सूर्य अष्टोत्तर शतनामावली in Hindi/Sanskrit
ओं अरुणाय नमः ।
ओं शरण्याय नमः ।
ओं करुणारससिन्धवे नमः ।
ओं असमानबलाय नमः ।
ओं आर्तरक्षकाय नमः ।
ओं आदित्याय नमः ।
ओं आदिभूताय नमः ।
ओं अखिलागमवेदिने नमः ।
ओं अच्युताय नमः । 9
ओं अखिलज्ञाय नमः ।
ओं अनन्ताय नमः ।
ओं इनाय नमः ।
ओं विश्वरूपाय नमः ।
ओं इज्याय नमः ।
ओं इन्द्राय नमः ।
ओं भानवे नमः ।
ओं इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः ।
ओं वन्दनीयाय नमः । 18
ओं ईशाय नमः ।
ओं सुप्रसन्नाय नमः ।
ओं सुशीलाय नमः ।
ओं सुवर्चसे नमः ।
ओं वसुप्रदाय नमः ।
ओं वसवे नमः ।
ओं वासुदेवाय नमः ।
ओं उज्ज्वलाय नमः ।
ओं उग्ररूपाय नमः । 27
ओं ऊर्ध्वगाय नमः ।
ओं विवस्वते नमः ।
ओं उद्यत्किरणजालाय नमः ।
ओं हृषीकेशाय नमः ।
ओं ऊर्जस्वलाय नमः ।
ओं वीराय नमः ।
ओं निर्जराय नमः ।
ओं जयाय नमः ।
ओं ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः । 36
ओं ऋषिवन्द्याय नमः ।
ओं रुग्घन्त्रे नमः ।
ओं ऋक्षचक्रचराय नमः ।
ओं ऋजुस्वभावचित्ताय नमः ।
ओं नित्यस्तुत्याय नमः ।
ओं ॠकारमातृकावर्णरूपाय नमः ।
ओं उज्ज्वलतेजसे नमः ।
ओं ॠक्षाधिनाथमित्राय नमः ।
ओं पुष्कराक्षाय नमः । 45
ओं लुप्तदन्ताय नमः ।
ओं शान्ताय नमः ।
ओं कान्तिदाय नमः ।
ओं घनाय नमः ।
ओं कनत्कनकभूषाय नमः ।
ओं खद्योताय नमः ।
ओं लूनिताखिलदैत्याय नमः ।
ओं सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः ।
ओं अपवर्गप्रदाय नमः । 54
ओं आर्तशरण्याय नमः ।
ओं एकाकिने नमः ।
ओं भगवते नमः ।
ओं सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः ।
ओं गुणात्मने नमः ।
ओं घृणिभृते नमः ।
ओं बृहते नमः ।
ओं ब्रह्मणे नमः ।
ओं ऐश्वर्यदाय नमः । 63
ओं शर्वाय नमः ।
ओं हरिदश्वाय नमः ।
ओं शौरये नमः ।
ओं दशदिक्सम्प्रकाशाय नमः ।
ओं भक्तवश्याय नमः ।
ओं ओजस्कराय नमः ।
ओं जयिने नमः ।
ओं जगदानन्दहेतवे नमः ।
ओं जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः । 72
ओं औच्चस्थान समारूढरथस्थाय नमः ।
ओं असुरारये नमः ।
ओं कमनीयकराय नमः ।
ओं अब्जवल्लभाय नमः ।
ओं अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः ।
ओं अचिन्त्याय नमः ।
ओं आत्मरूपिणे नमः ।
ओं अच्युताय नमः ।
ओं अमरेशाय नमः । 81
ओं परस्मै ज्योतिषे नमः ।
ओं अहस्कराय नमः ।
ओं रवये नमः ।
ओं हरये नमः ।
ओं परमात्मने नमः ।
ओं तरुणाय नमः ।
ओं वरेण्याय नमः ।
ओं ग्रहाणाम्पतये नमः ।
ओं भास्कराय नमः । 90
ओं आदिमध्यान्तरहिताय नमः ।
ओं सौख्यप्रदाय नमः ।
ओं सकलजगताम्पतये नमः ।
ओं सूर्याय नमः ।
ओं कवये नमः ।
ओं नारायणाय नमः ।
ओं परेशाय नमः ।
ओं तेजोरूपाय नमः ।
ओं श्रीं हिरण्यगर्भाय नमः । 99
ओं ह्रीं सम्पत्कराय नमः ।
