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Aayega Mera Shyam Lile Chadh Karke 1

आयेगा मेरा श्याम, लीले चढ़ करके – भजन (Aayega Mera Shyam Lile Chadh Karke)

दिल से जयकारा बोलो,संकट में कभी ना डोलो,पकड़ेगा तेरा हाथ,सांवरा बढ़ करके,आएगा मेरा श्याम,लीले चढ़ करके,लीले चढ़ करके,ओ लीले चढ़ करके,आयेगा मेरा श्याम,लीले चढ़ करके ॥मेरे श्याम का एक जयकारा,कितनो को पार उतारा,दिल से जब कोई पुकारा,हारे का बना सहारा,करता भक्तों की रखवाली,अड़ कर के,आयेगा मेरा श्याम,लीले चढ़ करके ॥ कलयुग का देव निराला,मेरा बाबा …

Shree Ganpati Maharaj Mangal Barsao

श्री गणपति महाराज, मंगल बरसाओ भजन: Shree Ganpati Maharaj Mangal Barsao

श्री गणपति महाराज,मंगल बरसाओ,शिव जी के प्यारे,मैया गौरा के दुलारे,देवों के सरताज,मंगल बरसाओ,श्रीं गणपति महाराज,मंगल बरसाओ ॥प्रथम गजानंद तुमको मनाऊँ,विनती करूँ कर जोड़ के बुलाऊँ,सफल करो सब काज,मंगल बरसाओ,श्रीं गणपति महाराज,मंगल बरसाओ ॥ रिद्धि और सिद्धि दोनों साथ में लाना,शुभ और लाभ को भूल ना जाना,मूषक पर चढ़ आज,मंगल बरसाओ,श्रीं गणपति महाराज,मंगल बरसाओ ॥ पुष्पों …

Mata Kalratri Ki Aarti

माँ कालरात्रि की आरती: Mata Kalratri Ki Aarti (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

माँ कालरात्रि की आरती in Hindi/Sanskrit कालरात्रि जय-जय-महाकाली ।काल के मुह से बचाने वाली ॥ दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा ।महाचंडी तेरा अवतार ॥ पृथ्वी और आकाश पे सारा ।महाकाली है तेरा पसारा ॥ खडग खप्पर रखने वाली ।दुष्टों का लहू चखने वाली ॥ कलकत्ता स्थान तुम्हारा ।सब जगह देखूं तेरा नजारा ॥ सभी देवता सब …

Shri Shanta Durgechi Aarti

श्री शांतादुर्गेची आरती: Shri Shanta Durgechi Aarti (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

श्री शांतादुर्गेची आरती in Hindi/Sanskrit जय देवी जय देवी जय शांते जननी ।दुर्गे बहुदु:खदमने रतलो तव भजनी ॥भूकैलासा ऐसी ही कवला नगरी ।शांतादुर्गा तेथे भक्तभवहारी ।असुराते मर्दुनिया सुरवरकैवारी ।स्मरती विधीहरीशंकर सुरगण अंतरी । जय देवी जय देवी जय शांते जननी ।दुर्गे बहुदु:खदमने रतलो तव भजनी ॥ प्रबोध तुझा नव्हे विश्वाभीतरी ।नेति नेति शब्दे गर्जती पै …

Mata Shri Chintpurni Devi

श्री चिंतपूर्णी देवी की आरती: Mata Shri Chintpurni Devi (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

श्री चिंतपूर्णी देवी की आरती in Hindi/Sanskrit चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी,जग को तारो भोली माँजन को तारो भोली माँ,काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा ॥॥ भोली माँ ॥ सिन्हा पर भाई असवार,भोली माँ, चिंतपूर्णी चिंता दूर ॥॥ भोली माँ ॥ एक हाथ खड़ग दूजे में खांडा,तीजे त्रिशूल सम्भालो ॥॥ भोली माँ ॥ चौथे हाथ चक्कर …

Shri Rani Sati Dadi Ji

आरती: श्री राणी सती दादी जी: Shri Rani Sati Dadi Ji (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

श्री राणी सती दादी जी आरती in Hindi/Sanskrit ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती माता ।अपने भक्त जनन की,दूर करन विपत्ती ॥ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती माता ॥ अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत,मंडितचहुँक कुंभा ।दुर्जन दलन खडग की,विद्युतसम प्रतिभा ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता,मैया जय राणी सती …

Kushmanda Aarti

कूष्मांडा आरती: Kushmanda Aarti (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

कूष्मांडा आरती in Hindi/Sanskrit कूष्मांडा जय जग सुखदानी ।मुझ पर दया करो महारानी ॥पिगंला ज्वालामुखी निराली ।शाकंबरी मां भोली भाली ॥ लाखों नाम निराले तेरे ।भक्त कई मतवाले तेरे ॥ भीमा पर्वत पर है डेरा ।स्वीकारो प्रणाम ये मेरा ॥ सबकी सुनती हो जगदंबे ।सुख पहुंचती हो मां अंबे ॥ तेरे दर्शन का मैं प्यासा …

Shakumbhari Devi Ki Aarti

श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती: Shakumbhari Devi Ki Aarti (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

श्री शाकुम्भरी देवी जी की आरती in Hindi/Sanskrit हरि ओम श्री शाकुम्भरी अंबा जी की आरती क़ीजोएसी अद्वभुत रूप हृदय धर लीजोशताक्षी दयालू की आरती किजोतुम परिपूर्ण आदि भवानी माँ,सब घट तुम आप भखनी माँशकुंभारी अंबा जी की आरती किजो तुम्ही हो शाकुम्भर,तुम ही हो सताक्षी माँशिवमूर्ति माया प्रकाशी माँशाकुम्भरी अंबा जी की आरती किजो …

Bharat Mata Ki Aarti

भारत माता की आरती: Bharat Mata Ki Aarti (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

भारत माता की आरती in Hindi/Sanskrit आरती भारत माता की,जगत के भाग्य विधाता की ।आरती भारत माता की,ज़गत के भाग्य विधाता की ।सिर पर हिम गिरिवर सोहै,चरण को रत्नाकर धोए,देवता गोदी में सोए,रहे आनंद, हुए न द्वन्द,समर्पित छंद,बोलो जय बुद्धिप्रदाता की,जगत के भाग्य विधाता की आरती भारत माता की,जगत के भाग्यविधाता की । जगत में …

Baba Goraknath Aarti

बाबा गोरखनाथ आरती: Baba Goraknath Aarti (Lyrics, Meaning, Hindi, English, PDF)

बाबा गोरखनाथ आरती in Hindi/Sanskrit जय गोरख देवा,जय गोरख देवा ।कर कृपा मम ऊपर,नित्य करूँ सेवा ॥शीश जटा अति सुंदर,भाल चन्द्र सोहे ।कानन कुंडल झलकत,निरखत मन मोहे ॥ गल सेली विच नाग सुशोभित,तन भस्मी धारी ।आदि पुरुष योगीश्वर,संतन हितकारी ॥ नाथ नरंजन आप ही,घट घट के वासी ।करत कृपा निज जन पर,मेटत यम फांसी ॥ …