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जग के स्वामी को श्री राम कहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है ॥

जब दुनिया वाले तुम्हे ठुकराए,
तो बालाजी का ही नाम बचाए,
जो कोई अपना तो ठोकर लगाए,
बजरंगी बाबा ही पार लगाए,
सच्चे मन से जो इनका ध्यान करते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है ॥

दुनिया के सारे काम इनके है वश में,
बजरंग जो चाहे हो जाए वो क्षण में,
अष्ट सिद्धि नवनिधि के है दाता,
बल बुद्धि विद्या और भाग्य विधाता,
वेदों के सारे ये ज्ञान कहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है ॥

निर्धन को मेरे बाबा धनवान करते,
निर्बल को मेरे बाबा बलवान करते,
तन की पीड़ा सारे रोग मिटाते,
अटकी भवर में नैया पार लगाते,
इनके मन मंदिर में श्री राम रहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है ॥

जग के स्वामी को श्री राम कहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है ॥

जग के स्वामी को श्री राम कहते है: भजन का गहन अर्थ और विश्लेषण

यह भजन भगवान श्री राम और हनुमान जी की महिमा को गहराई से समझाने के साथ जीवन में उनके महत्व को दर्शाता है। इस व्याख्या में, प्रत्येक पंक्ति को विस्तारपूर्वक समझाया गया है ताकि इसका भावार्थ और गूढ़ संदेश स्पष्ट हो सके।


जग के स्वामी को श्री राम कहते है

श्री राम को “जग के स्वामी” कहकर, भजन इस सत्य को स्थापित करता है कि वे केवल अयोध्या के राजा नहीं, बल्कि सृष्टि के हर कण के अधिपति हैं। भगवान राम का आदर्श व्यक्तित्व धर्म, मर्यादा और सत्य का प्रतीक है।
गहन अर्थ:
यह पंक्ति यह संदेश देती है कि राम केवल एक ऐतिहासिक या पौराणिक चरित्र नहीं हैं। वे जीवन के उन मूल्यों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनके आधार पर यह सृष्टि टिकी हुई है। “जग के स्वामी” का यह तात्पर्य भी है कि वे हमारे कर्म, विचार और परिस्थितियों को संचालित करते हैं।
जीवन में प्रासंगिकता:
जब हम “स्वामी” शब्द का प्रयोग करते हैं, तो यह एक गहरा समर्पण और विश्वास दर्शाता है। यह हमें अपने जीवन में प्रभु राम के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है, चाहे परिस्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो।


संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है

यह पंक्ति हनुमान जी की उस अलौकिक शक्ति को इंगित करती है, जिससे वे किसी भी प्रकार की कठिनाई को दूर कर सकते हैं।
गहन अर्थ:
“संकट” केवल बाहरी परिस्थितियों तक सीमित नहीं है। यह हमारे भीतर के भय, असुरक्षा और अज्ञान का प्रतीक भी हो सकता है। हनुमान जी को “संकटमोचन” कहा गया है क्योंकि उनकी भक्ति और कृपा से हमारा बाहरी और आंतरिक संघर्ष समाप्त हो जाता है।
आध्यात्मिक संदेश:
यह हमें सिखाता है कि जब भी जीवन में परेशानियाँ आएं, अपने मन को स्थिर रखकर और पूरी श्रद्धा से हनुमान जी का ध्यान करना चाहिए। उनका नाम लेते ही हमारी ऊर्जा और आत्मबल कई गुना बढ़ जाती है।


जब दुनिया वाले तुम्हे ठुकराए

गहन अर्थ:
यह पंक्ति उन कठिन परिस्थितियों को दर्शाती है, जब समाज या अपने प्रियजन हमें अस्वीकार कर देते हैं। यह एक सामान्य मानव अनुभव है, जिसमें व्यक्ति असहाय और उपेक्षित महसूस करता है। ऐसे समय में हमारी आस्था और भक्ति ही हमारी सबसे बड़ी ताकत बन सकती है।
भावार्थ:
यहाँ “दुनिया वाले” केवल बाहरी समाज का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि यह हमारे अपने स्वजन, मित्र, और यहाँ तक कि स्वयं की कमजोरियों का भी द्योतक है। जब यह सब हमारा साथ छोड़ देता है, तब भगवान ही हमारा सहारा बनते हैं।