ओं ऐं इष्टार्थदाय नमः ।
ओं अनुप्रसन्नाय नमः ।
ओं श्रीमते नमः ।
ओं श्रेयसे नमः ।
ओं भक्तकोटिसौख्यप्रदायिने नमः ।
ओं निखिलागमवेद्याय नमः ।
ओं नित्यानन्दाय नमः ।
ओं श्री सूर्य नारायणाय नमः । 108
Surya Ashtottara Shatnamavali in English
Om Arunaya Namah
Om Sharanyaya Namah
Om Karunarasasindhave Namah
Om Asamanabalaya Namah
Om Arttaraksakaya Namah
Om Adityaya Namah
Om Adibhutaya Namah
Om Akhilagamavedine Namah
Om Achyutaya Namah
Om Akhilajñaya Namah
Om Anantaya Namah
Om Inaya Namah
Om Vishvarupaya Namah
Om Ijyaya Namah
Om Indraya Namah
Om Bhanave Namah
Om Indiramandiraaptaya Namah
Om Vandaniyaya Namah
Om Ishaya Namah
Om Suprasannaya Namah
Om Sushilaya Namah
Om Suvarchase Namah
Om Vasupradaya Namah
Om Vasave Namah
Om Vasudevaya Namah
Om Ujjvalaya Namah
Om Ugrarupaya Namah
Om Urdhvagaya Namah
Om Vivasvate Namah
Om Udyatkiranajalaya Namah
Om Hrishikesaya Namah
Om Urjasvalaya Namah
Om Viraya Namah
Om Nirjaraya Namah
Om Jayaya Namah
Om Uruvayabhavarupayuktasarathaye Namah
Om Rishivandyaya Namah
Om Rugghantre Namah
Om Rikshachakracharaya Namah
Om Rjusvabhavachittaya Namah
Om Nityastutyaya Namah
Om Rkaramatrukavarnarupaya Namah
Om Ujjvalatejase Namah
Om Rikshadhinathamitraya Namah
Om Pushkarakshaya Namah
Om Luptadantaya Namah
Om Shantaya Namah
Om Kantidaya Namah
Om Ghanaya Namah
Om Kanatkanakabhushaya Namah
Om Khadyotaya Namah
Om Lunitakhiladaityaya Namah
Om Satyanandasvarupine Namah
Om Apavargapradaya Namah
Om Artasharanyaya Namah
Om Ekakine Namah
Om Bhagavate Namah
Om Srishtisthityantakarine Namah
Om Gunatmane Namah
Om Ghrinibhrte Namah
Om Brihate Namah
Om Brahmane Namah
Om Aishvaryadaya Namah
Om Sharvaya Namah
Om Haridashvaya Namah
Om Shauraye Namah
Om Dashadiksamprakashaya Namah
Om Bhaktavashya Namah
Om Ojaskara Namah
Om Jayine Namah
Om Jagadanandahetave Namah
Om Janmamrityujaravyadhivarjitaya Namah
Om Auchchasthana Samarudharathasthaya Namah
Om Asuraraye Namah
Om Kamaniyakaraya Namah
Om Abjavallabhaya Namah
Om Antarbahih Prakashaya Namah
Om Achintyaya Namah
Om Atmarupine Namah
Om Achyutaya Namah
Om Amareshaya Namah
Om Parasmai Jyotishe Namah
Om Ahaskara Namah
Om Ravaye Namah
Om Haraye Namah
Om Paramatmane Namah
Om Tarunaya Namah
Om Varenyaya Namah
Om Grahanampataye Namah
Om Bhaskara Namah
Om Adimadhyantarahitaya Namah
Om Saukhyapradaya Namah
Om Sakalajagatampataye Namah
