अष्टमी कब है इस महीने में [आठे] – Ashtami Kab Hai 2025
हिंदू धर्म में अष्टमी तिथि का विशेष महत्व है। यह तिथि हर महीने में दो बार आती है—शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के दौरान। सालभर में यह तिथि कुल 24 बार पड़ती है, जिसे “आठे” के नाम से भी जाना जाता है। यदि आप जानना चाहते हैं कि इस महीने में अष्टमी कब है, तो यहां आप इसकी तारीख और उससे संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अष्टमी का महत्व और तिथि का विवरण
अष्टमी तिथि, जिसे “आठम” या “आठे” भी कहते हैं, हिंदू कैलेंडर के अनुसार, चंद्र मास के शुक्ल और कृष्ण पक्ष दोनों में पड़ती है। इस तिथि का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व है। कई व्रत, पूजा और अनुष्ठान इसी दिन किए जाते हैं।
हर महीने की अष्टमी तिथि का विवरण जानना आवश्यक है, खासकर उन लोगों के लिए जो व्रत रखते हैं या विशेष पूजा-पाठ करते हैं। इस लेख में हम आपको 2025 की सभी अष्टमी तिथियों के साथ उनका वार भी बताएंगे।
2025 की अष्टमी तिथियों की सूची
नीचे 2025 में पड़ने वाली अष्टमी तिथियों की जानकारी दी गई है। शुक्ल और कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथियों की तारीख और वार का विवरण इस तालिका में दिया गया है:
माह | शुक्ल पक्ष अष्टमी | कृष्ण पक्ष अष्टमी |
---|---|---|
जनवरी 2025 | 7 जनवरी, मंगलवार | 22 जनवरी, बुधवार |
फरवरी 2025 | 5 फरवरी, बुधवार | 21 फरवरी, शुक्रवार |
मार्च 2025 | 7 मार्च, शुक्रवार | 22 मार्च, शनिवार |
अप्रैल 2025 | 5 अप्रैल, शनिवार | 21 अप्रैल, सोमवार |
मई 2025 | 5 मई, सोमवार | 20 मई, मंगलवार |
जून 2025 | 3 जून, मंगलवार | 19 जून, गुरुवार |
जुलाई 2025 | 3 जुलाई, गुरुवार | 18 जुलाई, शुक्रवार |
अगस्त 2025 | 1 अगस्त, शुक्रवार | 16 अगस्त, शनिवार |
सितंबर 2025 | 30 सितंबर, मंगलवार | 14 सितंबर, रविवार |
अक्टूबर 2025 | 30 अक्टूबर, गुरुवार | 14 अक्टूबर, मंगलवार |
नवंबर 2025 | 28 नवंबर, शुक्रवार | 12 नवंबर, बुधवार |
दिसंबर 2025 | 28 दिसंबर, रविवार | 12 दिसंबर, शुक्रवार |
अष्टमी तिथि से जुड़े सामान्य प्रश्न
अष्टमी तिथि क्या है?
अष्टमी तिथि हर चंद्र मास में दो बार आती है—शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में। इसे “आठे” भी कहा जाता है। यह तिथि देवी-देवताओं की पूजा और व्रत के लिए पवित्र मानी जाती है।
अष्टमी तिथि का महत्व क्यों है?
इस दिन विशेष रूप से देवी दुर्गा और श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है। शारदीय नवरात्रि और जन्माष्टमी जैसे पर्व भी अष्टमी तिथि से जुड़े हुए हैं।
अष्टमी तिथि पर क्या करना चाहिए?
- व्रत रखना और पूजा करना।
- देवी दुर्गा और भगवान कृष्ण की आराधना करना।
- गरीबों को भोजन और दान देना।