- – यह गीत भगवान शिव की भक्ति और स्तुति में रचा गया है, जिसमें शिव की सरलता और भोलापन व्यक्त किया गया है।
- – गीत में शिव की विभिन्न विशेषताओं और उनके प्रति श्रद्धा का वर्णन है, जैसे भभूति का उपयोग, अजगर बांधना, और पारंपरिक आभूषण।
- – “हर बोलो लाल जियो” का उच्चारण गीत में बार-बार आता है, जो शिव के प्रति उत्साह और जयकार को दर्शाता है।
- – गीत में पारंपरिक और सांस्कृतिक तत्वों का समावेश है, जो राजस्थान की लोक संस्कृति और भक्ति संगीत की झलक देता है।
- – गायक संत कन्हैयालाल जी हैं और गीत को मनीष सीरवी ने प्रेषित किया है, जो इसे लोकभक्ति संगीत का हिस्सा बनाता है।

शिव भोलो परणवा हालीया,
हर बोलो लाल जियो,
मारी अमिया घणी फुटरी,
हर बोलो लाल जियो,
ए मारी अमिया घणी फुटरी,
हर बोलो लाल जियो,
अरे बाबो कोमन कालोजी,
हर बोलो लाल जियो,
अरे महादेंव जी परणवा हालीया,
हर बोलो लाल जियो।।
माते अजगर बांधीयो,
हर बोलो लाल जियो,
ए माते अजगर बांधीयो,
हर बोलो लाल जियो,
अरे किन रे बदले बांधीयो,
हर बोलो लाल जियो,
अरे किन रे बदले बांधीयो,
हर बोलो लाल जियो,
ए साफा रे बदले बांधीयो,
हर बोलो लाल जियो,
मारो नाथ परणवा हालीया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे भोलेंनाथ परणवा हालीया,
हर बोलो लाल जियो।।
ए कोनो मे कुण्डल टेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
ए कोनो मे कोनेहलीया टेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
ए किन रे बदले टेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
ए किन रे बदले टेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
ए झेलो रे बदले टेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे झेलो रे बदले टेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे मारी अमिया घणी फुटरी,
हर बोलो लाल जियो।।
ए गला मे गोगोजी पेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
ए गला मे गोगोजी पेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे किन रे बदले पेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे किन रे बदले पेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे फुलडो रे बदले पेरीया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे मारी अमिया घणी फुटरी,
हर बोलो लाल जियो।।
ए अंग में भभूति रमाविये,
हर बोलो लाल जियो,
अरे अंग में भभूति रमाविये,
हर बोलो लाल जियो,
अरे किन रे बदले लगाविया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे किन रे बदले लगाविया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे मेकअप रे बदले लगाविया,
हर बोलो लाल जियो,
फेरएनलवली बदले लगाविया,
हर बोलो लाल जियो,
अरे नारद मुनि री विनती,
हर बोलो लाल जियो,
अरे मारी अमिया घणी फुटरी,
हर बोलो लाल जियो।।
शिव भोलो परणवा हालीया,
हर बोलो लाल जियो,
मारी अमिया घणी फुटरी,
हर बोलो लाल जियो,
ए मारी अमिया घणी फुटरी,
हर बोलो लाल जियो,
अरे बाबो कोमन कालोजी,
हर बोलो लाल जियो,
अरे महादेंव जी परणवा हालीया,
हर बोलो लाल जियो।।
गायक – संत कन्हैयालाल जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818