Om Suryaya Namah
Om Kavaye Namah
Om Narayanaya Namah
Om Pareshaya Namah
Om Tejorupaya Namah
Om Shrim Hiranyagarbhaya Namah
Om Hrim Sampatkaraya Namah
Om Aim Ishtarthadaya Namah
Om Anuprasannaya Namah
Om Shrimate Namah
Om Shreyase Namah
Om Bhaktakotisaukhyapradayine Namah
Om Nikhilagamavedyaya Namah
Om Nityanandaya Namah
Om Shri Surya Narayanaya Namah
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सूर्य अष्टोत्तर शतनामावली का अर्थ
सूर्य भगवान को समर्पित ये 108 नाम उनकी महिमा और गुणों को दर्शाते हैं। यह नाम वेदों और पुराणों में वर्णित हैं और इन्हें जपने से आत्मिक, शारीरिक, और मानसिक लाभ मिलता है। हर नाम सूर्य देव के किसी विशेष गुण या शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। आइए इन नामों को विस्तार से समझें।
ओं अरुणाय नमः
अर्थ: अरुण वह है जो लालिमा से भरा हुआ है। यह नाम सूर्य की उस अवस्था को संदर्भित करता है जब वे उदय हो रहे होते हैं और आकाश को लालिमा प्रदान करते हैं।
ओं शरण्याय नमः
अर्थ: शरण्य का अर्थ है “शरण देने वाला।” सूर्य को शरण्य कहा जाता है क्योंकि वे संपूर्ण जगत को जीवन और ऊर्जा प्रदान करते हैं।
ओं करुणारससिन्धवे नमः
अर्थ: करुणा का महासागर। यह नाम सूर्य देव की असीम करुणा और दया का प्रतीक है जो वे सभी प्राणियों पर बरसाते हैं।
ओं असमानबलाय नमः
अर्थ: जिसकी शक्ति बेजोड़ है। सूर्य देव की शक्ति अनंत और अतुलनीय है।
ओं आर्तरक्षकाय नमः
अर्थ: आर्तों (दुःखी लोगों) की रक्षा करने वाले। सूर्य की कृपा से समस्त दुखों का नाश होता है।
ओं आदित्याय नमः
अर्थ: अदिति के पुत्र। अदिति सूर्य देव की माता मानी जाती हैं और इसलिए उन्हें आदित्य कहा जाता है।
ओं आदिभूताय नमः
अर्थ: आदिभूत का अर्थ है “सभी भौतिक पदार्थों का स्रोत।” सूर्य देव से ही सृष्टि के समस्त भौतिक तत्व उत्पन्न होते हैं।
ओं अखिलागमवेदिने नमः
अर्थ: अखिलागमवेदिन वह है जो सभी वेदों और शास्त्रों का ज्ञाता है। सूर्य देव समस्त ज्ञान के भंडार माने जाते हैं।
ओं अच्युताय नमः
अर्थ: अच्युत का अर्थ है “जो कभी नष्ट नहीं होता।” सूर्य देव शाश्वत और अविनाशी हैं।
ओं अखिलज्ञाय नमः
अर्थ: जो सब कुछ जानता है। सूर्य देव सर्वज्ञ हैं और संपूर्ण जगत के ज्ञाता माने जाते हैं।
ओं अनन्ताय नमः
अर्थ: अनंत का अर्थ है “जो अंतहीन है।” सूर्य की शक्ति और प्रकाश अनंत हैं।
ओं इनाय नमः
अर्थ: यह एक विशेष नाम है जो सूर्य की कृपा का द्योतक है।
ओं विश्वरूपाय नमः
अर्थ: जो पूरे ब्रह्मांड का स्वरूप है। सूर्य देव की उपस्थिति समस्त जगत में है।
ओं इज्याय नमः
अर्थ: इज्य का अर्थ है “पूजा योग्य।” सूर्य देव को सर्वप्रथम पूजा जाता है क्योंकि वे जीवनदायिनी ऊर्जा के स्रोत हैं।
