिलेगी कोई,
रैन अंधियारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी।।
डूब के भक्ति की गंगा में,
मुझको मिला किनारा,
ये तेरा उपकार है तूमने,
मुझको दिया सहारा,
डूब के भक्ति की गंगा में,
मुझको मिला किनारा,
ये तेरा उपकार है तूमने,
मुझको दिया सहारा,
ओ बनके रहूँगा तेरे,
बनके रहूँगा तेरे,
दर का भिखारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी।।
बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी,
भोले भंडारी मैं हूँ तेरा पुजारी सुन,
बम बम बम मेरें भोले भंडारी,
बम बम बम मेरे भोले भंडारी।।
जय महादेव, देवादिदेव,
जय शिवशंकर, जय सोमेश्वर,
जय कैलाशी, जय सुखराशि,
जय जय भोले, जय रामेश्वर,
जय कामारी,जय त्रिपुरारी
भव भय हारी, जय मल्लेश्वर,
जय विश्वम्भर, जय वैधनाथ,
जय विशात्मन, प्रभु विश्वनाथ,
जय नीलकंठ, जय गौरीपति,
जय लोकनाथ, जय सोमनाथ,
जय मुक्तेश्वर, जय अमरनाथ,
जय योगेश्वर, जय नागेश्वर,
जय उमानाथ, जय भैरवनाथ,
ॐ नमः शिवाय नमो।
