- – श्री राम की महिमा से मंदिर निर्माण का मार्ग सुगम और संभव हुआ है।
- – संतों की सच्ची मेहनत और प्रार्थनाओं को प्रभु ने स्वीकार किया है।
- – सनातन धर्म के अनुसार श्रद्धा और सम्मान के साथ सिर झुकाना आवश्यक है।
- – श्री राम जन्मभूमि का स्थान पवित्र और प्रतिष्ठित बन चुका है।
- – वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार मंदिर का निर्माण होगा।
- – शिव और राम की महिमा से यह कार्य सफल और कीर्ति विशाल हुई है।

श्री राम तेरी महिमा से,
काम हो गया है,
मंदिर बनेगा रास्ता,
आसान हो गया,
श्री राम तेरी महिमा से,
काम हो गया है।।
संतो की सच्ची मेहनत,
सुनली मेरे प्रभु ने,
संतो की सच्ची मेहनत,
सुनली मेरे प्रभु ने,
इस न्याय से न्यायालय,
का नाम हो गया है,
श्री राम तेरी महीमा से,
काम हो गया है।।
झुकता है सर झुकेगा,
ये धर्म है सनातन,
झुकता है सर झुकेगा,
ये धर्म है सनातन,
श्री राम जन्म भूमि वो,
स्थान हो गया है,
श्री राम तेरी महीमा से,
काम हो गया है।।
नर रूप में पवनसुत,
खम्बे लगाएंगे अब,
यहाँ वास्तुशास्त्र का भी,
विधान हो गया है,
श्री राम तेरी महीमा से,
काम हो गया है।।
ना बना है ना बनेगा,
इतनी विशाल कीरति,
ना बना है ना बनेगा,
इतनी विशाल कीरति,
पूरा जो शिव पूरी का,
अरमान हो गया है,
श्री राम तेरी महीमा से,
काम हो गया है।।
श्री राम तेरी महिमा से,
काम हो गया है,
मंदिर बनेगा रास्ता,
आसान हो गया,
श्री राम तेरी महीमा से,
काम हो गया है।।
