- – खाटू नगरी को बाबा की पावन भूमि के रूप में दर्शाया गया है, जहां आकर जीवन संवर जाता है।
- – बाबा की शरण में आने से जीवन की उलझनें सुलझ जाती हैं और मन व तन पवित्र हो जाते हैं।
- – खाटू नगरी में भक्तों को सुख, शांति और खुशियाँ मिलती हैं, जो उनकी आस्था का केंद्र है।
- – बाबा की कृपा से जो लोग मजबूर और बेबस होते हैं, उनकी लड़ाई बाबा लड़ते हैं और उन्हें सहारा देते हैं।
- – यह नगरी तिहुँ लोक में अद्वितीय है, जहां भक्तों की आस्था और श्रद्धा का विशेष स्थान है।

जाने कितनो की किस्मत,
वहां जाके संवरी है,
तिहुँ लोक में कोई और नहीं,
मेरे बाबा की खाटू नगरी है।।
तर्ज – जिसे देख मेरा दिल धड़का।
जबसे मैं खाटू जाने लगा,
बदली है मेरी ये ज़िन्दगी,
बाबा ने अपनी शरण में लिया,
चरणों की मुझको मिली बंदगी,
उलझन हो चाहे जैसी,
यहाँ आके सुलझी है,
तिहुँ लोक में कोई और नहीं,
मेरे बाबा की खाटू नगरी है।।
खाटू की भूमि पावन बड़ी,
करती है सारी सृष्टि नमन,
बाबा का दर्शन पाने से,
पावन हो जाता तन और मन,
कुछ बात खाटू जी में,
सारी दुनिया उमड़ी है,
तिहुँ लोक में कोई और नहीं,
मेरे बाबा की खाटू नगरी है।।
जिसका सहारा कोई नहीं,
पग पग पे जिसके दुश्मन खड़े,
बेबस बेचारे मजबूर जो,
उनकी लड़ाई बाबा लाडे,
‘मोहित’ भक्तों की बगिया,
यहाँ खुशियों से निखरी है,
तिहुँ लोक में कोई और नहीं,
मेरे बाबा की खाटू नगरी है।।
जाने कितनो की किस्मत,
वहां जाके संवरी है,
तिहुँ लोक में कोई और नहीं,
मेरे बाबा की खाटू नगरी है।।
Singer – Paritosh – Mini Pritam
https://www.youtube.com/watch?v=bE49lw6VwF0