ओं इन्द्राय नमः
अर्थ: इन्द्र देवताओं के राजा हैं, परंतु सूर्य देव की शक्ति इन्द्र से भी अधिक मानी जाती है।
ओं भानवे नमः
अर्थ: भानु का अर्थ है “प्रकाशक।” सूर्य देव अपने तेज से पूरे ब्रह्मांड को प्रकाशित करते हैं।
ओं इन्दिरामन्दिराप्ताय नमः
अर्थ: यह नाम लक्ष्मी के निवास स्थान का प्रतीक है। सूर्य देव की कृपा से समृद्धि और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
ओं वन्दनीयाय नमः
अर्थ: पूजनीय। सूर्य देव का ध्यान और वंदन सदियों से ऋषियों और मुनियों द्वारा किया जाता है।
ओं ईशाय नमः
अर्थ: ईश्वर। सूर्य देव को सृष्टि के सर्वोच्च ईश्वर के रूप में माना जाता है।
ओं सुप्रसन्नाय नमः
अर्थ: जो सदैव प्रसन्न रहते हैं। सूर्य देव की प्रसन्नता से संसार में सुख और शांति का विस्तार होता है।
ओं सुशीलाय नमः
अर्थ: सुशील का अर्थ है “सद्गुणों से युक्त।” सूर्य देव अपने सद्गुणों से प्रेरित होकर सभी का कल्याण करते हैं।
ओं सुवर्चसे नमः
अर्थ: तेजस्वी। सूर्य देव की आभा से समस्त संसार प्रकाशित होता है।
ओं वसुप्रदाय नमः
अर्थ: धन और समृद्धि देने वाले। सूर्य की कृपा से प्राणियों को धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
ओं वसवे नमः
अर्थ: वास करने वाला। सूर्य देव पूरे ब्रह्मांड में व्याप्त हैं और सर्वत्र विद्यमान हैं।
ओं वासुदेवाय नमः
अर्थ: यह नाम कृष्ण के रूप में भी जाना जाता है, परंतु सूर्य देव को भी वासुदेव कहा गया है क्योंकि वे संपूर्ण सृष्टि के संरक्षक हैं।
ओं उज्ज्वलाय नमः
अर्थ: जो सर्वाधिक उज्ज्वल हैं। सूर्य देव का तेज असमान है।
ओं उग्ररूपाय नमः
अर्थ: उग्र का अर्थ है “प्रचंड।” सूर्य देव का उग्र रूप सृष्टि का संरक्षण और विनाश दोनों करता है।
ओं ऊर्ध्वगाय नमः
अर्थ: ऊर्ध्वग का अर्थ है “ऊपर उठने वाला।” सूर्य देव सदैव ऊर्ध्वगामी हैं, वे आकाश में निरंतर ऊपर उठते हुए सभी दिशाओं में प्रकाश फैलाते हैं।
ओं विवस्वते नमः
अर्थ: विवस्वान सूर्य देव का एक अन्य नाम है। यह नाम उनकी दिव्य ज्योति और अनंत प्रकाश का द्योतक है।
ओं उद्यत्किरणजालाय नमः
अर्थ: जिनकी किरणें सदा उदय होती रहती हैं। सूर्य की किरणें जगत के सभी कोनों तक पहुँचती हैं और जीवन को प्राणदायी ऊर्जा देती हैं।
ओं हृषीकेशाय नमः
अर्थ: हृषीकेश का अर्थ है “इंद्रियों के स्वामी।” सूर्य देव इंद्रियों के नियंत्रक हैं और मनुष्यों के शरीर में ऊर्जा प्रदान करते हैं।
ओं ऊर्जस्वलाय नमः
अर्थ: जो ऊर्जावान हैं। सूर्य देव अनंत ऊर्जा के स्रोत हैं, वे सभी प्राणियों में जीवन शक्ति का संचार करते हैं।
ओं वीराय नमः
अर्थ: वीर का अर्थ है “शक्तिशाली योद्धा।” सूर्य देव वीरता और शक्ति के प्रतीक माने जाते हैं।
