तेरे नाम का दीवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है,
जग से हार करके,
तेरे पास आ गया है,
तेरे नाम का दिवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है ॥
हारे का है सहारा है तू,
बिगड़ी बनाने वाला है तू,
मेरा दिल तड़प तड़प कर,
तुझको पुकारता है,
तेरे नाम का दिवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है ॥
नैया मेरी मजधार पड़ी,
भव से करो पार श्याम धणी,
तू बन जा मेरा खिवैया,
ये गरीब चाहता है,
तेरे नाम का दिवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है ॥
श्याम सुन्दर मेरे खाटू नरेश,
हर लो मेरे अब सारे कलेश,
खाटू धाम तेरा निराला,
मेरे मन को मोहता है,
तेरे नाम का दिवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है ॥
तेरे नाम का दीवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है,
जग से हार करके,
तेरे पास आ गया है,
तेरे नाम का दिवाना,
तेरे द्वार पे आ गया है ॥
तेरे नाम का दीवाना: भजन का सम्पूर्ण अर्थ और व्याख्या
यह भजन भक्त के समर्पण, उसकी कठिनाइयों और उसकी भक्ति को दर्शाता है। इस लेख में हम इस भजन के प्रत्येक पंक्ति का गहराई से अर्थ समझेंगे।
तेरे नाम का दीवाना, तेरे द्वार पे आ गया है
यह पंक्ति भक्त की भक्ति और भगवान से उसके गहरे प्रेम को दर्शाती है। वह भगवान के द्वार पर पूरी श्रद्धा और निष्ठा के साथ आया है, उनके नाम की भक्ति में डूबा हुआ है।
“तेरे नाम का दीवाना” का अर्थ
“तेरे नाम का दीवाना” का अर्थ है वह व्यक्ति जो केवल आपके नाम में खो गया है। यह भक्त भगवान के नाम से इतना प्रेम करता है कि वह संसार की चिंताओं से ऊपर उठकर भगवान की शरण में आया है।
“तेरे द्वार पे आ गया है” का अर्थ
“तेरे द्वार पे आ गया है” का अर्थ है भक्त ने अपनी सारी आस और विश्वास भगवान के चरणों में समर्पित कर दिए हैं। वह अब किसी और चीज़ की नहीं, केवल भगवान की सहायता की आशा करता है।
जग से हार करके, तेरे पास आ गया है
यहाँ भक्त स्वीकार कर रहा है कि उसने इस संसार की सभी कठिनाइयों से हार मान ली है। वह संसार में सुख और शांति नहीं पा सका और अब भगवान से आश्रय की चाह में उनके पास आया है।
“जग से हार करके” का अर्थ
भक्त ने संसार के हर प्रयास में हार का सामना किया और अब उसने अपनी हार भगवान के सामने स्वीकार कर ली है। इस पंक्ति में भगवान के प्रति संपूर्ण समर्पण का भाव दिखाई देता है।
“तेरे पास आ गया है” का अर्थ
अब भक्त को केवल भगवान से ही आशा है। वह सभी सांसारिक मोह माया से हटकर भगवान के द्वार पर पहुँच चुका है, अपनी सभी परेशानियों का हल उनके पास ढूंढते हुए।
हारे का है सहारा है तू, बिगड़ी बनाने वाला है तू
इस पंक्ति में भक्त भगवान को अपना एकमात्र सहारा मानता है और विश्वास करता है कि भगवान उसके जीवन में जो भी मुश्किलें हैं, उन्हें सुलझा सकते हैं।
“हारे का है सहारा है तू” का अर्थ
इसका अर्थ है कि जो भी व्यक्ति अपने जीवन में असफलताओं का सामना कर रहा है, भगवान ही उसका सहारा है। यह भक्त भगवान के प्रति एक अटूट विश्वास को व्यक्त करता है कि वह उसके जीवन की सभी मुश्किलों को दूर करेंगे।
“बिगड़ी बनाने वाला है तू” का अर्थ
यह पंक्ति बताती है कि भगवान ही सबके जीवन की हर बिगड़ी परिस्थिति को सुधारने वाले हैं। भक्त उन्हें अपने जीवन की सभी समस्याओं का समाधानकर्ता मानता है।