तो बालाजी का ही नाम बचाए

गहन अर्थ:
बालाजी (हनुमान जी का एक रूप) का नाम संकटों के बीच हमें संभालने वाला माना गया है। यह पंक्ति इस बात का संकेत देती है कि जब मानव प्रयास विफल हो जाते हैं, तब केवल भक्ति ही हमें बचा सकती है।
प्रेरणा:
यह संदेश देती है कि भगवान का नाम केवल शब्द नहीं, बल्कि एक शक्ति है। उनका स्मरण हमें मानसिक शांति प्रदान करता है और संकटों से उबरने का मार्ग दिखाता है।


जो कोई अपना तो ठोकर लगाए

गहन अर्थ:
“अपना” शब्द यहाँ रिश्तों की अस्थिरता और धोखे का प्रतीक है। यह भाव बताता है कि जब हमें अपने करीबी लोगों से चोट मिलती है, तो यह दर्द केवल भगवान की शरण में जाने से कम हो सकता है।
संदेश:
यह हमें सिखाता है कि अस्थायी संबंधों और मानवीय कमजोरियों से ऊपर उठकर ईश्वर के साथ स्थायी संबंध स्थापित करें।


बजरंगी बाबा ही पार लगाए

गहन अर्थ:
यह पंक्ति बताती है कि जीवन रूपी समुद्र में अगर नैया डगमगाए, तो बजरंग बली ही उसे पार लगाने वाले हैं। यहाँ “पार लगाना” केवल भौतिक संकटों से मुक्ति नहीं, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति का भी प्रतीक है।
संदेश:
यह हमें अपने संपूर्ण समर्पण के साथ हनुमान जी की ओर देखने के लिए प्रेरित करता है।


सच्चे मन से जो इनका ध्यान करते है

गहन अर्थ:
सच्चे मन से ध्यान का अर्थ है निःस्वार्थ भक्ति। यह वह अवस्था है, जब भक्त का मन पूर्णतः शुद्ध और ईश्वर के प्रति समर्पित होता है।
संदेश:
यह हमें अपने भक्ति के मार्ग में ईमानदारी और समर्पण बनाए रखने की प्रेरणा देता है। हनुमान जी की कृपा उन्हीं पर होती है, जिनका हृदय निर्मल और सच्चा होता है।


दुनिया के सारे काम इनके है वश में

गहन अर्थ:
यह पंक्ति हनुमान जी की असीम शक्ति और उनके प्रभुत्व को रेखांकित करती है। “दुनिया के सारे काम” का मतलब है कि संसार में घटने वाली हर घटना या परिस्थिति उनके नियंत्रण में है।
आध्यात्मिक दृष्टिकोण:
यह हमें यह समझने का अवसर देता है कि हनुमान जी की भक्ति और कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। वे भक्तों की इच्छाओं को पूर्ण करने की क्षमता रखते हैं। यह विचार न केवल हमारी आस्था को मजबूत करता है, बल्कि हमें विश्वास दिलाता है कि जीवन के हर पहलू में वे हमारे साथ हैं।


बजरंग जो चाहे हो जाए वो क्षण में

गहन अर्थ:
इस पंक्ति में हनुमान जी की तत्परता और उनके अलौकिक बल का वर्णन किया गया है। “क्षण में” का अर्थ है, उनकी शक्ति इतनी तीव्र है कि वे किसी भी समस्या का समाधान तुरंत कर सकते हैं।
भावार्थ:
यह हमें सिखाता है कि जब हम पूरी श्रद्धा और विश्वास से हनुमान जी का स्मरण करते हैं, तो उनके आशीर्वाद से हमारी कठिनाइयाँ तुरंत समाप्त हो सकती हैं।
प्रेरणा:
यह पंक्ति हमें यह विश्वास दिलाती है कि जब भगवान हमारे साथ हों, तो कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती।


अष्ट सिद्धि नवनिधि के है दाता

गहन अर्थ:
अष्ट सिद्धियाँ (आठ प्रकार की अद्भुत शक्तियाँ) और नवनिधियाँ (नौ प्रकार की दिव्य संपत्तियाँ) हनुमान जी की कृपा से प्राप्त हो सकती हैं। यह पंक्ति उनकी दिव्य क्षमताओं और उनके दयालु स्वभाव का प्रतीक है।
संदेश:
यह पंक्ति भक्तों को यह सिखाती है कि हनुमान जी की भक्ति न केवल सांसारिक सुख प्रदान करती है, बल्कि आत्मा की उन्नति में भी सहायक होती है।