ओं निर्जराय नमः
अर्थ: जो कभी नहीं मुरझाते। सूर्य देव अनंतकाल तक स्थिर रहते हैं और उनकी दिव्यता सदैव बनी रहती है।
ओं जयाय नमः
अर्थ: जो सदा विजयी होते हैं। सूर्य देव को अजेय माना जाता है, वे कभी पराजित नहीं होते।
ओं ऊरुद्वयाभावरूपयुक्तसारथये नमः
अर्थ: यह नाम सूर्य देव के सारथी अरुण को संदर्भित करता है, जिनके दो पैर नहीं होते हैं। अरुण सूर्य देव के रथ को चलाते हैं और उनका सारथ्य अद्वितीय है।
ओं ऋषिवन्द्याय नमः
अर्थ: जिनकी ऋषि वंदना करते हैं। सूर्य देव सदियों से ऋषियों द्वारा वंदित हैं और उनका ध्यान किया जाता है।
ओं रुग्घन्त्रे नमः
अर्थ: रोगों का नाश करने वाले। सूर्य देव की पूजा से सभी प्रकार के शारीरिक और मानसिक रोग दूर होते हैं।
ओं ऋक्षचक्रचराय नमः
अर्थ: जो नक्षत्र मंडल में विचरण करते हैं। सूर्य देव नक्षत्रों के चक्र में भ्रमण करते हुए समय और काल का संचालन करते हैं।
ओं ऋजुस्वभावचित्ताय नमः
अर्थ: जिनका स्वभाव सीधा और सरल है। सूर्य देव का हृदय और स्वभाव सरल, निर्दोष और निष्कलंक माना जाता है।
ओं नित्यस्तुत्याय नमः
अर्थ: जो सदा स्तुति के योग्य हैं। सूर्य देव की महिमा सदा गायी जाती है और उनकी स्तुति अनंतकाल तक चलती है।
ओं ऋकारमातृकावर्णरूपाय नमः
अर्थ: जो ऋकार (ऋ) से उत्पन्न हुए हैं। सूर्य देव वैदिक वर्णमाला के ऋकार से संबंधित हैं और यह उनके वैदिक महत्व को दर्शाता है।
ओं उज्ज्वलतेजसे नमः
अर्थ: जिनका तेज सर्वाधिक उज्ज्वल है। सूर्य देव की आभा इतनी तेजस्वी है कि उसकी कोई तुलना नहीं है।
ओं ऋक्षाधिनाथमित्राय नमः
अर्थ: जो ऋक्ष नक्षत्रों के अधिपति और मित्र हैं। सूर्य देव नक्षत्रों के राजा और मित्र दोनों माने जाते हैं।
ओं पुष्कराक्षाय नमः
अर्थ: जिनकी आँखें कमल के समान हैं। सूर्य देव की आंखें दिव्य और कमल के समान सुन्दर मानी जाती हैं।
ओं लुप्तदन्ताय नमः
अर्थ: जो अपने दांतों को अदृश्य कर सकते हैं। यह सूर्य देव की असाधारण शक्तियों का प्रतीक है।
ओं शान्ताय नमः
अर्थ: जो शांत हैं। सूर्य देव की शांति और स्थिरता से सारा संसार नियंत्रित होता है।
ओं कान्तिदाय नमः
अर्थ: जो कांति (प्रकाश) प्रदान करते हैं। सूर्य देव की कृपा से संसार में प्रकाश और जीवन संभव होता है।
ओं घनाय नमः
अर्थ: घन का अर्थ है “मेघ,” जो जल प्रदान करते हैं। सूर्य देव की कृपा से वर्षा होती है जो जीवन के लिए आवश्यक है।
ओं कनत्कनकभूषाय नमः
अर्थ: जो स्वर्ण आभूषणों से विभूषित हैं। यह नाम सूर्य देव की दिव्यता और ऐश्वर्य का प्रतीक है।
ओं खद्योताय नमः
अर्थ: खद्योत का अर्थ है “जुगनू,” जो अंधकार में प्रकाश देता है। सूर्य देव अज्ञान के अंधकार में ज्ञान का प्रकाश फैलाते हैं।