मेरा दिल तड़प तड़प कर, तुझको पुकारता है
यहाँ भक्त अपने हृदय की गहराई से भगवान को पुकार रहा है, मानो उसका हृदय भगवान के लिए व्याकुल हो उठा है।
“मेरा दिल तड़प तड़प कर” का अर्थ
इसका अर्थ है कि भक्त का हृदय भगवान के प्रति प्रेम और समर्पण से भरा हुआ है। वह उनकी उपस्थिति के लिए व्याकुल है और उस भावना को महसूस कर रहा है।
“तुझको पुकारता है” का अर्थ
यहाँ भक्त भगवान को पुकार रहा है, उन्हें अपनी परेशानी में अपने साथ देखने की उम्मीद कर रहा है। वह भगवान की सहायता चाहता है और इसलिए दिल से उन्हें पुकारता है।
नैया मेरी मजधार पड़ी, भव से करो पार श्याम धणी
यहाँ भक्त अपने जीवन की कठिनाईयों को एक नाव के रूप में प्रस्तुत कर रहा है जो जीवन के कठिन सागर में फंसी हुई है और भगवान से इसे पार लगाने की याचना कर रहा है।
“नैया मेरी मजधार पड़ी” का अर्थ
इसका अर्थ है कि भक्त की जीवन रूपी नाव कठिन परिस्थितियों में फंस गई है और वह भगवान से इसे सुरक्षित किनारे पर लाने की प्रार्थना कर रहा है।
“भव से करो पार श्याम धणी” का अर्थ
भक्त भगवान से विनती कर रहा है कि उसे संसार के इस कठिन सागर से पार लगाएं। वह भगवान को अपने जीवन की हर परेशानी से मुक्ति दिलाने वाला मानता है।
तू बन जा मेरा खिवैया, ये गरीब चाहता है
यहाँ भक्त भगवान से अपने जीवन रूपी नाव के खेवनहार बनने की प्रार्थना करता है और अपने आप को उनकी कृपा पर निर्भर करता है।
“तू बन जा मेरा खिवैया” का अर्थ
भक्त भगवान से प्रार्थना करता है कि वे ही उसके जीवन रूपी नाव को खेने वाले बनें। उसका विश्वास है कि भगवान ही उसे सभी कठिनाइयों से पार लगाएंगे।
“ये गरीब चाहता है” का अर्थ
यह पंक्ति भक्त की विनम्रता को दर्शाती है, जहाँ वह खुद को भगवान के सामने एक गरीब समझते हुए उनसे कृपा की याचना कर रहा है।
श्याम सुन्दर मेरे खाटू नरेश, हर लो मेरे अब सारे कलेश
यह पंक्ति भगवान श्याम के प्रति भक्त की भक्ति और उनकी कृपा की अपेक्षा को दर्शाती है। वह अपने जीवन के सभी कष्टों से मुक्ति की कामना कर रहा है।
“श्याम सुन्दर मेरे खाटू नरेश” का अर्थ
यहाँ भक्त भगवान श्याम को उनके खाटू के राजा के रूप में संबोधित कर रहा है। यह उनके प्रति एक गहरी श्रद्धा का प्रतीक है।
“हर लो मेरे अब सारे कलेश” का अर्थ
यह भक्त की विनती है कि भगवान उसके जीवन के सभी दुखों को दूर करें। वह भगवान को अपने दुखों को हरने वाला मानते हुए उनसे सहायता की अपेक्षा करता है।
खाटू धाम तेरा निराला, मेरे मन को मोहता है
यहाँ भक्त खाटू धाम के अनोखेपन और उसकी आभा का वर्णन करता है। वह अपने मन के आकर्षण को खाटू धाम की ओर महसूस कर रहा है।
“खाटू धाम तेरा निराला” का अर्थ
इसका अर्थ है कि भगवान का खाटू धाम बहुत ही अद्भुत और अनुपम है। भक्त इसे संसार की किसी भी अन्य जगह से अलग मानता है और उसकी महिमा का बखान करता है।
“मेरे मन को मोहता है” का अर्थ
यह पंक्ति भक्त के मन के खाटू धाम के प्रति विशेष आकर्षण को दर्शाती है। भक्त खाटू धाम में आत्मिक शांति और संतोष प्राप्त करता है।
सम्पूर्ण भजन का सार
इस भजन में भक्त भगवान श्याम से उनके जीवन में आए कष्टों से मुक्ति की प्रार्थना कर रहा है। वह अपने हर असफल प्रयास के बाद भगवान की शरण में आ गया है और उनसे सहायता की अपेक्षा कर रहा है।