बल बुद्धि विद्या और भाग्य विधाता

गहन अर्थ:
हनुमान जी को बल, बुद्धि, विद्या और भाग्य का प्रदाता कहा गया है। यह दर्शाता है कि उनके आशीर्वाद से व्यक्ति शारीरिक शक्ति, मानसिक तीव्रता, ज्ञान और सौभाग्य प्राप्त कर सकता है।
आध्यात्मिक संदर्भ:
यह पंक्ति हमें प्रेरित करती है कि जब भी हम कमजोर, भ्रमित, या असहाय महसूस करें, तो हमें हनुमान जी का स्मरण करना चाहिए। उनकी कृपा से हमारे जीवन की दिशा और गति बदल सकती है।


वेदों के सारे ये ज्ञान कहते है

गहन अर्थ:
यह पंक्ति हनुमान जी के ज्ञान और महत्व को वेदों से जोड़ती है। वेदों को सभी ज्ञान का मूल स्रोत माना जाता है, और हनुमान जी को उस ज्ञान का प्रतीक बताया गया है।
संदेश:
यह हमें यह सिखाता है कि उनकी भक्ति केवल भावनात्मक सहारा नहीं, बल्कि जीवन को सही दिशा देने वाली शिक्षाओं का आधार भी है।


निर्धन को मेरे बाबा धनवान करते

गहन अर्थ:
हनुमान जी के पास किसी भी आर्थिक कमी को दूर करने की शक्ति है। “निर्धन” केवल आर्थिक स्थिति का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह मानसिक और आध्यात्मिक निर्धनता को भी दर्शाता है।
प्रेरणा:
यह भक्तों को विश्वास दिलाता है कि यदि वे ईमानदारी और श्रद्धा से हनुमान जी की प्रार्थना करें, तो वे उनकी सभी जरूरतों को पूरा कर सकते हैं।


निर्बल को मेरे बाबा बलवान करते

गहन अर्थ:
“निर्बल” शब्द शारीरिक और मानसिक कमजोरी का प्रतीक है। हनुमान जी की कृपा से व्यक्ति असीम बल और आत्मविश्वास प्राप्त करता है।
भावार्थ:
यह हमें याद दिलाता है कि हमारी सबसे बड़ी शक्ति हमारी भक्ति और विश्वास है। जब हम हनुमान जी की शरण में जाते हैं, तो वे हमारे भीतर अद्भुत शक्ति भर देते हैं।


तन की पीड़ा सारे रोग मिटाते

गहन अर्थ:
यह पंक्ति हनुमान जी की औषधीय शक्ति का प्रतीक है। वे तन की पीड़ा और रोगों को मिटाने वाले माने गए हैं।
संदेश:
यह हमें यह विश्वास दिलाता है कि यदि हम सच्चे मन से हनुमान जी की आराधना करते हैं, तो हमारी शारीरिक परेशानियाँ दूर हो सकती हैं। उनकी भक्ति न केवल मानसिक शांति देती है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य भी प्रदान करती है।


अटकी भंवर में नैया पार लगाते

गहन अर्थ:
जीवन के संघर्षों को नदी के भंवर में फँसी नैया के रूप में दर्शाया गया है। हनुमान जी को उस नैया को सुरक्षित किनारे तक ले जाने वाले के रूप में देखा गया है।
आध्यात्मिक संदेश:
यह पंक्ति हमें बताती है कि जब भी हम जीवन के भँवर में फँस जाएँ, तो हनुमान जी की शरण में जाकर उनका स्मरण करना चाहिए। उनकी कृपा से हर कठिनाई का समाधान संभव है।


इनके मन मंदिर में श्री राम रहते है

गहन अर्थ:
हनुमान जी का मन श्री राम का निवास स्थान है। इसका मतलब है कि उनकी हर गतिविधि, हर सोच और हर कार्य केवल श्री राम की भक्ति और सेवा के लिए समर्पित है।
संदेश:
यह पंक्ति हमें सिखाती है कि यदि हम भी अपने मन को भगवान के लिए पवित्र मंदिर बना लें, तो हमारा जीवन भी धन्य हो जाएगा।


समापन की पंक्तियाँ

भजन का अंतिम भाग बार-बार इस बात को दोहराता है कि श्री राम इस जगत के स्वामी हैं और हनुमान जी उनके भक्तों के संकट को हरने वाले।
गहन अर्थ:
यह दोहराव भक्तों में आत्मविश्वास और आस्था का संचार करता है। यह हमें यह याद दिलाता है कि ईश्वर का स्मरण और उनकी कृपा हमारे जीवन के हर संकट का समाधान है।

इस गहन व्याख्या के माध्यम से यह भजन केवल हनुमान जी और राम जी की महिमा का गान नहीं, बल्कि भक्तों के लिए एक जीवन दर्शन प्रस्तुत करता है।

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