ओं लूनिताखिलदैत्याय नमः
अर्थ: जो समस्त दैत्यों (राक्षसों) का नाश करते हैं। सूर्य देव की कृपा से बुराई का नाश होता है।
ओं सत्यानन्दस्वरूपिणे नमः
अर्थ: जो सत्य और आनंद का स्वरूप हैं। सूर्य देव सत्य और परम आनंद के स्रोत माने जाते हैं।
ओं अपवर्गप्रदाय नमः
अर्थ: जो मोक्ष प्रदान करते हैं। सूर्य देव की कृपा से व्यक्ति जन्म और मृत्यु के बंधनों से मुक्त हो सकता है।
ओं आर्तशरण्याय नमः
अर्थ: जो दुःखी लोगों की शरण हैं। सूर्य देव सदैव उन लोगों का संरक्षण करते हैं जो पीड़ा में होते हैं।
ओं एकाकिने नमः
अर्थ: जो एकमात्र हैं। सूर्य देव अद्वितीय और अजेय हैं, उनका कोई समकक्ष नहीं है।
ओं भगवते नमः
अर्थ: जो भगवान हैं। सूर्य देव को परम भगवान के रूप में माना जाता है।
ओं सृष्टिस्थित्यन्तकारिणे नमः
अर्थ: जो सृष्टि की उत्पत्ति, स्थिति और अंत के कारक हैं। सूर्य देव की ऊर्जा से ही सृष्टि का संचालन होता है।
ओं गुणात्मने नमः
अर्थ: जो समस्त गुणों के अधिकारी हैं। सूर्य देव सभी सकारात्मक गुणों का प्रतीक हैं।
ओं घृणिभृते नमः
अर्थ: जो करुणा से भरे हुए हैं। सूर्य देव अपनी करुणा से सभी को जीवन प्रदान करते हैं।
ओं बृहते नमः
अर्थ: जो विशाल हैं। सूर्य देव का स्वरूप और प्रभाव इतना विशाल है कि उसकी कोई तुलना नहीं।
ओं ब्रह्मणे नमः
अर्थ: जो ब्रह्मस्वरूप हैं। सूर्य देव ब्रह्मांड के परम तत्व माने जाते हैं।
ओं ऐश्वर्यदाय नमः
अर्थ: जो ऐश्वर्य प्रदान करते हैं। सूर्य देव की कृपा से धन, यश, और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
ओं शर्वाय नमः
अर्थ: शर्व का अर्थ है “सर्वनाश करने वाला।” सूर्य देव को शर्व कहा जाता है क्योंकि वे सृष्टि का विनाश कर पुनः निर्माण करने की शक्ति रखते हैं। वे अंततः काल के अधिपति हैं।
ओं हरिदश्वाय नमः
अर्थ: हरिदश्व का अर्थ है “जिसके रथ के घोड़े हरे रंग के हैं।” यह नाम सूर्य देव के रथ को संदर्भित करता है, जो सात हरे रंग के घोड़ों द्वारा खींचा जाता है।
ओं शौरये नमः
अर्थ: शौर्य का अर्थ है “वीरता।” सूर्य देव वीरता और साहस के प्रतीक हैं, जो प्रत्येक दिन आसमान में अपने रथ पर यात्रा करते हुए अंधकार से लड़ते हैं।
ओं दशदिक्सम्प्रकाशाय नमः
अर्थ: जो दसों दिशाओं को प्रकाशित करते हैं। सूर्य देव की किरणें पूरे जगत में फैलती हैं और प्रत्येक दिशा को उजागर करती हैं।
ओं भक्तवश्याय नमः
अर्थ: जो अपने भक्तों के वश में हैं। सूर्य देव अपनी कृपा से अपने भक्तों की सभी इच्छाओं को पूर्ण करते हैं।
ओं ओजस्कराय नमः
अर्थ: जो ओजस्वी (ऊर्जा) प्रदान करते हैं। सूर्य देव से ही पूरे विश्व को ऊर्जा प्राप्त होती है।
ओं जयिने नमः
अर्थ: जो सदा विजयी रहते हैं। सूर्य देव जीवन और मृत्यु के चक्र में सदा विजयी रहते हैं और उनकी शक्ति अविनाशी है।
