- – यह गीत खाटू वाले श्याम भगवान से सच्चे और मजबूत साथ की प्रार्थना करता है, जिसमें हाथ पकड़ने का अनुरोध है कि वह कभी न छूटे।
- – गीत में व्यक्ति अपनी तकदीर और किस्मत पर सवाल उठाता है और भगवान से न्याय और सहायता की उम्मीद करता है।
- – परिवार की जिम्मेदारियों और जीवन की कठिनाइयों का उल्लेख करते हुए, भगवान से सहारा मांगने की भावना व्यक्त की गई है।
- – गीत में भगवान के प्रति विश्वास और भक्ति की भावना स्पष्ट है, जो जीवन में स्थिरता और खुशहाली की कामना करता है।
- – स्वर राजू मेहरा जी का है और यह भक्ति गीत श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायक है।
खाटू वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ,
ये हाथ कभी ना छूटे,
ये साथ कभी ना छूटे,
दिन हो या रात,
खाटु वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ।।
तर्ज – किस्मत वालों को मिलता है।
मेरे दोनों हाथ तेरे आगे,
क्या है कमी इनमे तू बतला दे,
क्या वो लकीर नहीं है,
क्या वो तकदीर नहीं है,
या हो नाराज,
खाटु वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ।।
इन हाथो को तेरी है दरकार,
मेरे पीछे पूरा है परिवार,
नैया मजधार फसी है,
तेरे होठो पे हसी है,
खुश क्यों हो आज,
खाटु वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ।।
जिसे दिया उसे खूब दिया दातार,
मुझसे क्या इंसाफ किया सरकार,
क्या उनके हाथ है ज्यादा,
या फिर औकात है ज्यादा,
बतलाओ बात,
खाटु वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ।।
क्यों बाबा मुख मुझसे मोड़ लिया,
या तकदीर बदलना छोड़ दिया,
कहता ‘पवन’ ना छूटे,
ये भरोसा ना टूटे,
रख लेना बात,
खाटु वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ।।
खाटू वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ,
ये हाथ कभी ना छूटे,
ये साथ कभी ना छूटे,
दिन हो या रात,
खाटु वाले श्याम,
कस के पकड़ियो मेरा हाथ।।
स्वर – राजू मेहरा जी।
