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- – यह भक्ति गीत प्रभु राम के नाम का निरंतर जप और स्मरण करने की भावना व्यक्त करता है।
- – मन को शुद्ध कर प्रभु के गुणों का गान करने और उनके वचनों का ध्यान रखने की प्रेरणा देता है।
- – व्यक्ति अपने अवगुणों को भूलकर प्रभु की पूजा और भक्ति में जीवन समर्पित करने का संकल्प करता है।
- – हर समय और हर पल प्रभु राम का नाम अपने हृदय और वाणी से निकलने की इच्छा प्रकट करता है।
- – यह गीत आध्यात्मिक जागरूकता और ईश्वर के प्रति समर्पण की भावना को उजागर करता है।

मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकले,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले।।
मन मंदिर में ज्योत जगाउंगी,
प्रभु सदा मैं तेरे गुण गाउंगी,
मेरे रोम रोम से तेरा नाम निकले,
मेरे रोम रोम से तेरा नाम निकले,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले,
मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकलें,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले।।
मेरे अवगुण चित्त से भुला देना,
मेरी नैया को पार लगा देना,
तेरी पूजा में जीवन तमाम निकले,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले,
मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकलें,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले।।
तेरी महिमा का सदा गुणगान करूँ,
तेरे वचनों का नित मैं ध्यान धरूँ,
तेरी भक्ति में सुबह और शाम निकले,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले,
मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकलें,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले।।
मेरी रसना से प्रभु तेरा नाम निकले,
हर घड़ी हर पल राम राम निकले।।
अस्वीकरण (Disclaimer) : नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर HinduismFAQ में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। 'HinduismFAQ' इसकी कोई ज़िम्मेदारी नहीं लेती है।