ओं जगदानन्दहेतवे नमः
अर्थ: जो समस्त संसार को आनंद प्रदान करते हैं। सूर्य देव की कृपा से संसार में सुख, समृद्धि और आनंद का विस्तार होता है।
ओं जन्ममृत्युजराव्याधिवर्जिताय नमः
अर्थ: जो जन्म, मृत्यु, बुढ़ापा और रोग से मुक्त हैं। सूर्य देव शाश्वत हैं और काल के बंधनों से परे हैं।
ओं औच्चस्थानसमारूढरथस्थाय नमः
अर्थ: जो ऊंचे स्थान पर स्थित अपने रथ पर आरूढ़ हैं। सूर्य देव सदा ऊर्ध्वगामी रहते हैं और अपने दिव्य रथ पर सवार होकर सृष्टि का संचालन करते हैं।
ओं असुरारये नमः
अर्थ: जो असुरों (राक्षसों) के शत्रु हैं। सूर्य देव असुरों और बुराई का नाश करने वाले माने जाते हैं।
ओं कमनीयकराय नमः
अर्थ: जिनके हाथ सुंदर हैं। सूर्य देव के हाथों की दिव्यता और सुंदरता उनके सौंदर्य का प्रतीक है।
ओं अब्जवल्लभाय नमः
अर्थ: जो कमल के प्रेमी हैं। सूर्य देव को कमल प्रिय है और वे कमल के साथ जुड़े हुए माने जाते हैं।
ओं अन्तर्बहिः प्रकाशाय नमः
अर्थ: जो भीतर और बाहर दोनों जगह प्रकाश फैलाते हैं। सूर्य देव बाहरी संसार के साथ-साथ आंतरिक जगत को भी प्रकाशित करते हैं।
ओं अचिन्त्याय नमः
अर्थ: जो अचिन्त्य (अकल्पनीय) हैं। सूर्य देव की महिमा और शक्तियों को सोचने मात्र से परे माना जाता है।
ओं आत्मरूपिणे नमः
अर्थ: जो आत्मस्वरूप हैं। सूर्य देव आत्मज्ञान के प्रतीक हैं और जीवन की मूल आत्मा हैं।
ओं अच्युताय नमः
अर्थ: जो कभी नहीं गिरते या नष्ट होते। सूर्य देव शाश्वत और स्थायी हैं, उनका अस्तित्व कभी समाप्त नहीं होता।
ओं अमरेशाय नमः
अर्थ: जो देवताओं के स्वामी हैं। सूर्य देव सभी देवताओं के अधिपति हैं और उनका नेतृत्व करते हैं।
ओं परस्मै ज्योतिषे नमः
अर्थ: जो सर्वोच्च प्रकाश हैं। सूर्य देव की ज्योति ब्रह्मांड में सर्वोच्च मानी जाती है।
ओं अहस्कराय नमः
अर्थ: जो दिन के निर्माता हैं। सूर्य देव के बिना दिन की कोई कल्पना नहीं की जा सकती, वे ही दिन और प्रकाश का निर्माण करते हैं।
ओं रवये नमः
अर्थ: रवी का अर्थ है “सूर्य।” यह नाम सूर्य देव के सबसे प्रसिद्ध नामों में से एक है।
ओं हरये नमः
अर्थ: जो हरता (सभी दुखों को हरने वाला) है। सूर्य देव के प्रकाश से सभी दुख और अंधकार का नाश होता है।
ओं परमात्मने नमः
अर्थ: जो परमात्मा हैं। सूर्य देव परमात्मा का स्वरूप हैं और उनके बिना जीवन की कल्पना असंभव है।
ओं तरुणाय नमः
अर्थ: जो सदैव युवा रहते हैं। सूर्य देव का तेज और ऊर्जा कभी कम नहीं होती, वे सदैव तरुण और ऊर्जावान रहते हैं।
ओं वरेण्याय नमः
अर्थ: जो पूजनीय हैं। सूर्य देव सभी देवी-देवताओं में सबसे पूजनीय माने जाते हैं।
ओं ग्रहाणाम्पतये नमः
अर्थ: जो सभी ग्रहों के अधिपति हैं। सूर्य देव समस्त ग्रहों के स्वामी और उनके नियंत्रक हैं।
ओं भास्कराय नमः
अर्थ: जो प्रकाश का स्रोत हैं। सूर्य देव भास्कर हैं, उनके तेज से समस्त सृष्टि प्रकाशित होती है।
ओं आदिमध्यान्तरहिताय नमः
अर्थ: जो आदि, मध्य और अंत से रहित हैं। सूर्य देव शाश्वत हैं, उनका न कोई प्रारंभ है और न कोई अंत।
ओं सौख्यप्रदाय नमः
अर्थ: जो सुख प्रदान करते हैं। सूर्य देव की कृपा से जीवन में सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
ओं सकलजगताम्पतये नमः
अर्थ: जो संपूर्ण जगत के स्वामी हैं। सूर्य देव संपूर्ण सृष्टि के अधिपति माने जाते हैं।
ओं सूर्याय नमः
अर्थ: सूर्य देव का प्रसिद्ध नाम। यह नाम उनके दिव्य स्वरूप और तेज को दर्शाता है।
ओं कवये नमः
अर्थ: जो कवि हैं। सूर्य देव को ज्ञान और बुद्धिमत्ता का स्रोत माना जाता है।
ओं नारायणाय नमः
अर्थ: जो नारायण हैं। सूर्य देव विष्णु के रूप में पूजे जाते हैं और उन्हें नारायण का स्वरूप माना जाता है।
ओं परेशाय नमः
अर्थ: जो परमेश्वर हैं। सूर्य देव सर्वश्रेष्ठ हैं और उन्हें परमेश्वर कहा गया है।
ओं तेजोरूपाय नमः
अर्थ: जो तेजस्वी हैं। सूर्य देव के तेज से समस्त संसार आलोकित होता है।
ओं श्रीं हिरण्यगर्भाय नमः
अर्थ: जो हिरण्यगर्भ (स्वर्ण के गर्भ) हैं। सूर्य देव का यह नाम उनकी दिव्यता और वैभव का प्रतीक है।
ओं ह्रीं सम्पत्कराय नमः
अर्थ: जो संपत्ति देने वाले हैं। सूर्य देव की कृपा से धन, ऐश्वर्य और समृद्धि प्राप्त होती है।
ओं ऐं इष्टार्थदाय नमः
अर्थ: जो इच्छित वस्तु प्रदान करते हैं। सूर्य देव की आराधना से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं।
ओं अनुप्रसन्नाय नमः
अर्थ: जो सदा प्रसन्न रहते हैं। सूर्य देव का प्रसन्न चेहरा सृष्टि के सभी प्राणियों में खुशी और समृद्धि लाता है।
ओं श्रीमते नमः
अर्थ: जो समृद्धि के स्वामी हैं। सूर्य देव से ही संसार में धन और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।
ओं श्रेयसे नमः
अर्थ: जो कल्याणकारी हैं। सूर्य देव की कृपा से जीवन में उत्तम फल और कल्याण होता है।
ओं भक्तकोटिसौख्यप्रदायिने नमः
अर्थ: जो करोड़ों भक्तों को सुख प्रदान करते हैं। सूर्य देव की कृपा से उनके अनगिनत भक्तों को सुख, समृद्धि और शांति मिलती है।
ओं निखिलागमवेद्याय नमः
अर्थ: जो समस्त वेदों और शास्त्रों से जाने जाते हैं। सूर्य देव का ज्ञान असीमित है और उन्हें वेदों का ज्ञाता माना जाता है।
ओं नित्यानन्दाय नमः
अर्थ: जो शाश्वत आनंद का स्रोत हैं। सूर्य देव नित्य आनंद और सुख के प्रतीक हैं।
ओं श्री सूर्य नारायणाय नमः
अर्थ: यह सूर्य देव का परम नाम है। सूर्य देव विष्णु के स्वरूप माने जाते हैं और उन्हें नारायण का रूप कहा जाता है।